एयर इंडिया अब टाटा ग्रुप की हो गई है। सरकार ने टाटा सन्स की बोली को स्वीकार कर लिया है। एयर इंडिया के लिए जो कमेटी बनाई गई है, उसमे वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण,कॉमर्स मंत्री पीयूष गोयल,ऐविएशन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। माना जा रहा है कि एयर इंडिया का रिजर्व प्राइस 15 से 20 हजार करोड़ रुपये तय किया गया था। टाटा ग्रुप ने स्पाइस जेट के चेयरमैन अजय सिंह से ज्यादा की बोली लगाई थी। इस तरह करीब 68बाद एयर इंडिया की घर वापसी हुई है। एयर इंडिया को 1932 में टाटा ग्रुप ने ही शुरू किया था। तब इसका नाम टाटा एयर सर्विस रखा गया। 1938 में कंपनी ने अपनी घरेलू उड़ानें शुरू कर दी थी। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद इसे सरकारी कंपनी बना दिया गया। आज़ादी के बाद सरकार ने इसकी 49%हिस्सेदारी खरीदी। मौजूदा समय मे एयर इंडिया देश मे 4400 और विदेश में 1800 लैंडिंग और पार्किंग स्लॉट को कंट्रोल करती है।