
चमोली। वैदिक मंत्रोचारण के साथ ही श्री बद्रीनाथ धाम
के कपाट आज सुबह 4:15 बजे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं । इस बार बेहद सादगी के साथ कपाट खोले गए। कपाटोद्घाटन मे मुख्य पुजारी रावल, धर्माधिकारी भूवन चन्द्र उनियाल, राजगुरु, हकहकूकधारियो सहित केवल 50 लोग ही शामिल हो सके, इस दौरान मास्क के साथ सोशल डिस्टेसिग का पालन किया गया। इससे पूर्व पूरे मंदिर परिसर को सेनेटाइज्ड भी किया गया। भगवान् के कपाट खुलते ही सबसे पहले अखंड ज्योति के दर्शन हुए। आज भगवान् बदरीनाथ के दर्शन बिलकुल अलग होते हैं ऐसे दर्शन भगवान् बदरीनाथ के मंदिर में महज दो दिन ही हो पाते हैं जिसके साक्षी मात्र वही श्रद्धालुजन होते हैं जो कपाट खुलने पर और कपाट बंद होने पर बदरीनाथ पहुचते हैं आज भगवान् की पूजा अर्चना श्रींगार कुछ भी नहीं होता, आज के दर्शनों में मुख्यत अखंड ज्योति और भगवान् बदरीनाथ के निर्वाण दर्शन होते हैं जिसे देखने का आज का मुख्य महत्व होता है आज दिन भर मंदिर खुला रहेगा आज भोग के समय भी मंदिर बंद नहीं होगा जबकि 6 माह तक बदरीनाथ जी का मंदिर दोपहर में भोग लगने के बाद 3 घंटों के लिए बंद होता है । वही धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने कहा कि आज बद्रीनाथ के कपाट खुलने के बाद सबसे पहले मंदिर में हमने जो विश्व में कोरोना नामक महामारी फैली हुई है उसको रोकने के लिए भगवान बद्री विशाल से हमने प्रार्थना की व पूजा-अर्चना भी की,लेकिन इस बार वैश्विक बीमारी कोरोना चलते भगवान बद्रीनाथ में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए अनुमति नहीं थी।