
टिहरी
नई टिहरी नगर पालिका में निर्दलीय के जीतने का मिथक कायम, बीजेपी-कांग्रेस की उम्मीदें धराशायी”
टिहरी नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी मोहन सिंह रावत मोना ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस को चौंका दिया है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के कुलदीप सिंह पंवार को 3452 वोटों के अंतर से हराया। यह जीत केवल एक राजनीतिक परिणाम नहीं है, बल्कि जनता के बदलते रुख और नई उम्मीदों का प्रतीक है।
चुनाव में भाजपा ने पूरी ताकत झोंक दी थी। खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मस्ता नेगी के समर्थन में प्रचार किया और रैलियां निकालीं। लेकिन जनता ने भाजपा की अपील को ठुकराते हुए मोहन सिंह रावत मोना पर भरोसा जताया। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप पंवार भी इस मुकाबले में दूसरे नंबर पर रहे।
जीत के बाद मोहन सिंह रावत मोना ने जनता का आभार व्यक्त किया और कहा की यह जीत टिहरी की जनता की है। मैं वादा करता हूं कि टिहरी की समृद्धि और विकास के लिए पूरी निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण के साथ काम करूंगा। आपका विश्वास ही मेरी ताकत है। हम मिलकर टिहरी को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।
1952 में गठित नगर पालिका टिहरी में महज एक बार 1975 में कांग्रेस और एक बार 2011 के उप चुनाव में भाजपा को । सफलता मिली है। इस बार भी टिहरी त की जनता ने निर्दलीय मोहन सिंह के रावत पर भरोसा दिखाया है।
टिहरी की रिटर्निंग आफिसर व को एसडीएम अपूर्वा सिंह ने बताया कि ह नई टिहरी नगर पालिकाध्यक्ष पद पर निर्दलीय मोहन सिंह रावत ने कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप पंवार (1991) को रिकार्ड 3452 मतों से हराया। यहां भाजपा के मस्ता सिंह नेगी को महज 1838 मतों से संतोष करना पड़ा।