घुत्तू (टिहरी) राइजिंग सन पब्लिक स्कूल में मनाया गया बाल दिवस। प्रतियोगिताओं का आयोजन कर बच्चों को किया पुरस्कृत। घनसाली-राइजिंग सन पब्लिक स्कूल घुत्तू में स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री…
Category: संस्कृति
मुख्यमंत्री धामी ने की घंटाकर्ण देवता की पूजा अर्चना। कहा- देवस्थलों के सौंदर्यीकरण और विकास के लिए सरकार प्रतिवद्ध।
हरि बोधनी एकादशी के पावन अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा नरेंद्रनगर क्षेत्रांतर्गत स्थित घंटाकर्ण मंदिर पहुंचकर घण्डियाल देवता के दर्शन व पूजा अर्चना की। इसके उपरांत मुख्यमंत्री, माता मंगला जी व भोले जी महाराज की उपस्थिति में घंटाकर्ण धाम में ठाकुर भगत सिंह सजवाण की मूर्ति स्थल का भूमि पूजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 16 लाख 50 हजार की लागत से बनी घंटाकर्ण पम्पिंग योजना, 10 लाख की लागत से बने विश्राम गृह, 7 लाख 50 हजार की लागत से बने रैन शेल्टर, बेंचेज व साइनेज का लोकार्पण व 50 लाख की लागत से बनने वाले एक अन्य विश्राम गृह का शिलान्यास किया।
वहीं उन्होंने क्षेत्र व जनपद के लिए कई घोषणाएं की। जिसमे घंटाकर्ण मंदिर के लिए 4.5 किमी० मोटर मार्ग के निर्माण, तिमली-खनेटी मोटर मार्ग के द्वितीय चरण का निर्माण कार्य, कौडियाला- बडीर मोटर मार्ग का निर्माण कार्य, तैला- अखोडीसेरा मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण, शिवपुरी – धौड़ागल्ला मोटर मार्ग का डामरीकरण कार्य, हिन्डोला-मुडाला मोटर मार्ग का द्वितीय चरण का निर्माण कार्य, बांसकाटल मोटर मार्ग का द्वितीय चरण का निर्माण कार्य, भाँगला मोटर मार्ग का द्वितीय चरण का निर्माण कार्य, गजा पसरखेत से पसरडांडा मोटर मार्ग का डामरीकरण, घुिघुङ मोटर मार्ग का द्वितीय चरण का निर्माण कार्य, गजा में पर्किंग का निर्माण कार्य, आई0टी0आई रणाकोट के अवशेष भवन के निर्माण, गजा पसरखेत से गौताचली मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण, बमणगांव-थन्यूल मोटर मार्ग का डामीरकरण, सिलकणी से पजैगांव जूनियर हाई स्कूल तक मोटर मार्ग का नव निर्माण, नरेन्द्रनगर विधानसभा क्षेत्र के मुनिकीरेती में चन्द्रभागा नदी के बांये तट पर ढालवाला बन्धे में फेन्सिंग निर्माण कार्य, बेमुण्डा- पिपलेथ मोटर मार्ग का डामरीकरण, रा० इ. कालेज नैचोली के भवन निर्माण, घनसाली में शिव शक्ति ढोल संस्कृति संगीत महाविद्यालय की स्थापना, गजा में निर्माणाधीन माली ट्रेनिंग सेंटर का नाम शहीद सैनिक विक्रम सिंह नेगी के नाम से रखे जाने, राजकीय इंटर कॉलेज जाजल का नाम शहीद सैनिक अजय सिंह रौतेला के नाम पर रखे जाने, राजकीय इंटर कॉलेज गजा का नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नारायण सिंह चौहान के नाम पर रखे जाने की घोषणा की।
इस अवसर पर माता मंगला जी व भोले जी महाराज ने घंटाकर्ण धाम में धर्मशाला हेतु 25 रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की भी घोषणा की।
इस अवसर पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, जिला पंचायत अध्यक्षा सोना सजवाण, विधायक देवप्रयाग विनोद कंडारी, राज्य बीस सूत्री कार्यक्रम के उपाध्यक्ष दिनेश डोभाल, पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत, प्रमुख विकासखण्ड चम्बा शिवनी बिष्ट, प्रमुख नरेंद्रनगर राजेन्द्र भंडारी, घंटाकर्ण धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय प्रकाश बिजल्वाण, सचिव रघुवीर सजवाण, नगर पंचायत अध्यक्ष गजा मीना खाती, जिलाध्यक्ष बीजेपी विनोद रतूड़ी आदि उपस्थित थे।
नई टिहरी के विद्या मंदिर में एकता दिवस पर ली शपथ। पटेल की जीवनी का संदेश दिया अध्यापकों ने।
नई टिहरी। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज नई टिहरी में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर राष्ट्रीय एकता दिवस बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया । दिवस का शुभारंभ श्रीमान बालकृष्ण कोठारी जी द्वारा मां सरस्वती के दीप प्रज्वलन से प्रारंभ हुआ विद्यालय के समस्त विद्यार्थियों द्वारा तथा शिक्षक गणों द्वारा राष्ट्रीय एकता की शपथ ली गई तथा इस दिवस के उपलक्ष में 55 विद्यार्थियों ने निबंध प्रतियोगिता में भाग लिया। जिसका परिणाम उत्तराखंड स्थापना दिवस के दिन घोषित किया जाएगा राष्ट्रीय एकता दिवस पर अंग्रेजी प्रवक्ता श्री राजेश नेगी जी द्वारा विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया गया उन्होंने लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की जीवनी तथा उनके द्वारा किए गए कार्यों पर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया और अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य जी श्रीमान देवी प्रसाद नौटियाल जी द्वारा इस दिवस का समापन किया गया प्रधानाचार्य जी द्वारा भी विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया गया उन्होंने विद्यार्थियों को शुभ आशीष देते हुए कहा कि हमें भी स्वयं से प्रारंभ करके समाज में एकता का भाव उत्पन्न करना चाहिए जिससे सारा समाज संगठित होकर हमारा देश एक विकसित राष्ट्र की ओर अग्रसर हो सके ।कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र सिंह मिश्रवाण के द्वारा किया गया
टिहरी में दीपावली आजीविका मेले का समापन। स्थानीय उत्पाद और व्यंजन रहे आकर्षण। पीएनबी का सहयोग रहा।
टिहरी- जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के तत्वावधान और पी.एन.बी. के सहयोग द्वारा विकास भवन टिहरी परिसर में दो दिवसीय आयोजित दीपावली आजीविका मेले का आज समापन हो गया है। इस दो दिवसीय मेले में महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा स्थानीय उत्पादों एवं व्यंजनों के स्टाल लगाए गए जिसमें आगंतुकों द्वारा विशिष्ट रुचि दिखाई गयी । मेले में लोगों के आकर्षण के लिए हस्तशिल्प के उत्पाद और स्थानीय बयन्जन रहे। लोगों ने मेले में जमकर खरीददारी भी की। बता दें कि 29 अक्टूबर को मेले का शुभारंभ टिहरी के विधायक धन सिंह नेगी ने रिबन काटकर किया। इस मौके पर जिलाधिकारी टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव, मुख्य विकास अधिकारी नमामि बंसल, एस.एस.पी. टिहरी तृप्ति भट्ट व पंजाब नेशनल बैंक के मण्डल प्रमुख पीएस रावत भी उपस्थित रहे । इस मौके पर जिलाधिकारी ने इस मेले का सफल आयोजन हेतु पीएनबी का धन्यबाद दिया। मंडल प्रमुख पी.एन.बी द्वारा आश्वस्त किया गया कि जिला प्रशासन के साथ मिलकर आगे भी ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहेगा।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने इस मेले का सफल आयोजन हेतु पीएनबी का धन्यबाद दिया। मंडल प्रमुख पी.एन.बी द्वारा आश्वस्त किया गया कि जिला प्रशासन के साथ मिलकर आगे भी ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहेगा।
नई टिहरी में दो दिवसीय दीपावली मेले का आयोजन, विधायक धन सिंह नेगी ने किया शुभारंभ।
टिहरी-नई टिहरी में जिला प्रशासन की तरफ से दो दिवसीय दीपावली मेले का आयोजन किया गया। मेले का उदघाटन क्षेत्रीय विधायक धन सिंह नेगी ने किया। इस मेले में सबसे अहम बात यह है कि इसमें स्थानीय अनाजों, पकवानों, हस्तशिल्प और अन्य उत्पादों के स्टाल लगाये गये हैं। स्थानीय स्तर पर महिला समूहों द्वारा बनाये गये उत्पाद और पकवान आकर्षण बने हुये हैं। इस मौके पर स्थानीय विधायक धन सिंह नेगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोकल फॉर वोकल नारे के महत्व दिया गया है। नेगी ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों के स्वरोजगार से जुड़ने के प्रयास पलायन को रोकने में सहायक होगें। उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को उनके उत्पादों के विक्रय के लिये मेले के माध्यम से बाजार उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन के प्रयास सराहनीय हैं। इस मौके पर सीडीओ नमामि बसंल ने कहा कि स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होने कहा कि कई ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न हस्तशिल्प के कारीगर हैं, लेकिन उन्हे प्रोत्साहन नही मिल पाता है, इसलिये इस प्रकार के मेलों का आयोजन कर ग्रामीण क्षेत्रों के उप्तपादों को आगे लाने के प्रयास किये जायेंगे, जिससे लोगों को रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।