भाजपा सरकार में मंत्री हरक सिंह रावत की कांग्रेस में लौटने की चर्चा है। रविवार को दिल्ली रवाना हो गए। मंत्री हरक सिंह रावत अपनी पुत्रवधू के लिए भी टिकट…
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टिहरी में 951 पोलिंग बूथ होंगे, जिनमें लगभग 5 लाख 29 हजार 865 मतदाता करेंगे मतदान।
टिहरी। विधान सभा चुनावों को जनपद में निष्पक्ष, स्वतंत्र, सुव्यवस्थित रूप से सम्पादित कराए जाने हेतु जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रुप से कमर कस ली है। जिला निर्वाचन अधिकारी टिहरी इवा आशीष श्रीवास्तव की अगुवाई में सभी व्यवस्थाओं को लेकर नामित आरओ/एआरओ, जोनल/सेक्टर मेजस्ट्रेट, नोडल ऑफिसर आदि द्वारा अपनी-अपनी कमान संभाल कर कार्य किया जा रहा है। जनपद की 6 विधान सभा क्षेत्रों (घनसाली, देवप्रयाग, नरेंद्रनगर, प्रतापनगर, टिहरी, धनोल्टी) में कुल 951 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जिनमें लगभग 5 लाख 29 हजार 865 मतदाता, उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इन मतदाताओं में लगभग 19 हजार 779 मतदाता दिव्यांग एवं 80 साल से अधिक आयु के हैं। दिव्यांग मतदाता लगभग 7 हजार 46 तथा 80 साल से अधिक आयु के लगभग 12 हजार 733 मतदाता चिन्हित किए गए हैं। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की सुविधा के लिए एक-एक दिव्यांग बूथ, एक-एक सखी बूथ तथा 2-2 आदर्श बूथ बनाए गए हैं। वहीं स्थानीय स्तर पर बदलते मौसम के मद्देनजर 73 पोलिंग बूथ ऐसे चिन्हित किए गए हैं, जहां बर्फ पड़ने से रास्ते ब्लॉक हो सकते हैं तथा पोलिंग पार्टियों को जाने-आने में दिक्कत हो सकती है। इसके निदान के लिए शासन से स्नो चैन और स्नो ब्लॉअर की मांग की गई है। 951 पोलिंग बूथों में से 40 संवदेनशील तथा 55 अतिसंवेदनशील बूथ चिन्ह्ति किये गये हैं। मतदान के दिन प्रत्येक मतदाता, मतदान अधिकारी, कार्मिक पर निगरानी हेतु पोलिंग बूथों पर वेब कास्टिंग होगी। निर्वाचन के दौरान किसी भी तरह से आदर्श आचार संहिता का उल्लघंन न हो, इसके लिए जीपीएस और मोबाइल सुविधा से लेस 36 उड़न दस्ता टीम लगाई गई हैं। वहीं प्रचार-प्रसार सामाग्री पर निगरानी हेतु वीडियो निगरानी टीम (वीवीटी) टीम गठित की गई हैं। वहीं दिव्यांग मतदाताओं, 80 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं तथा कोविड पॉजिटिव मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान करने की सुविधा भी की गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीवास्तव ने कहा कि निर्वाचन के दौरान निर्वाचन आयोग की गाइड लाइन एवं कोविड गाइड लाइन का सभी कार्मिक अनुपालन करना और करवाना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही प्रत्येक पोलिंग बूथ पर कोविड संक्रमण के दृष्टिगत मास्क, सेनिटाइजर, गल्बस्, थर्मल स्केनिंग आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे तथा सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाना आवश्यक होगा। कहा कि मतदान के दिन प्रत्येक पोलिंग बूथ पर मतदाता को ईवीएम में मतदान हेतु गल्बस् मुफ्त में दिया जायेगा। पोेलिंग बूथ पर कोविड संदिग्ध मतदाता को मतदान के अन्तिम घंटे में मतदान करवाया जायेगा, ताकि कोविड संक्रमण से बचाव हो सके। जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रथम रैन्डोमाइजेशन के पश्चात तैनात किये गये मतदान कार्मिकों की ड्यूटी आदेश जनपद के समस्त विद्यालयों में सम्बन्धित खण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से, विकास खण्ड क्षेत्र के अन्तर्गत स्थित कार्यालयों में विकास खण्ड अधिकारी कार्यालय के माध्यम से तथा संबंधित कार्यालयों के माध्यम से उपलब्ध कराते हुए सूचना जिला निर्वाचन कार्यालय टिहरी को उपलब्ध कराने के निर्देश दियेे।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी रामजी शरण शर्मा ने निर्वाचन ड्यूटी में तैनात सभी कार्मिकों को प्रशिक्षण के दौरान अपना एपिक कार्ड साथ लाने तथा पोस्टल बैलट के माध्यम से मतदान करने हेतु 12डी प्रारूप में आवेदन करने को कहा, ताकि सभी कार्मिक मतदाता अपने मतदान का प्रयोग कर निर्वाचन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सके।
14 पार्षदों का इस्तीफा, भाजपा को बड़ा झटका। उपेक्षा का लगाया आरोप।
हरिद्वार । जहाँ एक तरफ़ चुनाव नजदीक है वहीं दूसरी तरफ़ चुनाव से कुछ समय पूर्व ही भाजपा को बड़ा झटका लगा है। रुड़की नगर निगम की बोर्ड बैठक के 2 दिन बाद ही भाजपा को बड़ा झटका लगा है। नगर निगम के लगभग 14 पार्षदों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया जिससे आगामी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है भाजपा छोड़ने वाले पार्षदों का आरोप है कि भाजपा का बोर्ड होने के बावजूद भी नगर निगम में पार्षदों के क्षेत्र में इस तरह के विकास कार्य नहीं हो पाए जिस तरह से वह चाह रहे थे पार्षदों का आरोप है कि भाजपा का पार्षद बनने के बाद लगातार उनके क्षेत्र की उपेक्षा होती रही और नगर निगम के अधिकारी भाजपा पार्षद उपेक्षा करते रहे।
उन्होंने सामूहिक रूप से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया अब सभी पार्षद कौन सी पार्टी में जाएंगे यह तो आने वाला समय ही बताएगा की भारतीय जनता पार्टी पर पार्षदों के इस्तीफे का कितना प्रभाव पड़ेगा लेकिन इतना जरूर है कि विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के पार्षदों के इस्तीफे से भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। भाजपा के विधायक प्रदीप बत्रा पर भी पार्षदों ने विकास ना करने के साथ साथ अन्य भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि भाजपा विधायक ने भी पार्षदों के क्षेत्र को कभी गंभीरता से नहीं लिया जिसके चलते आज उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ रहा है अब यह सभी पार्षद कौन सी पार्टी में जाएंगे यह सभी सामूहिक रूप से एक बैठक कर निर्णय लेंगे।