
टिहरी। टिहरी बांध की झील में डोवरा-चांठी पुल बनने से पूर्व फेरी बोट का संचालन किया जाता था। अब ये फेरी बन्द की गई हैं और बोट संचालक अपना पिछला बकाया भुगतान करने की मांग कर रहे हैं। बोट संचालकों को कहना है कि उनका पिछला भुगतान नही हो पाया, जो करीव एक करोड़ रूपये से अधिक है। दरअसल टिहरी बांध बनने के बाद से बांध प्रभावितों की आवाजाही के लिये पुनर्वास विभाग की तरफ से नाव चलाई जाती थी। इन्ही नावों से प्रभावित लोग झील के आर पार आवाजाही करते थे। इन वोटों का भुगतान टीएचडीसी द्वारा किया जाता था, लेकिन अब टीएचडीसी ने भुगतान करने से मना कर दिया है। वोट संचालकों ने टिहरी की जिलाधिकारी व पुनर्वास निदेशक इवा आशीष श्रीवास्तब से बकाया भुगतान देने की मांग की है, जिस पर डीएम ने जल्दी कार्यवाही की बात कही। डीएम ने कहा टीएचडीसी से बोट संचालकों का बकाया भुगतान देने को कहा जायेगा। बोट संचालक कुलदीप पंवार ने कहा कि भुगतान को लेकर कई बार पुनर्वास विभाग और प्रशासन से मांग की गई लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई।