सूबे के सहकारिता, शिक्षा, उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने राज्य में इसी शैक्षिक सत्र से नई शिक्षा नीति लागू करने के निर्देश…
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इस साल के आखिर में हो जाएगा पीएसपी से विधुत उत्पादन शुरू। टिहरी और कोटेश्वर बांध से आजकल 10 मिलियन यूनिट विधुत उत्पादन।
इस वर्ष के अंत तक टिहरी बांध के द्वितीय चरण के पीएसपी यानी पंप स्टोरेज प्लांट की पहली यूनिट विद्युत उत्पादन शुरु कर देगी, जिससे 250 मेगावाट का विधुत उतपादन होगा। इसके साथ ही दो-दो माह के अंतराल में प्लॉट की तीन और यूनिट विद्युत उत्पादन का काम शुरु कर देंगी।
आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष में टीएचडीसी के महाप्रबंधक ने टिहरी बांध से उत्पादन होने वाले बिजली के साथ की अन्य उपलब्धियों को बताया। टीएचडीसी के महाप्रबंधक यू के सक्सेना बताया कि टिहरी बांध के पहले चरण में एक हजार मैगावाट विद्युत उत्पादन हो रहा है। द्वितीय फेज के पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। पीएसपी की पहली यूनिट दिसंबर 2022 में 250 मेगावाट विद्युत उत्पादन शुरु कर देगी। इसके साथ ही दो-दो माह के अंतराल के दौरान जून 2023 तक तीन और यूनिट विद्युत उत्पादन का कार्य शुरु कर देगी। प्रत्येक यूनिट 250 मेगावाट यूनिट विद्युत का उत्पादन करेगी। जिसके बाद टिहरी और कोटेश्वर बांध परियोजना से कुल 2400 सौ मैगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य पूरा हो जाऐगा। दरअसल पहले चरण में टीएचडीसी टिहरी बांध से एक हजार, कोटेश्वर बांध से 400 और टिहरी बांध की द्वितीय चरण पंप स्टोरेज प्लांट से एक हजार मैगावाट विद्युत उत्पादन कर विद्युत आपूर्ति के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल कर अपना मुकाम हासिल कर लेगा। वर्तमान समय में टिहरी बांध सात मिलियन यूनिट और कोटेश्वर बांध से तीन मिलियम यूनिट प्रतिदिन विधुत उत्पादन हो रहा है। टिहरी बांध परियोजना एक बहुउद्देश्यीय परियोजना है। इससे विधुत उत्पादन के अलावा सिंचाई और पेयजल के लिए पानी की उपलब्धता , मत्स्य पालन और बाढ़ नियंत्रण का कार्य होता है।
सीएम धामी ने किया मंत्रियों को विभागों का बंटवारा। 21 विभागों को रखा अपने पास। मंत्रियों को कौन से विभाग मिले जानिए-
देहरादून। उत्तराखंड में जारी किए गए पोर्टफोलियो के अनुसार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने पास 21 विभागों को रखा है जिसमें मंत्री परिषद, कार्मिक एवं सतर्कता, सचिवालय प्रशासन, सामान्य प्रशासन, नियोजन, राज्य संपत्ति, सूचना, गृह, राजस्व, औद्योगिक विकास एवं खनन, औद्योगिक विकास, श्रम, सूचना प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी, पेयजल, उर्जा, आयुष एवं आयुष शिक्षा, आबकारी, न्याय, पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास और नागरिक उड्डयन विभाग को अपने पास रखा है।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को 8 विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है जिसमें लोक निर्माण विभाग, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, संस्कृति, धर्मस्व, पर्यटन, जलागम प्रबंधन, सिंचाई एवं लघु सिंचाई की जिम्मेदारी सौंपी गई है। दरअसल धामी की पहली कैबिनेट में भी कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज को यही जिम्मेदारियां सौंपी गई थी।
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को बड़ी जिम्मेदारी सौंपते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वित्त विभाग समेत 5 विभागों की जिम्मेदारी सौंपी हैं, जिसमें वित्त विभाग, शहरी विकास आवास, विधायी एवं संसदीय कार्य, पुनर्गठन और जनगणना शामिल है।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को तीन विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है जिसमें कृषि एवं कृषक कल्याण, सैनिक कल्याण और ग्राम विकास की जिम्मेदारी सौंपी गई है। दरअसल, कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग पिछली सरकार में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को दिया गया था लेकिन इस बार कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग को कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को दिया गया है। कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत को छह विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है जिसमें मुख्य रुप से विद्यालय शिक्षा बेसिक, विद्यालय शिक्षा माध्यमिक, संस्कृत शिक्षा, सहकारिता, उच्च शिक्षा और चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पिछली धामी कैबिनेट में धन सिंह रावत को विद्यालय शिक्षा बेसिक व माध्यमिक की जिम्मेदारी नहीं मिली थी, लेकिन इस बार अरविंद पांडे को कैबिनेट मंत्री नही बनाए जाने पर उनके मुख्य विभाग माध्यमिक एवं बेसिक विद्यालय शिक्षा को भी धन सिंह रावत को सौंपा गया है। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को चार विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है जिसमें मुख्य रुप से वन विभाग भी शामिल है। चारों विभागों में वन विभाग, भाषा, निर्वाचन और तकनीकी शिक्षा शामिल है। हालांकि पिछले सरकार में सुबोध उनियाल को ना सिर्फ शासकीय प्रवक्ता बनाया गया था बल्कि कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग भी इन्हीं के पास था। कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य को तीन विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसमें मुख्य रुप से महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, और खेल एवं युवा कल्याण विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास को चार विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है जिसमें समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, परिवहन और लघु एवं सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा को पशुपालन -दुग्ध विकास एवं मत्स्य पालन, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग, प्रोटोकॉल, कौशल विकास एवं सेवायोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
गर्मियों में पेयजल समस्याओं के निराकरण के लिए कंट्रोल रूम स्थापित। टोल फ्री नंबर जारी।
टिहरी। अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान सतीश नौटियाल ने बताया कि ग्रीष्मकाल की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए पेयजल उपभोक्ताओं की समस्याओं के त्वरित निराकरण हेतु शाखा कार्यालय नई टिहरी में एक कन्ट्रोल रूम की स्थापना की गयी है। जो प्रातः 8.00 बजे से सायं 8.00 बजे तक संचालित रहेगा। जिसका दूरभाष नम्बर 01376 – 232154 है। उन्होंने नई टिहरी शाखान्तर्गत सभी सम्मानित उपभोक्ताओं से अपील की है कि पेयजल से सम्बन्धित समस्या तथा अपनी पाइप लाइन लीकेज एवं सीवर लाइन से सम्बन्धित शिकायतों को उक्त कन्ट्रोल रूम के दूरभाष पर अवगत करायें।
इसके अलावा जनपद के अन्य उपभोक्ताओं द्वारा अपने क्षेत्रीय अभियन्ताओं के मोबाईल नम्बर पर भी शिकायत दर्ज करायी जा सकती है। जिस हेतु नई टिहरी प्रवीण ममगाई 9457643739, नई टिहरी सीवर महावीर सिंह राणा 8979202166, चम्बा विपिन कुमार 9456535959, नरेन्द्रनगर विनोद चमोली 8126900807, गजा मुनेन्द्र सिंह सरियाल, 8171109436, जाखणीधार विनय बगियाल 7088526113, नैनबाग-जौनपुर अरविन्द सजवाण 8171148141, थत्यूड़-जौनपुर रवित शाह 9389719705, प्रतापनगर अभिषेक शाह 8755969748 तथा थौलधार राजवीर सिंह महर 9627833598 के मोबाईल नम्बरों पर फोन कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। वहीं उन्होने यह भी बताया कि यदि किसी उपभोक्ता की शिकायत का समाधान न हो तो नई टिहरी स्थित कन्ट्रोल रूम अथवा उनके मोबाईल नम्बर 9410071076 या टोल-फ्री नम्बर 18001804100 नम्बर पर सूचित कर सकते हैं।
उन्होंने जनपद के पेयजल उपभोक्ताओं से अपील की है कि पेयजल के महत्व दृष्टिगत रखते हुए अपने घरों एवं स्टैण्ड पोस्टो की टोंटियों को पानी भरने के बाद अवश्य बंद करने, अपने घरों में सिंचाई एवं निर्माण कार्यों पर पेयजल का उपयोग न करने, पेयजल श्रोतों जलाशयों एवं पाइप लाइन पर अनावश्यक छेड़खानी न करने, अपने घर की पेयजल टंकियों पर फ्लोट वॉल्ब अनिवार्य रूप से लगाने तथा पेयजल पाइप लाइन पर टुल्लू पम्प का प्रयोग न करने की भी अपील की है।
उत्तराखंड भाजपा संगठन फेरबदल के संकेत, सीएम के दिल्ली दौरे और जे पी नड्डा की मुलाकात से चर्चाएं तेज।
देहरादून। उत्तराखण्ड भाजपा में लगातार उठापटक जारी है। भाजपा में चुनाव के दौरान भीतरघात को लेकर बवाल मचा हुआ है। जिसने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए है। क्योंकि भाजपा विधायकों ने सीधे ही मदन कौशिक को अपना निशाना बनायाय है। मंगलवार शाम उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अचानक दिल्ली पहुंचे और यहां भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ उनकी मुलाकात को लेकर चर्चाएं गर्म हैं। इससे पूर्व चूंकि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व उत्तराखंड के पार्टी अध्यक्ष समेत कई नेताओं को दिल्ली तलब कर चुका है। इसलिए इन बैठकों के सियासी संकेत मिल रहे हैं। पिछले दिनों से उत्तराखंड बीजेपी में जिस तरह भितरघात के आरोप लगे और इन आरोपों में सीधे तौर पर प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का नाम आया, तो साफ माना जा रहा है कि पार्टी संगठन में बड़ा बदलाव हो सकता है ओर वह भी 10 मार्च को चुनाव नतीजे आने से पहले ही।
भारतीय जनता पार्टी में मतदान के बाद भितरघात के आरोपों को लेकर बवाल खड़ा हो चुका है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पर पार्टी के विधायक ही जिस तरह से आरोपों की बौछार कर चुके हैं, उससे साफ तौर पर तय है कि पार्टी के भीतर खेमेबाज़ी चल रही है और सब कुछ तो ठीक ठाक नहीं है। राज्य के नेताओं के एक एक कर दिल्ली जाकर बैठकें करने को बीजेपी भले ही मतदान के बाद की समीक्षा बताए लेकिन असल जड़ में सत्ता में वापसी या सत्ता से बाहर होने की सूरत में पार्टी के भीतर होने वाला बदलाव है। .चर्चा है कि सरकार बनने और न बनने, दोनों ही सूरतों में बीजेपी प्रदेश संगठन में बदलाव कर सकती है। सरकार बनी तो मदन कौशिक का मंत्री बनना तय है और नहीं बनी तो भी पार्टी संविधान के मुताबिक 2023 में संगठन के चुनाव होने ही हैं। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा, पार्टी में इसको लेकर हो रही लॉबिंग चर्चाओं में है।
यूक्रेन में टिहरी के छात्र पारस और अदिति के परिजन भी चिंतित, भारत सरकार से की वतन वापस लाने की मांग।
टिहरी – टिहरी जिले के 5 छात्र भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इन छात्रों के परिजनों में चिंता व्याप्त है और भारत सरकार से अपने बच्चों को सकुशल वापस लाने की मांग कर रहे हैं। नई टिहरी के पारस रौतेला के यूक्रेन के कीव में फंसने से परिजन बेहद चिंतित हैं। पारस के पिता मान सिंह रौतेला ने अपने बेटे की सलामती की दुआ ईश्वर से करते हुए भारत सरकार से अपने बेटे की वापसी की गुहार लगाई है। परिजनों के मुताबिक पारस रौतेला वर्ष 2021 से यूक्रेन की राजधानी कीव में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। पिता मान सिंह रौतेला ने कहा कि उनकी अपने बेटे से निरंतर बातचीत हो रही है, लेकिन युद्ध के खराब हालातों को देखते हुए उनके बेटे के साथ-साथ उनकी भी चिंताएं बेहद बढ़ गई हैं। वंही एक और छात्रा अदिति के परिजनों को उम्मीद है भारत सरकार उनके बच्चों को सकुशल देश वापस लाएगी। अदिति के पिता दरमियान सिंह ने कहा कि उन्होंने सरकार द्वारा जारी नम्बरों पर अदिति के सम्बंध में जानकारी दे दी है । उनकी भी अदिति से लगातार बात हो रही है। इधर जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि जिले के सभी लोगों कीं जानकारी जुटाकर यूक्रेन में फंसे लोगों को वतन वापसी के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
यूक्रेन में निवासरत नागरिकों का विवरण 112 नम्बर पर उपलब्ध कराएं- डी एम टिहरी।
टिहरी। यूक्रेन में निवासरत उत्तराखण्ड राज्य के नागरिकों का विवरण प्राप्त किया जा रहा है, ताकि उनकी सुरक्षा के संबंध में विदेश मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से आगे की कार्यवाही की जा सके। यूक्रेन में निवासरत उत्तराखण्ड राज्य के नागरिकों का विवरण आपातकालीन नम्बर 112 पर उपलब्ध करा सकते हैं।
जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल इवा आशीष श्रीवास्तव ने शासन से प्राप्त निर्देशों के क्रम में बताया कि उत्तराखण्ड राज्य के विभिन्न कार्यों यथा शिक्षा एवं व्यवसाय हेतु राज्य के नागरिक यूक्रेन में निवासरत है। वर्तमान में यूक्रेन में राजनीतिक परिस्स्थितियों के दृष्टिगत यूक्रेन में निवासरत उत्तराखण्ड राज्य के नागरिकों का विवरण यथा उनका नाम, उत्तराखण्ड राज्य एवं यूक्रेन में पता, मोबाईल नम्बर, ई-मेल, पासपोर्ट नम्बर इत्यादि प्राप्त किया जाना अपरिहार्य है, जिससे कि उनकी सुरक्षा के संबंध में विदेश मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से आगे की कार्यवाही की जा सके। जिलाधिकारी ने जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं समस्त उपजिलाधिकारी को अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत जनपद टिहरी गढ़वाल से यूक्रेन गये राज्य के नागरिकों के संबंध में प्रस्तर-01 में विहित अपेक्षानुसार सूचना/विवरण तत्काल उपलब्ध कराने को कहा है। उन्होंने जनपद के जनसामान्य को सूचित करते हुए कहा कि यूक्रेन में निवासरत उत्तराखण्ड राज्य के नागरिकों का विवरण आपातकालीन नम्बर 112 पर उपलब्ध करा सकते हैं।