
उत्तराखंड
सेना की अग्निवीर भर्ती में सफल नहीं हो पाने से आहत कपकोट के मल्लादेश निवासी कमलेश गिरी (21) पुत्र हरीश गिरी ने जहर खाकर जान दे दी। आत्महत्या करने से पहले उसने अपने फेसबुक अकाउंट में कई वीडियो भी अपलोड किए। जिसमें उसने चयन न होने की हताशा अपनी योग्यताओं की चर्चा करते हुए की है। युवक के इस कदम से घर में मातम का माहैल है। सोमवार को अग्निवीर परीक्षा का रिजल्ट घोषित हुआ, जिसमें कमलेश का चयन नहीं हो पाया। इसके बाद जब उन्होंने सोशल मीडिया पर कमलेश के रोते हुए स्टेटस देखे तो पता चला कि, वह तनाव में है। परिजनों को कमलेश घर के पास ही तड़पता हुआ मिला।उसने सल्फास गटक लिया था। बागेश्वर जिला अस्पताल में कमलेश की मौत हो गई। कोतवाल कैलाश नेगी ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। परिजनों ने बताया कि सेना में भर्ती होने के लिए कमलेश तीन साल से तैयारी कर रहा था। पहले कोविड से सेना की भर्ती लटकी रही। उसके बाद अग्निवीर भर्ती शुरू हुई।अग्निवीर की भर्ती में शारीरिक दक्षता और मेडिकल पास करने के बाद उसे अपने चयन का पूरा भरोसा हो गया था। लेकिन वह लिखित परीक्षा में असफल हो गया। युवक के इस कदम से घर में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है।