श्रीनगर। एसएसबी सीटीसी सेंटर श्रीनगर में पासिंग आउट परेड में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की। वहीं पासिंग आउट परेड में जवानों ने सीएम धामी को सलामी दी। एसएसबी में आयोजित पासिंग आउट परेड में सीएम पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम में एसएसबी सीटीसी सेंटर के डीआईजी सृष्टि राज गुप्ता भी शामिल हुए। देशभक्ति से ओतप्रोत बैंड की धुन पर कदमताल करते रिक्रूट अंतिम पग के साथ एसएसबी का हिस्सा बन जाएंगे। रिक्रूटों को परेड के दौरान देश की आन-बान और शान की रक्षा के लिए भारत माता के साथ ही एसएसबी की शपथ दिलाई जाएगी। परेड से साथ ही देश को 278 नए कांस्टेबल मिल जाएंगे। जिसमें सबसे अधिक बिहार से 94, यूपी से 74, मध्य प्रदेश से 44, उत्तराखंड से 24, राजस्थान से 21, जम्मू कश्मीर से 20, दिल्ली से 1 कांस्टेबल एसएसबी में शामिल होंगे और देश की सीमाओं की रक्षा का प्रण लेंगे। कार्यक्रम को लेकर बीते दिन एसएसबी सीटीसी सेंटर में फुल ड्रेस रिहर्सल की गई थी। बता दें कि कोविड काल के दो साल बाद आज पासिंग आउट परेड का आयोजन हो रहा है। अब तक सीटीसी सेंटर श्रीनगर से 4,494 कांस्टेबल एसएसबी में शामिल हो चुके हैं।
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योगी आदित्यनाथ के मूल गांव में खुशी का माहौल। पौड़ी के पंचूर गांव के हैं यूपी के सीएम।
ऋषिकेश। योगी आदित्यनाथ की जीत की खुशी में उत्तराखंड में उनके पैतृक गांव में भी खुशी की लहर है। योगी आदित्यनाथ के मूल गांव पंचुर में उनकी मां सावित्री देवी, बड़े भाई मानवेंद्र और छोटे भाई महेंद्र का परिवार रहता है।
योगी की मां ने कहा कि वे उनके दोबारा मुख्यमंत्री बनने पर काफी खुश हैं। वहीं शपथ ग्रहण के दिन गांव में भजन-कीर्तन भी किया जा रहा है।सुबह से ही उनके घर में बधाई देने वाले पहुंच रहे हैं।बता दें कि योगी आदित्यनाथ मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर ब्लाक के अंतर्गत पंचुर गांव के रहने वाले हैं। वहीं यूपी विधानसभा चुनावों में भाजपा के पूर्ण बहुमत मिला है। जिसके बाद आज शुक्रवार को योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।वहीं कोठार गांव में रहने वाले योगी आदित्यनाथ की बड़ी बहन शशि पयाल ने अपने भाई की जीत के लिए नीलकंठ मंदिर में मुराद मांगी थी। भाई के दोबारा मुख्यमंत्री बनने से शशि बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि भगवान ने उनकी प्रार्थना सुन ली। शशि कहती हैं कि भाई के मस्तक पर विजय का तिलक देखना ही मेरा सपना है। शशि पयाल अपने पति पूरण सिंह पयाल के साथ नीलकंठ मंदिर के समीप प्रसाद और खाने-पीने के सामान की दुकान चलाती है। उनकी दुकान के पास में ही पौराणिक नीलकंठ महादेव मंदिर और माता भुवनेश्वरी का मंदिर है। वह बताती है कि माता भुवनेश्वरी उनकी कुलदेवी हैं। चुनाव के दौरान शशि अपने भाई योगी आदित्यनाथ की सफलता के लिए भगवान भोलेनाथ और माता भुवनेश्वरी से प्रार्थना करती थीं। गौरलतब है कि ऋषिकेश से 36 किलोमीटर दूर नीलकंठ महादेव मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं।
शहीद सोहन सिंह रावत का पार्थिव शरीर पंहुचा उनके घर। अंतिम दर्शनों को उमड़े लोग।
कोटद्वार। शहीद हवलदार सोहन सिंह रावत का पार्थिव शरीर मंगलवार को उनके घर लाया गया। जैसे ही शहीद सोहन सिंह रावत का पार्थिव शरीर उनके घर लाया गया पूरा माहौल गमगीन हो गया। साथ ही उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं पत्नी पार्थिव शरीर को देख बदवास हो गई, बच्चे बिलखते दिखाई दिए। शहीद सोहन सिंह रावत को पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने श्रद्धांजलि दी और परिजनों को ढांढस बंधाया।
गौर हो कि जम्मू कश्मीर के सेक्टर ब्रह्मवाणी में रविवार देर रात सर्च ऑपरेशन के दौरान हार्ट अटैक आने से कोटद्वार के मोटाढाक निवासी हवलदार सोहन सिंह रावत शहीद हो गये थे। घटना के दौरान सोहन सिंह रावत अपनी सर्च टीम के साथ हाई एल्टीट्यूड एरिया में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। देर रात सैन्य अधिकारियों ने सोहन सिंह रावत के परिवार को फोन पर जानकारी दी। हवलदार सोहन सिंह रावत 27 जनवरी को घर से छुट्टी पूरी होने पर जम्मू-कश्मीर ड्यूटी गए थे। वे तीन भाइयों में दूसरे नंबर के थे। 45 वर्षीय हवलदार सोहन सिंह रावत चौबट्टाखाल के पुड़सखाल के पटल्यू गांव के मूल निवासी थे। उनका परिवार पिछले 6 साल से कोटद्वार मोटाढाक में रह रहा है। सोहन सिंह रावत 2011 में 17 गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए थे। वहीं कोटद्वार प्रशासन से तहसीलदार विकास अवस्थी, नायब तहसीलदार किशोर रौतेला ने पुष्पचक्र अर्पित किए। पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी, स्थानीय पार्षद सौरभ नोड़ियाल ने परिवार को सांत्वना दी और शहीद हवलदार सोहन सिंह रावत को श्रद्धांजलि दी।
कार खाई में गिरी। 3 शिक्षकों की मौत, 2 घायल।
कोटद्वार । कोटद्वार से गुमखाल के समीप राजकीय इंटर कालेज सारी जा रहे शिक्षकों की कार नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुगड्डा और गुमखाल के बीच किरणखाल के पास एक गड्ढ़े में गिर गई। हादसे में तीन शिक्षकों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो घायल हैं । ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस की टीमें रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य में जुट गई ।बताया जा रहा है कि कार में कुल पांच शिक्षक सवार थे। कार सवार व्यक्तियों को कोटद्वार के बेस चिकित्सालय में भेजा गया है। कार में सवार तीन व्यक्तियों पूनम रावत पत्नी प्रदुमन (45) निवासी मानपुर, बंदना भण्डारी पत्नी नरेंद्र सिंह (42) निवासी मानपुर व दीपक शाह पुत्र उत्तम सिंह (38) निवासी शिवपुर की मौत की सूचना है। वहीं दो लोग जयवीर सिंह पुत्र रघुवीर सिंह निवासी रतनपुर सुखरौ व अरूण कुमार पुत्र बाबूलाल निवासी सतेन्द्र नगर, कौड़ियां गंभीर रूप से घायल हैं । घायलों का उपचार राजकीय बेस चिकित्सालय कोटद्वार में जारी है । पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है ।
श्रीनगर को भी बनाया जायेगा नगर निगम, सीएम धामी ने की घोषणा।
श्रीनगर, 03 सितंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीजेपी की आशीर्वाद रैली की. सुबह से ही भाजपा कार्यकर्ताओं से लेकर स्थानीय प्रशासन इस कार्यक्रम की तैयारियों में जुटा था. अपने तय कार्यक्रमानुसार सुबह 11 बजे सीएम धामी श्रीनगर जीवीके हेलीपैड पहुंचे थे। जहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। वहीं, स्वीत से लेकर श्रीनगर तक बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा बाइक रैली निकाली गई। अपने संबोधन में सीएम धामी ने श्रीनगर को नगर निगम बनाने की घोषणा की है।
बता दें कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी अपनी तैयारियों में जुटी है। ऐसे में मुख्यमंत्री श्रीनगर में जन आशीर्वाद रैली के जरिए गढ़वाल में अपनी पहली रैली की। इस दौरान सीएम धामी के साथ कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, हरक सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत समेत कई विधायक भी मौजूद रहे। वहीं, रामलीला मैदान में रैली के बाद सीएम ने कमलेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना भी की। श्रीनगर के बाद 6 सितंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अल्मोड़ा में जन आशीर्वाद रैली में भी हिस्सा लेंगे. पूरे प्रदेश में 11 जगह ये जन आशीर्वाद रैली निकाली जाएगी. प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी इस रैली के जरिए अपने चुनाव प्रचार का आगाज करेगी। चुनाव के लिए बेहद कम समय रह गया है। इस रैली के जरिए जहां जनता से आशीर्वाद लिया जाएगा। वहीं, दूसरी तरफ केंद्र और राज्य सरकार की विकास योजनाओं को भी जनता के बीच रखने का कार्य भाजपा करने जा रही है। 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बंपर मैंडेट मिला था। राज्य की 70 में से 57 सीटों पर भगवा का परचम लहराया था। कांग्रेस को सिर्फ 11 सीटें हासिल हुई थीं। इस बार आम आदमी पार्टी भी मैदान में है। आप ने सत्ता में आने पर 300 यूनिट फ्री बिजली देने की घोषणा करके चुनाव से पहले उत्तराखंड की राजनीति को गरमा दिया है। आप की घोषणाएं बीजेपी और कांग्रेस के लिए चुनौती साबित हो रही हैं।