

नैनीताल से 40 किलोमीटर दूर रामगढ़ ब्लॉक के ओड़ाखान, ग्राम पंचायत दाड़िम की कमला नेगी अपनी मेहनत और हुनर से लोगों के बीच चर्चा में हैं। वह गाड़ियों की रिपेयरिंग और पंचर बनाने का काम करती हैं। उस रोड से गुजरने वाले पर्यटक से लेकर स्थानीय लोग तक उन्हें देखकर स्तब्ध हो जाते हैं। दुनिया के बहुत से पेशे ऐसे हैं जिन पर पुरुषों का एकाधिकार मान लिया गया है। ऐसे में जब उसमें स्त्रियों की दखल होती है तो लोग सहजता से स्वीकार नहीं कर पाते हैं। पर इन वर्जनाओं को नैनीताल जिले की कमला दीदी ने तोड़ा है।कमला दीदी (Kamla Didi) के साथ कुछ ऐसा ही है। 55 साल की उम्र में साड़ी में लिपटी कमला दीदी को लोग कार की बोनट खोलकर रिपोरिंग करते और पंचर बनाते देखकर चौंक जाते हैं। आश्चर्य होता है कि एक महिला ये सब कर कैसे लेती है।

आठवीं पास कमला ने घर परिवार की आर्थिक गाड़ी को पटरी पर लाने के लिए 2004 में नथुवाखान जाने वाली सड़क किनारे पंचर की दुकान खोली। उस समय गांव और आसपास के लोगों ने उसका मजाक उड़ाया। लेकिन उसने तानों की परवाह किए बगैर पति के साथ गाड़ियों की सर्विसिंग का काम भी सीख लिया। धीरे धीरे दुकान चल पड़ी और आज पूरे इलाके में कमला टायर वाली दीदी के रूप में पहचानी जाती है।