अहिंसा की पुजारी थे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी- राकेश राणा

टिहरी

अहिंसा की पुजारी थे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी- राकेश राणा

अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 156 वीं जन्म जयंती जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय नई टिहरी में कांग्रेसजनो द्वारा उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित की गई ।

जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जिनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था, का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था. वे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता थे, जिन्होंने सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों पर चलकर भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में अपना जीवन बिताया और वहीं से सत्याग्रह का सिद्धांत विकसित किया. भारत लौटने पर उन्होंने असहयोग आंदोलन, नमक सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन जैसे कई महत्वपूर्ण अहिंसक आंदोलन चलाए. महात्मा गांधी को भारत के राष्ट्रपिता के रूप में जाना जाता है और उनकी हत्या राष्ट्र विरोधी मानसिकता के व्यक्ति नाथूराम गोडसे द्वारा 30 जनवरी 1948 को की गई।

प्रदेश कांग्रेस के सचिव गांधी विचारक सैयद मुसर्रफ अली और महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष आशा रावत ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एक भारतीय वकील, उपनिवेशवाद-विरोधी कार्यकर्ता और राजनीतिक नीतिशास्त्री थे, जिन्होंने ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता के लिए अहिंसक प्रतिरोध का सफल नेतृत्व किया । उन्होंने दुनिया भर में नागरिक अधिकारों और स्वतंत्रता के आंदोलनों को प्रेरित किया।

उपरोक्त कार्यक्रम में जिला कांग्रेस कमेटी टिहरी गढ़वाल के अध्यक्ष राकेश राणा प्रदेश कांग्रेस के सचिव पूर्ण राज्य मंत्री सैयद मुसरफ़ अली महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष आशा रावत विधि प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एडवोकेट सोहन सिंह रावत वरिष्ठ गांधीवादी नित्यानंद डोभाल पवन चमोली नवीन धनाई विक्रम प्रजापति राहुल विनय सौरव आदित्य अंकुर हजेलोक उपस्थित थे।

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