राष्ट्रपति पद के लिए मतदान शुरू, द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा के बीच मुकाबला

देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए थोड़ी देर में मतदान शुरू हो जाएगा। इस मतदान में 4800 निर्वाचित सांसद और विधायक हिस्सा लेंगे। चुनाव में राजग उम्मीदवाद द्रौपदी मुर्मू की जीत और इसके साथ ही देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहली बार आदिवासी महिला की ताजपोशी तय है। 27 दलों के समर्थन  के  साथ द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी है। वहीं महज 14 दलों का समर्थन के साथ सिन्हा को करीब 3.62 लाख वोट ही मिलने की उम्मीद है। 

द्रौपदी मुर्मू की जीत तय: आशीष शेलार

भारतीय जनता पार्टी के नेता और महाराष्ट्र विधानसभा में मुख्य सचेतक आशीष शेलार ने कहा कि एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की जीत तय है। हमें पूरा विश्वास है कि वह महाराष्ट्र से रिकॉर्ड वोट हासिल करेंगी।  

मतदान के लिए विधानसभा पहुंचे सुवेंदु अधिकारी

राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान से पहले विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल विधानसभा पहुंचे।

राष्ट्रपति चुनाव महज एक औपचारिकता: नीरज तमांग जिम्बा

दार्जिलिंग से भाजपा विधायक नीरज तमांग जिम्बा ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव महज एक औपचारिकता है। वह पहले ही जीत चुकी है। आंकड़े कहते हैं कि द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनेंगी। खुशी का मौका है। हर तरफ से समर्थन मिल रहा है। यह ऐतिहासिक है। 

बंगाल के सभा विधायक मतदान के लिए राज्य विधानसभा के लिए रवाना

राष्ट्रपति चुनाव में मतदान के लिए पश्चिम बंगाल के भाजपा विधायक राज्य विधानसभा के लिए रवाना हो गए हैं। राष्ट्रपति चुनाव के लिए आज सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक वोटिंग होगी।

राष्ट्रपति चुनाव में कुल कितने वोटर्स होंगे? 

राष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा और राज्यों के विधानसभा के सदस्य वोट डालते हैं। 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में से 233 सांसद ही वोट डाल सकते हैं। 12 मनोनीत सांसद इस चुनाव में वोट नहीं डालते हैं। इसके साथ ही लोकसभा के सभी 543 सदस्य वोटिंग में हिस्सा लेंगे। इनमें आजमगढ़, रामपुर और संगरूर में हुए हालिया उपचुनाव के विजेता सांसद भी शामिल होंगे।  इसके अलावा सभी राज्यों के कुल 4 हजार 33 विधायक भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालेंगे। इस तरह से राष्ट्रपति चुनाव में कुल मतदाताओं की संख्या 4 हजार 809 होगी। हालांकि, इनके वोटों की वैल्यू अलग-अलग होगी.

राज्यवार विधायकों के वोट की कितनी अहमियत होती है?

देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के एक विधायक के वोट की वैल्यू सबसे ज्यादा 208 होती है। वहीं, इसके बाद झारखंड और तमिलनाडु के एक विधायक के वोट की वैल्यू 176 तो महाराष्ट्र के एक विधायक के वोट की वैल्यू 175 होती है। बिहार के एक विधायक के वोट की वैल्यू 173 होती है। सबसे कम वैल्यू सिक्किम के विधायकों की होती है। यहां के एक विधायक के वोट की वैल्यू सात होती है। इसके बाद नंबर अरुणाचल और मिजोरम के विधायकों का आता है। यहां के एक विधायक के वोट की वैल्यू आठ होती है।

राष्ट्रपति चुनाव में वोट कौन डालता है? 

राष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा, राज्यसभा के सभी सांसद और सभी राज्यों के विधायक वोट डालते हैं। इन सभी के वोट की अहमियत यानी वैल्यू अलग-अलग होती है। यहां तक कि अलग-अलग राज्य के विधायक के वोट की वैल्यू भी अलग होती है। एक सांसद के वोट की वैल्यू 708 होती है। लेकिन इस बार जम्मू-कश्मीर में विधानसभा न होने की वजह से सांसदों के वोट की वैल्यू घटकर 700 रह गई है। दूसरी तरफ विधायकों के वोट की वैल्यू उस राज्य की आबादी और सीटों की संख्या पर निर्भर होती है।  

Epostlive.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *