
उत्तराखंड
चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड: उच्च स्तरीय समिति में चारधामों से नौ सदस्य नामित।

चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को लेकर गठित उच्च स्तरीय समिति में चारधामों से नौ सदस्य नामित किए गए हैं। सचिव धर्मस्व हरिचंद्र सेमवाल ने नामित सदस्यों के आदेश जारी किए हैं।
बदरीनाथ धाम से विजय कुमार ध्यानी, संजय शास्त्री, रवींद्र पुजारी, केदारनाथ से विनोद शुक्ला, लक्ष्मी नारायण, गंगोत्री धाम से संजीव सेमवाल, रवींद्र सेमवाल और यमुनोत्री धाम से पुरुषोत्तम उनियाल, राजस्वरूप उनियाल को सदस्य नामित किया गया। 25 अक्तूबर को समिति के अध्यक्ष मनोहर कांत ध्यानी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को देवस्थानम बोर्ड पर अंतरिम रिपोर्ट सौंपी है।
आस्था
तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद, पहले चरण में चोपता पहुंची डोली।

तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए। शनिवार दोपहर 12 बजे मंदिर के कपाट बंद हुए। इस मौके पर भक्तों की मौजूदगी में बम-बम भोले के जयकारों से घाटी गुंजायमान हुई। देर सांय डोली चोपता पहुंची। इस दौरान रास्ते में डोली का भव्य स्वागत किया गया। शनिवार सुबह प्रातः पांच बजे से मंदिर में कपाट बंद करने की प्रक्रिया शुरू की गई। प्रातःकाल भगवान दूध, जल, दही, शहद से अभिषेक किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंच रहे हैं केदारनाथ दर्शन को।
प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यकाल में पांचवीं बार बाबा केदार के दर्शनों को केदारनाथ पहुंच रहे हैं।अस्सी के दशक में डेढ़ माह तक केदारपुरी में मंदाकिनी नदी के बायीं तरफ गरूड़चट्टी में उन्होंने लगभग डेढ़ माह तक साधना की थी। तब वह प्रतिदिन बाबा के दर्शनों के लिए केदारनाथ मंदिर में पहुंचते थे। जबकि देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहली बार 3 मई 2017 को केदारनाथ पहुंचे थे।
जी20 सम्मेलन
गरीब देशों के लिए वैक्सीन आपूर्ति बढ़ाने पर रहा जोर, आज ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन पर होगी चर्चा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जी20 बैठक में कोरोना महामारी से लड़ने में भारत की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा है कि दुनिया की मदद करने के लिए भारत अगले साल यानी 2022 के अंत तक 5 अरब वैक्सीन डोज का उत्पादन करने के लिए तैयार है। बैठक में मोदी के संबोधन के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला ने बताया, जी20 बैठक के ‘ग्लोबल इकोनॉमी ग्लोबल हेल्थ’ सत्र के दौरान हस्तक्षेप करते हुए पीएम ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा को सुगम बनाने और वैक्सीन प्रमाणीकरण को आपसी मंजूरी देने की व्यवस्था बनाने का सुझाव भी दिया।
जयंती (एकता दिवस)
देश को एकता के सूत्र में पिरोने वाले लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती आज।

स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद पहले गृहमंत्री के रूप में अपने फौलादी फैसलों से देश को एकता के सूत्र में पिरोने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल का जीवन अपने आप में मिसाल है।
देश के पहले उप-प्रधानमंत्री और पहले गृहमंत्री के रूप में सरदार वल्लभभाई पटेल (31 अक्टूबर, 1875-15 दिसंबर, 1950) ने आजादी के तुरंत बाद 600 से ज्यादा देसी रियासतों का जिस बुद्धिमत्ता और दृढ़ता से भारत में विलय कराया, वह अपने आप में बड़ी मिसाल है। बेहद चुनौतीपूर्ण माने जाने के कारण ही इस दुष्कर कार्य को अंजाम तक पहुंचाने की जिम्मेदारी उन्हें दी गई थी, जिसे उन्होंने वीपी मेनन के साथ मिलकर संभाला। इस बड़ी उपलब्धि के कारण उन्हें लौहपुरुष कहा गया। दृढ़ता के अलावा, नेतृत्व क्षमता, वाकपटुता, बुद्धि-चातुर्य, इच्छाशक्ति, कुशल व्यवस्थापक, विनम्रता, व्यावहारिकता आदि उनके ऐसे गुण रहे, जो आज भी हम सभी के लिए बड़ी सीख हैं।
पुण्यतिथि
भारत की आयरन लेडी स्वर्गीय इंदिरा गांधी की आज पुण्यतिथि।

भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एक अजीम शख्यियत थीं। उनके भीतर गजब की राजनीतिक दूरदर्शिता थी। इंदिरा का जन्म 19 नवंबर, 1917 को हुआ। पिता जवाहर लाल नेहरू आजादी की लड़ाई का नेतृत्व करने वालों में शामिल थे। वही दौर रहा, जब 1919 में उनका परिवार बापू के सानिध्य में आया और इंदिरा ने पिता नेहरू से राजनीति का ककहरा सीखा।
मात्र 11 साल की उम्र में उन्होंने ब्रिटिश शासन का विरोध करने के लिए बच्चों की वानर सेना बनाई। 1938 में वह औपचारिक तौर पर इंडियन नेशनल कांग्रेस में शामिल हुईं और 1947 से 1964 तक अपने प्रधानमंत्री पिता नेहरू के साथ उन्होंने काम करना शुरू कर दिया।
इंदिरा की राजनीतिक विरासत को पहले उनके बड़े पुत्र राजीव गांधी ने आगे बढ़ाया और अब सोनिया गांधी और राहुल गांधी उससे जुड़े हैं। आज देश और विदेश में इंदिरा के नाम से कई इमारतें, सड़कें, पुल, परियोजनाओं और पुरस्कारों के नाम जुड़े हैं।
T20 वर्ल्ड कप
18 साल बाद विश्व कप में न्यूजीलैंड को हराने उतरेगा भारत।

टी-20 वर्ल्ड कप में आज भारत का मुकाबला न्यूजीलैंड से होगा। दोनों ही टीमों को टूर्नामेंट की पहली जीत की तलाश है। सुपर 12 स्टेज में ग्रुप बी के अहम मुकाबले में दोनों टीमों के लिए जीत जरुरी है।
भारत न्यूजीलैंड से पिछले 18 वर्षों से नहीं जीता है। 2007 टी-20 विश्व कप से लेकर इस साल विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक दोनों देशों के बीच सात मैच खेले गए जिनमें न्यूजीलैंड ने 6 मुकाबले जीते। जबकि, एक मैच बारिश के चलते नहीं हो सका। टी-20 विश्व कप में भारत और न्यूजीलैंड के बीच दो मैच खेले गए जिनमें टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा। भारत विश्व कप मैचों में आखिरी बार न्यूजीलैंड से साल 2003 में जीता था।

