
देहरादून। दिल्ली से कांग्रेस की हार की समीक्षा करने उत्तराखंड आए कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव और पर्यवेक्षक अविनाश पांडे को हरीश रावत ने नाड़ी वैद्य बताया है। हरीश रावत ने कहा है कि हमारे नाड़ी वैद्य हार को लेकर सबसे बात कर रहे हैं और कांग्रेस को हार क्यों मिली, वो भी जानने की कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि
चुनाव से पहले टिकट बंटवारे के समय अविनाश पांडे को स्क्रीनिंग कमेटी का हेड बनाया गया था और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव की भी अहम भूमिका थी। ऐसे में अविनाश पांडे ने सभी कांग्रेस प्रत्याशियों का इंटरव्यू भी लिया था। इसलिए हरीश रावत ने अविनाश पांडे और देवेंद्र यादव को नाड़ी वैद्य बताया है, क्योंकि कांग्रेस की हार के कारणों की उनको ज्यादा जानकारी है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पर मानमानी का आरोप लगा। इसलिए कई प्रत्याशी टिकट नहीं मिलने से बागी हो गए हैं, जिसमें सबसे बड़ा उदाहरण नैनीताल से सरिता आर्य और यमुनोत्री से संजय डोभाल है। सरिता आर्य को कांग्रेस ने टिकट नहीं दी। उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली और उनको नैनीताल से बड़ी जीत मिली। यमुनोत्री से संजय डोभाल को भी कांग्रेस ने टिकट नहीं दी, संजय डोभाल निर्दलीय ही चुनाव जीत गए। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस को मिली हार का मंथन करने के लिए पर्यवेक्षक अविनाश पांडे और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव उत्तराखंड पहुंचे हैं और हार के कारणों पर मंथन के लिए सभी प्रत्याशियों से बाचचीत कर रहे हैं। उत्तराखंड विधानसभा में बीजेपी को 47 सीटें और कांग्रेस को 19 सीटें मिली हैं, जबकि 4 सीटें अन्य दलों के खाते में गईं। दूसरी ओर, कुछ कांग्रेसी कह रहे हैं कि पार्टी की हार के जिम्मेदार नेता ही अब हार की समीक्षा कर रहे हैं। ऐसे में उत्तराखंड में कांग्रेस की वर्तमान हालत और भविष्य का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।