पुल की शटरिंग बैठने से 14 मजदूर दबे, 4 की हालत गंभीर, गूलर में 45 मीटर स्पॉन के पुल पर लिंटर डालते वक्त हुआ हादसा

टिहरी-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे गूलर में पुल की सटरिंग बांधते समय सरिया और अन्य मटेरियल गिरने से वंहा कार्य कर रहे 14 मजदूर इसकी चपेट में आ गए। समय रहते प्रशासन, एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू चलाकर एक बड़ी घटना टल गई। चार घायलों को ऋषिकेश राजकीय अस्पताल और 10 घायलों को एम्स ऋषिकेश भर्ती किया गया है। जंहा चार मजदूरों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
लोनिवि एनएच खंड श्रीनगर के अधिशासी अभियंता दिनेश कुमार बिजल्वाण ने बताया कि ऋषिकेश बदरीनाथ मुख्य मार्ग के समीप निर्माणाधीन फोरलेन पुल ढह गया। इसमें कार्य कर रहे 14 श्रमिक घायल हो गए हैं। बताया कि ऋषिकेश से 25 किलोमीटर और शिवपुरी से करीब छह किलोमीटर आगे गूलर के समीप यह हादसा हुआ। पुल पर रविवार को लेंटर डालने का कार्य चल रहा था। अचानक शटरिंग में कुछ गड़बड़ी आ जाने के कारण पुल ढह गया है। हादसे के बाद 14 मजदूरों को निकाल लिया गया है। जिन्‍हें राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में भर्ती करा दिया है। बताया कि पुल का स्पॉन 45 मीटर है। इस पुल के एक हिस्से का काम पूरा हो चुका था। दूसरे हिस्से पर लेंटर डाला जा रहा था। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया सैंटरिंग बैठ जाने के कारण यह हादसा हुआ है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।
वंही मुनिकीरेती थाना प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी ने बताया कि 14 घायलों को रेस्क्यू किया गया है। जिनमें से चार की हालत गंभीर है। अभी तक मुन्नन (20 वर्ष) पुत्र बुरहान, कादिर (24 वर्ष) पुत्र जमशेद, मेहताब (28 वर्ष) पुत्र शमशाद व मुस्तफा (27 वर्ष) पुत्र कयूम सभी निवासी मिर्जापुर, बेहट सहारनपुर उत्तर प्रदेश को राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में पहुंचाया गया है।

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अशोक कुमार होंगे उत्तराखण्ड के नये डीजीपी, 30 नवम्बर को सम्भालेंगे पुलिस महानिदेशक का पदभार

वर्तमान में डीजी लॉ ऑर्डर अशोक कुमार उत्तराखंड के नए डीजीपी बनाए गए हैं अशोक कुमार 30 नवंबर को उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक का पदभार संभालेंगे अब तक अशोक कुमार प्रदेश में डीजी लॉ ऑर्डर के रूप में काम कर रहे थे ।
मौजूदा डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी 30 नवंबर को रिटायर होंगे जिसके बाद 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी अशोक कुमार उत्तराखंड पुलिस के बने महानिदेशक।

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प्रताप नगर के लोगों के लिए दीवाली एक सप्ताह पहले। सी एम त्रिवेंद्र रावत करेंगे डोबरा पुल का लोकार्पण

टिहरी। टिहरी बांध से प्रभावित प्रतापनगर के लोगों के लिये एक सप्ताह पहले ही दीपावली की खुशी मिलेगी। कल यानि राज्य स्थापना दिवस के ठीक एक दिन पहले बहुप्रतीक्षित डोबरा-चांठी पुल प्रतापनगर की जनता को समर्पित होगा। 15 साल के लम्बे इंतजार के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत इस पुल की सौगात जनता को देंगे। वह घड़ी अब नजदीक है, जिसका प्रतापनगर क्षेत्र की जनता बेसब्री से इंतजार कर रही थी।
8 नवम्बर का दिन टिहरी बांध के कारण अलग थलग पड़े प्रताप नगर के लोगों के लिये ऐतिहासिक होगा। 8 नवम्बर यानि कल डोबरा- चांठी पुल का लोकापर्ण होते ही करीव 2 लाख की आबादी को लम्बे समय बाद कई परेशानियों से निजात मिलेगी। 15 साल के लम्बे इंतजार के बाद इस इलाके की जनता की आधी समस्यायें समाप्त हो जायेंगी। दीपावली कहें या राज्य स्थापना दिवस का, प्रतापनगर की जनता को यह सबसे बड़ा तोहफा होग। टिहरी बांध की झील बनने के बाद साल 2006 में प्रतापनगर और उत्तरकाशी की 2 लाख की आवादी के आवागमन की सुविधा के लिये डोबरा-चांठी पुल का निर्माण शुरू कराया गया था। कभी धन की कमी तो कभी तकनीकि खामियों के कारण यह पुल तय समय पर नही बन पाया पाया। प्रतापनगर के लोगों को जिला मुख्यालय नई टिहरी समेत, ऋषिकेश, देहरादून जाने के लिये अतिरिक्त दूरि तय करनी पड़ती थी, जिससे उन्हे आर्थिक नुकसान के साथ समय का खामियाजा उठाना पड़ता था। प्रताननगर के लोगों को बड़े ट्रकों, बसों को घनसाली ओर उत्तरकाशी से ले जान पड़ता था। 8 नवम्बर यानि कल सीएम त्रिवेन्द्र रावत पुल का लोकापर्ण करेंगे। इसके साथ ही बांध प्रभावित प्रतापनगर के लोगों की लम्बी तपस्या और संघर्ष खत्म हो जायेगा। जिला मुख्यालय से 30 से 35 कीलोमीटर की दूरि घट जायेगी और बड़ी बसें व ªटकों की आवाजाही भी हो सकेगी। कहा जा सकता है कि प्रतापनगर के लोगों के लिये यह दिन किसी दीपावली से कम नही होगा।

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बांध प्रभावित और विस्थापितों की समस्याओं का होगा हल- महाराज।सिंचाई मंत्री ने किया 4 करोड़ 35 लाख की योजनाओं का शिलान्यास और लोकापर्ण, कहा टिहरी को पर्यटन के विश्व मानचित्र पर पहचान दी जायेगी

नई टिहरी 02 नवम्बर 2020 – प्रदेश सरकार के पर्यटन, सिंचाई, लघु सिंचाई, संस्कृति, जलागम प्रबंधन, बाढ़ नियंत्रण एवं भारत-नेपाल उत्तराखण्ड नदी परियोजनाएं मंत्री सतपाल महाराज ने जिला मुख्यालय नई टिहरी पंहुचकर लघु एवं राजकीय सिंचाई की कुल 435.99 लाख रु0 की 06 योजनाओं का लोकापर्ण एवं शिलान्यास किया। जिसमंे 64.55 लाख की 04 योजनाओं का लोकार्पण व 272.44 लाख की 02 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।
सोमवार को प्रदेश के सिंचाई मंत्री ने अपने एक दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान जिला मुख्यालय स्थिति टीएचडीसी गेस्ट हाउस से लघु सिंचाई विभाग की 04 योजनाओं का लोकार्पण एवं राजकीय सिंचाई खण्ड टिहरी व नरेन्द्रनगर की 1-1 योजनाओं का शिलान्यास किया। लोकार्पित योजनाओं में विकासखण्ड देवप्रयाग के ग्रामपंचायत सांदनाकोट सामुहिक सिंचाई योजना, विकासखण्ड नरेन्द्रनगर के ग्रामपंचायत पिलडी व मौण एवं उपखण्ड कार्यालय भवन घनसाली शामिल है जबकि सिंचाई खण्ड नई टिहरी की विकासखण्ड जाखणीधार के ग्राम कस्तल के गुल्डानी नामे तोक में गांव के सुरक्षा कटाव व विकासखण्ड जौनपुर में दैवीय आपदा से क्षतिग्रस्त 12 पर्वतीय नहरों के पुर्ननिर्माण की योजना शामिल है।
आयोजित कार्यक्रम मंे श्री सतपाल महाराज ने अपने सम्बोधन में कहा कि पहाड़ में पहाड़ जैसी समस्याएं है। जिनका निस्तारण करने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत्त है। उन्होने कहा कि विस्थापन सम्बन्धी प्रकरणों के निस्तारण हेतु कमीश्नर गढ़वाल की अध्यक्षता में समिति गठन किया गया है। आगामी 05 नवम्बर को आयोजित बैठक में रौलाकोट के 415 परिवारों के विस्थापन के प्रकरण को भी रखा जायेगा। उन्होने कहा कि जो प्रकरण केन्द्र सरकार स्तर से निस्तारित होने है उससे लिए प्रतिनिधि मंण्डल शीघ्र ही केन्द्रीय मंत्रियों से मिलने जायेगा। जनपद में पर्यटन की अपार सम्भावनाओं को देखते हुए पर्यटन मंत्री ने कहा कि पहाड़ों में बड़ी झीले विरले ही मिलती है। कहा कि टिहरी झील को में एवं आस-पास के क्षेत्र में पर्यटन की अपार सम्भावनाएं है, टिहरी झील को विश्व मानचित्र पर स्थापित करने के लिए विश्वस्तरीय आर्केटेक्ट एवं प्लानर की आवश्यकता है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि देस्थानम बोर्ड तीर्थ पुरोहितों के हक-हकूकों की रक्षा के लिए प्रतिबद्व है, किसी भी स्थिति में तीर्थ पुरोहितों के हक-हकूको की अनदेखी नहीं की जायेगी। क्षेत्रवासियों की सुविधा के लिए टिहरी डेम टाॅप से रात्री में आवागमन हेतु समय बढाने के लिए केन्द्रीय स्तर पर वर्ता कर समय बढाये जाने की भी बात कही। इसके अलावा उन्होने स्थानीय उत्पाद, होम स्टे का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार के साथ धर्मिक सर्किट, नव गृह सर्किट, रामायण व महाभारत सर्किट इत्यादि पर भी सरकार द्वारा कार्य किया जा रहा है। ताकि उत्राखण्ड में आने वाले पर्यटक शान्त एवं सुरक्षित वातारण में धार्मिक परम्पराओं एवं रिति-रिवाजों से भी रुबरु हो सकें। इस अवसर पर राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त अतर सिंह तोमर, जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव, एसएसपी डॉ योगेंद्र सिंह रावत, सीडीओ अभिषेक रुहेला, प्रताप नगर विधायक विजय सिंह पंवार, जिलाध्यक्ष विनोद रतूड़ी, प्रमुख जाखणी धार सुनीता देवी, प्रमुख चम्बा शिवानी बिष्ट, पूर्व प्रमुख जाखणी धार बेबी असवाल, जिला मीडिया प्रभारी डॉ प्रमोद उनियाल, गोविन्द रावत, विजय कठैत, कमल दास, अनुसूया नौटियाल, परमवीर पंवार, बीरेंद्र सेमवाल, उदय रावत, खेम सिंह चौहान, हर्षमणि सेमवाल, कमलेश्वर कनस्वाल, विभागीय ईई लघु सिंचाई एके पाठक, ईई राजकीय सिंचाई बिजेंद्र कुमार के अलावा अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

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आज से खुले टिहरी के स्कूल, अभी सिर्फ 10वीं और 12वीं की कक्षायें चलेंगी, गाइडलाइन का पालन करना होगा जरूरी

उत्तराखंड में 2 नवंबर से स्कूल खोलने को लेकर संशय जैसी कोई बात नहीं है। प्रदेश सरकार इस मामले में पूर्व में लिए गए अपने निर्णय पर अडिग है। सरकार की तरफ से साफ कर दिया गया है कि 10 वीं और 12 वीं के छात्र-छात्राओं के लिए सोमवार 2 नवंबर से स्कूल खुलेंगे। स्कूल खोलने को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। शिक्षा निदेशक आरके कुंवर ने बताया कि सभी मुख्य शिक्षा अधिकारियों, जिला शिक्षा, खंड शिक्षा और उप शिक्षा अधिकारियों को शासन की गाइड लाइन के हिसाब से पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए गए हैं।

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प्रभारी मंत्री रावत ने ली जिला योजना की समीक्षा बैठक, कोटी-अखोडी-मूलगढ़ रिंग रोड के दिये जांच के आदेश

नई टिहरी :- उच्च शिक्षा, सहकारिता, प्रोटोकाॅल, दुग्ध विकास एवं जनपद के प्रभारी मंत्री डाॅ0 धन सिंह रावत ने जिला कार्यालय सभागार में जिला योजना के कार्यों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में श्री रावत ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला योजना के अंतर्गत संचालित एवं गतिमान कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिला योजना के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यो में गुणवत्ता मैं किसी प्रकार की कोताही ना बरती जाए। प्रभारी मंत्री ने जनपद के लोनिवि के 23 करोड़ की लागत से 70 किमी लंबे घनसाली-कोटि-अखोडी-मूल गढ़ रिंग रोड एवं विधानसभा धनोल्टी के अंतर्गत लोनिवि के मोटर मार्ग की जांच के निर्देश जिलाधिकारी को दिए हैं। वहीं जाख-डोभरा मोटर मार्ग को प्राथमिकता के आधार पर गड्डा मुक्त करने के निर्देश लोनिवि के अधिकारियों को दिए। प्रभारी मंत्री ने टिहरी डेम टॉप से वाहनों की आवाजाही रात्रि 10 बजे तक जारी रखने के लिए जिलाधिकारी को टीएचडीसी एवं सीआईएसएफ को पत्र भेजने के निर्देश दिए है ताकि स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। प्रभारी मंत्री ने सीएमओ को पीपीपी मोड पर संचालित हो रहे जिला चिकित्सालय बोराड़ी, घनसाली, देवप्रयाग मैं अनुबंधों के साथ बेहतर स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। श्री रावत ने बताया कि स्वरोजगार योजना के तहत अब तक जनपद में 2000 लोगों को रोजगार दिया जा चुका है वहीं 3000 किसानों को ब्याज मुक्त ऋण दिया जा चुका है। इसके अलावा प्रभारी मंत्री ने मुख्यमंत्री मोटरसाइकिल योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, स्वरोजगार से जुड़े विभागों की समीक्षा की। बैठक में जिला अधिकारी युवा आशीष श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवान, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेंद्र सिंह रावत, प्रभागीय वन अधिकारी टिहरी वन प्रभाग कोको रोसे, डीडीओ आनंद भाकुनी, सीएमओ डॉ सुमन आर्य, डीएसटीओ निर्मल कुमार, एसडीएम एफआर चौहान के अलावा लोक निर्माण विभाग, उद्यान, कृषि, पशुपालन, मत्स्य आदि विभागों के अधिकारी, जिलाध्यक्ष बीजेपी विनोद रतूड़ी, व्यापार मंडल अध्यक्ष बौराड़ी दिनेश डोभाल आदि उपस्थित थे।

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डीएम इवा ने किया डोबरा-चांठी पुल का निरीक्षण, नवम्बर में होगा पुल का उदघाटन, बचे हुये कामों को शीघ्र पूरे करने के निर्देश

नई टिहरी :-जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने डोभरा-चांठी पहुंचकर देश के सबसे लंबे सस्पेंशन ब्रिज का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सुरेंद्र सिंह मखलोगा को निर्देश दिए कि पुल के अंतिम चरण के फिनिशिंग कार्यो लाइट, प्रवेश द्वार पर चेक पोस्ट, सफाई, अप्रोच मार्ग सहित पूरे ब्रिज पर साफ-सफाई इत्यादि को समय से पूरा करने के निर्देश दिए है। वहीं डोभरा में आवंटित दुकानों को व्यवस्थित ढंग से एकरूपता के साथ निर्माण करने के निर्देश दिए है। स्पष्ट किया कि डोभरा- चांठी पुल के आसपास की सरकारी भूमि पर प्लानिंग के तहत व्यवस्थाएं स्थापित की जाएगी इसलिए इस भूमि पर अतिक्रमण न होने पाए। उन्होंने कहा कि पुल के उद्धघाटन के उपरांत यह पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होगा। वहीं क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए डोभरा में एक बोटिंग पॉइंट बनाया जाना प्रस्तावित है। ताकि डोभरा-चांठी ब्रिज को देखने हेतु आने वाले पर्यटकों को नोकायन की सुविधा मिल सके। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने ओलणी-मल्ला उप्पू मोटर मार्ग के उप्पू खाला में स्लाइडिंग जोन पर लोनिवि चम्बा द्वारा किये जा रहे कार्यो का जायजा लेते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। टिहरी झील में पर्यटकों के बढ़ते आवागमन से स्थानीय स्तर पर युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए तिवाड गांव में होम स्टे एवं अन्य संभावित पर्यटन गतिविधियों के संचालन की संभावनाओं का भी जायजा लिया। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने बौराड़ी पहुंचकर बसअड्डे व रेन बसेरा का का भी निरीक्षण किया। रेन बसेरे में सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गई। गणेश चौक पर वाहनों के आड़े-तिरछे खड़े किए जाने के कारण जिलाधिकारी ने एसडीएम टिहरी व ईओ नगर पालिका नई टिहरी को नई टिहरी एवं बौराड़ी में पीली/सफेद पट्टी के अंदर के क्षेत्र में दुपहिया व चौपहिया वाहनों के लिए पार्किंग एरिया चिन्हित करते हुई एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है।
मौके पर एसडीएम टिहरी एफआर चौहान, अधिशासी अभियंता एसएस मखलोगा के अलाव इंजिनेअर्स एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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डीएम इवा ने ली टाडा की बैठक, झील के आस पास पर्यटन बढ़ाने के दिये निर्देश, पर्यटक गाइड बुक तैयार करने के भी दिये निर्देश

नई टिहरी :-जिला कार्यालय में जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में टिहरी विशेष क्षेत्र पर्यटन विकास प्रधिकरण (टाडा) की एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए टिहरी झील क्षेत्र में विभिन्न व्यवस्थाओ के विस्तार की संभावनाओं के संबंध में समिति द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर गहन चर्चा की गई। जिसमे जेटी, बोटिंग पॉइंट, पैरासिलिंग, पैराग्लाइडिंग, हाउस बोट, फ्लोटिंग हट, हाउस बोट, ट्रैकिंग रुट, व्यू पॉइंट, कोटि में मॉड्यूलर शॉप, शौचालय, चेंजिंग रूम, लाइट एंड साउंड शो इत्यादि शामिल है। जिलाधिकारी ने टिहरी झील एवं आसपास के पर्यटन स्थल, होम स्टे, बोटिंग पॉइंट, बोटिंग रुट, पैससिलिंग जैसी तमाम अन्य साहसिक गतिविधियों के संचालन संबंधी स्थानों का चार्ट/मेप प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है। इसके अलावा पर्यटन विभाग को टिहरी झील में साहसिक खेल गतिविधियों एवं जनपद के समस्त पर्यटन स्थलों, ट्रैकिंग रूटों इत्यादि संबंधी गाइड बुक, ब्रॉशर तैयार करने के भी निर्देश दिए है। ताकि जनपद में आने वाले पर्यटकों को इसका वितरण कर और अधिक प्रचार-प्रसार किया जा सके। टीहरी झील में नई जेटी, डाकयार्ड, लाइट एंड साउंड इत्यादि के संबंध में 15 दिन के भीतर प्रस्ताव तैयार करते हुए यूटीडीबी को प्रेषित किये जाने के निर्देश टाडा के अधिकारियों को दिए है। जिलाधिकारी ने कहा कि टिहरी झील एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन की अपार संभावनाएं है। संभावनाओं को मूर्त रूप दिए जाने हेतु राज्य सरकार द्वारा निरंतर प्रयास जारी है। जिसके तहत झील को विश्व मानचित्र पर स्थापित करने के साथ ही पर्यटन गतिविधियों से आसपास की स्थानीय जनमानस को रोजगार से जोड़कर आर्थिकी को मजबूत करना प्राथमिकता में है। कहा कि जिसके तहत टिहरी झील व आसपास के क्षेत्र में पर्यटकों को दृष्टिगत रखते हुए बुनियादी सुविधाएं स्थापित किये जाने की कार्यवाही गतिमान है। इसके अलावा जिलाधिकारी ने पर्यटन संबंधी गतिविधियों को बढ़ाने, व्यापक प्रचार-प्रसार एवं साहसिक खेल संबंधी संभावनाओं को लेकर बोट संचालकों, आईटीबीपी सहित तमाम संबंधित संस्थओं/एजेंसियों के साथ बैठक के माध्यम से सुझाव प्राप्त करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है। बैठक में उपजिलाधिकारी टिहरी एफ०आर० चौहान, जिला पर्यटन अधिकारी एस०एस० यादव के उलवा टाडा के कर्मचारी भी उपस्थित थे।

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टिहरी के 43 ग्राम पंचायतों में 50 प्रतिशत से अधिक पलायन हुआ है

नई टिहरी :-मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना तहत जिला स्तरीय समिति की बैठक जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में सम्पन्न हुई। जनपद में पलायन के मुख्य कारणों शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार रहा है। बैठक में पलायन प्रभावित गांवों एवं पलायन रोकने के लिए संबंधित विभागों द्वारा कार्य योजना प्रस्तुत की गई। जिसपर जिलाधिकारी ने कहा कि विभागीय स्तर पर बनाई गई कार्ययोजना प्रयाप्त नही है। कहा कि पलायन प्रभावित गांवों में आजीविका/रोजगार उत्सर्जन की क्षमता के संबंध में ग्राम विकास अधिकारियों के माध्यम से फीडबैक लेते हुए प्रारूप पर प्रस्तुत करें। ताकि पलायन प्रभावित इन गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, आजीविका/स्वरोजगार, सिंचाई, मोटरमार्ग जैसी सुविधाओ के संबंध में और अधिक वस्तु स्थिति स्पष्ट हो सके। कहा कि स्पष्ट फीडबैक प्राप्त होने के उपरांत विभागीय योजनाओ के क्रियान्वयन में भी आसानी होगी। बैठक में बताया गया कि जनपद में 50 राजस्व गांव एवं 43 ग्राम पंचायतें ऐसी है जिनमे 50 प्रतिशत से अधिक पलायन हुआ है। बैठक में अधिशासी अभियंता लोनिवि के०एस०नेगी, जल संस्थान सतीश नौटियाल, विद्युत राकेश कुमार, लघु सिंचाई अतुल कुमार पाठक, जिला सेवायोजन अधिकारी विक्रम, सहायक निदेशक दुग्ध प्रेम लाल के अलावा अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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सड़क सुरक्षा को लेकर डीएम ने बैठक, कहा सम्बन्धित अधिकारियों की होगी जबाबदेही, अनुपस्थित अधिकारियों से स्पष्टीकरण किया तलब, वाहन चालकों के लिये शिविर लगाने के दिये निर्देश

नई टिहरी :-जिलाधिकारी युवा सी श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग नरेंद्र नगर राष्ट्रीय राजमार्ग डिवीजन डोईवाला का स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सड़क सुरक्षा बहुत ही संवेदनशील विषय है इसमें किसी भी लापरवाही पर संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय राजमार्ग 707 के भागीरथीपुरम स्थित जीरो ब्रिज पर दुर्घटना संभावित मोटर मार्ग पर सुरक्षा पैरापिट/क्रैश बैरियर लगवाने हेतु टीएचडीसी के अधिकारियों को निर्देश दिए है। इस कार्य हेतु राष्ट्रीय राजमार्ग डिविजन श्रीनगर टीएचडीसी को तकनीकी सहायता देगा। इसके अलावा मोरियाना-नगुण, नई टिहरी-घनसाली, नरेंद्रनगर-रानी पोखरी मोटर मार्ग पर क्रेश बैरियर, चम्बा-मसूरी के बीच दो तीव्र मोड़ो पर मिरर प्राथमिकता के आधार पर लगवाने के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि क्रैश बैरियर सुरक्षा/ पैराफिट इत्यादि स्थापित करने में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए। सड़क सुरक्षा संबंधित कार्यों के लिए धनराशि उपलब्ध होने तक अस्थाई/वैकल्पिक रूप से कार्य करवाए जाएं।जिलाधिकारी ने जनपद के सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि फील्ड विजिट के दौरान किसी भी मोटर मार्ग पर यदि दुर्घटना संभावित स्पॉट पाया जाता है तो इसकी सूचना सड़क सुरक्षा समिति को प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी ने परिवहन विभाग द्वारा मोटर वाहन अधिनियम के तहत धीमी कार्यवाही पर गहरी नाराजगी प्रकट करते हुए आगामी 3 माह में प्रगति लाने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने कॉमर्शियल वाहनों सहित वाहन चालकों की फिटनेस हेतु 3 माह के भीतर विकासखंड स्तर पर 3 शिविरों के आयोजन के निर्देश दिए हैं जिसमें संबंधित उप जिलाधिकारी, एआरटीओ, आँख रोग विशेषज्ञ, पुलिस एवं सड़क निर्माण से जुड़े अधिकारी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे। वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम के तहत ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान वीडियो के माध्यम से जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में एडीएम शिवचरण द्विवेदी, सीओ धन सिंह तोमर एआरटीओ एनके ओझा, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक एसएस बिष्ट, डॉक्टर एलडी सेमवाल के अलावा लोक निर्माण विभाग, पीएमजीएसवा, राष्ट्रीय राजमार्ग बड़कोट राष्ट्रीय राजमार्ग श्रीनगर एवं बीआरओ के अधिकारी भी उपस्थित थे।

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