भौंकुछ -विक्रम बिष्ट

भौंकुछ
सुना है डॉ. मनमोहन सिंह आजकल बहुत खुश हैं। सुना ही है, सुनाया किसने है किसे मालूम ! वह बोलते ही कितना हैं। उनका तो नामकरण ही शायद किसी शुभचिंतक ने मौनमोहन सिंह कर दिया था। किसने ? प्रोफेसर लाल बुझक्कड़ से उम्मीद थी कि वह बताएंगे। लेकिन उन्होंने भी अपनी चिर- परिचित मुस्कान को रहस्यवादी चादर में समेटते हुए सिर्फ इतना कहा,,, गौरू नौं धरु औरू।
उड़ती-उड़ती जानकारी है कि डॉ, साहब आजकल राहुल गांधी से खुश हैं। भूतपूर्व घोषित पप्पू ने जब से गारंटियों की तड़ातड़ फायरिंग शुरू की है डॉ. साहब को अपनी रोजगार गारंटी का भविष्य उज्जवल दिखने लगा है। अर्थशास्त्री हैं इसलिए राजनीति में रहते हुए भी राजनीति नहीं करते हैं। किसके हाथ रोजगार की सबसे बड़ी गारंटी लगने वाली है, यह फिलहाल कोई नहीं जानता है। सिवाए मौन मतदाता के..।

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