
इतिहास
इतिहास में 30 अक्टूबर का दिन असम में एक के बाद एक हुए बम विस्फोटों की दुखद घटना के साथ दर्ज है। राजधानी गुवाहाटी और 13 अन्य स्थानों पर 30 अक्टूबर 2008 को हुए इन शक्तिशाली धमाकों ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। देश का यह शांत और हरा भरा इलाका धमाकों की आंच से झुलसकर रह गया। राज्य के कोकराझार जिले में तीन जगहों पर, गुवाहाटी में पांच जगहों पर, बोंगाईगांव में तीन और बरपेटा में दो जगहों पर धमाके हुए।
रूस ने किया था सबसे खतरनाक एटम बम का टेस्ट, 1 हजार किलोमीटर दूर से लोगों को दिखाई दी थी विस्फोट की रोशनी
अमेरिका ने दूसरे विश्वयुद्ध में जापान के नागासाकी और हिरोशिमा पर एटम बम गिराकर पूरी दुनिया को अपनी ताकत दिखा दी थी। विश्वयुद्ध खत्म होने के बाद अमेरिका और सोवियत संघ के बीच कोल्ड वार शुरू हो गया था। दोनों में होड़-सी मची थी। तब सोवियत संघ के वैज्ञानिक आंद्रेई सखारोव ने 1960 ऐसा बम तैयार किया, जो दुनिया में अब तक का सबसे बड़ा बम है। इसे नाम दिया गया ज़ार बम। ज़ार रूस के राजाओं की उपाधि थी और इस बम को “बमों के महाराजा” की तरह प्रोजेक्ट किया गया था।ये बम इतना बड़ा था कि इसके लिए खास लड़ाकू जहाज बनाया। हथियार और मिसाइलें लड़ाकू जहाजों में रखे जाते हैं, लेकिन ज़ार बम इतना बड़ा था कि उसे विमान से पैराशूट के जरिए लटकाकर रखा गया था। 30 अक्टूबर 1961 को ज़ार बम का टेस्ट किया गया। यह बम अमेरिका के लिटिल बॉय और फैट मैन जैसा था, लेकिन उनसे बहुत बड़ा था और पलभर में बड़े शहर को खाक कर सकता था।
सोवियत लड़ाकू जहाज टुपोलोव-95 ने करीब दस किमी की ऊंचाई से पैराशूट से इसे लेकर नोवाया जेमलिया द्वीप पर गिराया, ताकि विस्फोट से पहले गिराने वाला और तस्वीरें ले रहा विमान सुरक्षित दूरी तक पहुंच जाएं। दोनों विमान 50 किमी दूर पहुंचे थे कि भयंकर विस्फोट हुआ। विस्फोट इतना भयंकर था कि पूरी दुनिया दहल उठी।
इस विस्फोट का असर ये हुआ कि दुनिया के तमाम देश खुले में एटमी टेस्ट न करने पर राजी हो गए। 1963 में ऐसे एटमी परीक्षणों पर रोक लगा दी गई। इस बम को बनाने वाले सखारोव को भी लगा कि ऐसा बम दुनिया में तबाही मचा सकता है। वे बाद में एटमी हथियारों के खिलाफ अभियान के नेता बन गए। बाद में सखारोव को अपने योगदान के लिए 1975 में शांति का नोबेल पुरस्कार मिला।
30 अक्टूबर की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
1485 : हेनरी टुडोर को इंग्लैंड का राजा बनाया गया। हेनरी सप्तम के नाम से पहचाने गए हेनरी टुडोर ने टुडोर वंश की स्थापना की और इंग्लैंड की शक्ति के विस्तार के लिए कई तरह से प्रयास किए।
1883 : स्वामी दयानंद सरस्वती का निधन।
1909 : भारत के भौतिक शास्त्री और परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम के जनक होमी जहांगीर भाभा का जन्म।
1945 : भारत संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बना। भारत ने ब्रिटिश शासन के अंतर्गत वास्तविक राष्ट्र के रूप में इस विश्व संगठन की सदस्यता ली।
1956 : दिल्ली में अशोक होटल खुला। यह देश का पहला पांच सितारा आलीशान होटल था।
1961: रूस ने हाइड्रोजन बम में विस्फोट किया, जिसपर दुनियाभर में रोषपूर्ण प्रतिक्रिया व्यक्त की गई।
1974 : मोहम्मद अली ने जार्ज फोरमैन को हराकर विश्व हैवीवेट बाक्सिंग खिताब जीता।
1991: अमेरिका के राष्ट्रपति जार्ज बुश ने स्पेन में पश्चिम एशिया शांति सम्मेलन के दौरान अपने ऐतिहासिक भाषण में अरब जगत और इस्राइल को अपना अतीत भुलाकर शांति के रास्ते पर चलने का आह्वान किया।
2008: गुवाहाटी सहित असम के कई हिस्सों में एक के बाद एक कई बम धमाकों में 66 से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु।