मुख्य विकास अधिकारी टिहरी गढ़वाल नमामि बंसल द्वारा अपने कार्यालय में ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य प्रारम्भ किया गया। उन्होंने कहा कि ई-ऑफिस के माध्यम से विभाग में संचालित योजनाएं यथा विधायक निधि, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण योजना तथा समस्त प्रशासनिक कार्य संबंधी पत्रावलियां त्वरित व पारदर्शी ई-ऑफिस प्रणाली से संपादित की जाएंगी।
विभागों को पेपरलैस बनाने की दिशा में कार्य करते हुए ई-ऑफिस प्रणाली की शुरूआत की गई है। ई-ऑफिस प्रणाली पर काम करने के लिए एक-एक नोडल अधिकारी व एक-एक मास्टर टैªनर होंगे। मास्टर ट्रेनर अपने विभाग के कार्यालय में स्थित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को भी ई-ऑफिस प्रणाली व फाइल की मूवमेंट करने के लिए फाइल क्रिएट करने, रिसीट करने तथा सेंड करने संबंधी सम्पूर्ण जानकारी देंगे तथा फाइल की मूवमेंट हर प्रकार से ई-ऑफिस के माध्यम से करवाना सुनिश्चित करेंगे। फाइल की मूवमंेट से संबंधित कार्य कर रहे अधिकारी/कर्मचारी अपने यूजर आईडी व पासवर्ड को भी सुरक्षित रखेंगे।
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विधायक निधि, मनरेगा और समस्त प्रशासनिक कार्य ई ऑफिस प्रणाली से संपादित होंगे- सीडीओ नमामि।
कायक बोट, पैडल बोट, चपु बोट संचालन की अनुमति दी। –तिवाड़ गांव टिहरी
टिहरी। टिहरी की जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने तिवाड़ गांव कोटिगाड़ में उत्तरायणी भागीरथी विकास समिति के कायक बोट, पैडल बोट, चपु बोट आदि का स्थलीय निरीक्षण कर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में बोट संचालन की अनुमति प्रदान करते हुए विधिवत पूजा अर्चना कर रिबन काटकर शुभारम्भ किया।
उत्तरायणी भागीरथी विकास समिति, तिवाड़ गांव मरोड़ा टिहरी गढ़वाल एवं विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (टाडा) के बीच हुए अनुबंध के तहत सभी कार्य पूर्ण होने के पश्चात जिलाधिकारी द्वारा कार्यों का निरीक्षण कर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में बोट का संचालन करने की अनुमति प्रदान की गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने सभी जरूरी बोट्स संचालन संबंधी सभी दस्तावेज चैक किये गये। जिलाधिकारी ने पुनर्वास की बोट्स को एक सप्ताह के भीतर समिति को हैंडओवर करने का आश्वासन देते हुए समिति के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पंवार को इन बोट्स को एक माह के अन्दर सुसज्जित कर पर्यटकों के लिए तैयार करने को कहा, ताकि पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके। साथ ही झील में पर्यटकों को कोटि के साथ-साथ नए स्थान पर नई बोट का आनंद लेने का लाभ भी मिलेगा और आने वाले भविष्य में स्थानीय स्तर पर लोगो को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि कोटीगाड में बोटिंग प्वाईंट पर स्वयं सहायता समूहों के द्वारा स्थानीय उत्पादों की दुकानें लगाकर स्वरोजगार के साथ ही आर्थिकी मजबूत की जा सकती है। तत्पश्चात् जिलाधिकारी द्वारा कोटिगाड़ स्थित बोटिंग पॉइंट का स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गये।
समिति के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पंवार ने बताया कि समिति द्वारा कायक बोट, पैडल बोट, चपु बोट सहित 14 प्रकार की गतिविधियां संचालित की जायेंगी। कहा कि जल्द ही बोटों को पर्यटको के लिए शुरू कर दिया जायेगा और यह पायलट प्रोजेक्ट झील किनारे बसे 27 गांवों के लिए रोजगार हेतु मील का पत्थर साबित होगा।
इस मौके पर एसडीएम अपूर्वा सिंह, जिला पर्यटन विकास अधिकारी अतुल भण्डारी, ग्राम प्रधान तिवाड़ गांव संगीता रावत, समिति के महासचिव दिनेश चन्द्र पंवार, समिति से नवीन नेगी, नरेन्द्र रावत, विजय पाल नेगी, दिलबर पंवार, विनोद रावत सहित ग्रामवासी मौजूद रहे।
आयुक्त गढ़वाल ने बिना अवकाश स्वीकृति के गायब रहने वाले अधिकारियों को चेतावनी दी।
पौड़ी। गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार ने कार्यालयों से अधिकारियों के बिना अवकाश स्वीकृति के गायब रहने की शिकायतों का संज्ञान लिया है। उन्होंने अधिकारियों को अपनी कार्यप्रणाली सुधारने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बिना अवकाश स्वीकृति के मुख्यालय न छोड़ने की भी सख्त हिदायत दी है। इतना ही नहीं अब बिना सूचना के कार्यालय से नदारद रहने पर कार्रवाई भी की जाएगी।
बता दें कि कुछ दिन पूर्व जिला मुख्यालय के विकास भवन में समाज कल्याण, जिला पंचायतीराज, प्रांतीय रक्षक दल अधिकारी समेत आधा दर्जन अधिकारी नदारद पाए गए, जिसके बाद अब गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार ने मामले का संज्ञान लेते हुए गढ़वाल मंडल के सभी जिलों के जिलाधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है कि बिना सूचना के कतई मुख्यालय ने छोड़ें। उन्होंने कहा कि मंडल मुख्यालय पौड़ी के साथ ही अन्य जिलों से लगातार अधिकारियों की बिना कारणों से गायब रहने की शिकायतें मिल रही है। इस पर संज्ञान लेते हुए उन्होंने अब गढ़वाल मंडल के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश कर दिया है कि ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए, जो बिना बताए अपने कार्यालयों से नदारद रहते हैं। गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार ने कहा कि अधिकारियों के नदारद रहने से जनता को अपने काम करवाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अब उन अधिकारियों पर नजर रखी जाएगी, जो बिना अवकाश के गायब रहते हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।
राज्य में कृषि उपज बढ़ाएंगे, चकबंदी लागू करेंगे, पलायन पर विराम लगाएंगे- कृषि मंत्री गणेश जोशी।
कृषि एवम सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि उत्तराखंड में कृषि उपज बढ़ने पर जोर दिया जा रहा है, जिससे किसानों की आमदनी में इजाफा होगा और पलायन पर विराम लग पाएगा। उन्होंने विकासखंड चम्बा में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विज़न के अनुसार किसान और मातृशक्ति को आत्म निर्भर बनाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि पहाड़ के उत्पादों की पूरे देश में डिमांड है और राज्य सरकार द्वारा मोटे अनाज पर फोकस किया जा रहा है। मंत्री जोशी ने कहा कि प्रदेश में पहले स्वैच्छिक चकबंदी औऱ फिर चेकबन्दी लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि किसान प्रोत्साहन सम्मान निधि के तहत किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कार्य कर रही है, इससे पलायन भी रुकेगा। बैठक में डीडीओ सुनील कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद टिहरी में मनरेगा के तहत एक लाख 60 हजार 635 जॉब कार्ड धारक हैं, जिनमें से एक लाख 32 हज़ार 977 एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि कृषि, उद्यान, मत्स्य विभाग के साथ कन्वर्जेन्स में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने मेरा गांव मेरी सड़क योजना, अमृत सरोवर योजना, फोकस वर्क आजीविका संवर्धन व जल संरक्षण के तहत किये जा यह कार्यों के जानकरी दी। उन्होंने जनपद में मनरेगा के तहत किये जा रहे हर्बल, एरोमेटिक, मेडिसिन प्लांटटेशन, मोरिंगा प्लांटेशन, रोजमेरी आदि की भी जानकारी दी।
पिछले 24 घंटे में चारधाम यात्रा पर आए 3 तीर्थ यात्रियों की हृदय गति रुकने से मौत, सभी की उम्र 60 साल से अधिक।
उत्तरकाशी। यमुनोत्री धाम में पिछले 24 घण्टे में हृदय गति रुकने से तीन तीर्थ यात्रियों की मौत हो चुकी है। तीनों यात्रियों की उम्र 60 साल से ज़्यादा बताई गई है। ये तीनों यात्री राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे, जो चारधाम की यात्रा पर निकले हुए थे और यमुनोत्री धाम दर्शन के लिए जा रहे थे। इन मौतों के बाद प्रशासनिक विभागों में खलबली मची है और यमुनोत्री धाम के पैदल पड़ाव में ऑक्सीजन व्यवस्थाओं को दुरस्त करने के आदेश जिला स्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं।
आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि यमुनोत्री धाम की यात्रा के पहले दिन मंगलवार को पैदल मार्ग पर तीन तीर्थयात्रियों की मौत हृदय गति रुकने से हुई. मृतकों में दो पुरुष व एक महिला तीर्थयात्री शामिल है। यूपी के सिद्धार्थ नगर निवासी अनुरुद्ध प्रसाद जायसवाल (65) की मौत यमुनोत्री मंदिर के पुल के पास, राजस्थान के डूंगरपुर निवासी कैलाश चौबीसा (63) की मौत भैरव मंदिर के पास मप्र के जबलपुर निवासी शकुन परिहार (63) की मौत भनियालीगाड़ के पास हुई। बताया गया है कि मृतकों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। पटवाल ने बताया कि तीर्थयात्रियों को पैदल यात्रा शुरू करने से पहले अपना स्वास्थ्य परीक्षण जरूर करवा लेने की हिदायत दी जा रही है। वहीं, ज़िला प्रशासन ने यात्रियों से अपील की हृदय रोगों के मरीज़ जोखिम न लें और रुक रुककर सफर करें। स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। चारधाम यात्रा टिहरी ज़िले से भी होकर गुज़रती है। इसलिए रूट पर पड़ने वाले अस्पतालों में दवाइयों से लेकर इलाज तक की व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं। विभाग द्वारा यात्रा रूट पर बोर्ड लगाए गए हैं, जिन पर डॉक्टरों के नंबर भी लिखे हैं। सीएमओ डॉ संजय जैन ने कहा कि ज़िले के एंट्री प्वाइंट मुनीकिरेति में मेडिकल कैंप बनाए गए हैं और यात्रा रूट के अस्पतालों में डॉक्टर व स्टाफ को 24 घंटे तैनात रहने को कहा गया है।
योगी आदित्यनाथ पहुंचे यमकेश्वर। अपने गांव में लिया मां का आशीर्वाद। कहा-उत्तराखंड से पलायन रोकना होगा, 21 वर्षों से जकड़ी समस्या का समाधान अंतिम चरण में।
यमकेश्वर (गढ़वाल)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय, बिध्याणी, यमकेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय, बिध्याणी, यमकेश्वर में ब्रह्मलीन राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ जी महाराज की मूर्ति का अनावरण भी किया।कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि महंत अवैद्यनाथ जी की प्रेरणा से ही यहां महाविद्यालय की स्थापना हुई है। उन्होंने कहा कि ग्राम कांडी में ही महंत अवैद्यनाथ जी का जन्म हुआ था किंतु ज्यादा समय तक नहीं रुक सके थे। कहा कि वे यहां की शिक्षा व्यवस्था के बारे में पूछते रहते थे। मैंने उन्हें अवगत कराया था कि यहां कोई डिग्री कॉलेज नहीं है, यहां के निवासियों ने समिति बनाकर कॉलेज के लिए जमीन दी और यहां कुछ कक्षाओं का प्रारंभ हो सका था। उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रुप से गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि पूज्य गुरु जी को उनकी जन्मभूमि पर सम्मान दे पा रहा हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे लिए गौरव की बात है कि मैं अपने स्कूली गुरुजनों का सम्मान कर पा रहा हूं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखंड में सबसे बड़ी समस्या पलायन है। यहां अच्छी शिक्षा अच्छा माहौल सौंदर्य और संभावनाएं हैं। उत्तराखंड का युवा जहां भी जाता है अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाता है। कहा कि देश 2014 के बाद नए उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा हैl कोरोना में बहुत से लोगों ने अपनों को खोया है लेकिन भारत का सबसे बढ़िया प्रबंधन पूरे विश्व में सराहा गया, पहले महामारी में मौतें बीमारी से ज्यादा भुखमरी से होती थी लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश बदल चुका है, सरकार संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है । उन्होंने कहा कि देश को बचाना है तो उत्तराखंड के पलायन को रोकना होगा क्योंकि उत्तराखंड देश की उत्तरी सीमा है। वृक्षारोपण, जल संरक्षण को बढ़ावा देना होगा। उत्तराखंड में आध्यात्मिक पर्यटन को इको पर्यटन से जोड़ना होगा। योगी जी ने कहा कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा लेकिन इसके लिए पलायन को रोकना पड़ेगाउन्होंने कहा कि जहां अन्य राज्यों में अव्यवस्था फैली है वहीं, उत्तर प्रदेश में कहीं कोई उपद्रव नहीं हुआ। उत्तर प्रदेश में व्यक्तिगत आस्था पर कोई प्रतिबंध नहीं है किंतु उससे किसी अन्य को असुविधा नहीं होनी चाहिए। कहा कि लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है, जनभावना के साथ आस्था के नाम पर खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। कहा कि हमने उत्तर प्रदेश से लगभग एक लाख अनावश्यक माइक हटवाए हैं और कहीं कोई विवाद नहीं है। योगी जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की 21 वर्षों से जकड़ी समस्या का समाधान अंतिम चरण पर है।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ करिश्माई व्यक्तित्व हैं। योगी जी अपनी जन्म भूमि में लंबे वक्त बाद आए हैं। उन्होंने कहा कि महंत अवैद्यनाथ जी का संबंध हिंदू धर्म, भाईचारे को मजबूत करने व जो पीछे छूट गए हैं उन्हें मुख्यधारा में लाने का रहा है। उनका राम जन्मभूमि आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कहा कि पहले अयोध्या में भगवान राम टेंट में थे, वर्तमान में प्रधानमंत्री मोदी की सरकार बनने के बाद वहाँ भव्य मंदिर बनने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। कहा कि मोदी-योगी के नेतृत्व में अयोध्या भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक राजधानी बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में काशी विश्वनाथ मार्ग भव्य हुआ है जिससे लोगों को जल चढ़ाने में कोई दिक्कत नहीं होती है। मोदी जी ने कहा है कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा। उत्तराखंड में आजादी के बाद जितने पर्यटक चार धाम की यात्रा पर आए हैं, इन 10 सालों में सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों पर होटल, परिवहन व यात्रा से जुड़े लोगों से जानकारी मिली है कि आने वाले 2 माह के लिए सारे होटलों की बुकिंग फुल हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योगी जी का जन्म उत्तराखंड में हुआ है, किंतु वे अब पूरे देश की धरोहर बन चुके हैं। कहा कि 21 सालों से उत्तराखंड-यूपी का परिसंपत्तियों के बंटवारे से संबंधित मामले का मात्र 20 मिनट की बैठक में ही हल निकल गया। मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि महायोगी गोरखनाथ विद्यालय में विज्ञान की कक्षाएं चलाई जाएंगी, साथ ही जो भी अन्य संसाधनों की आवश्यकता होगी उसे पूरा किया जाएगा।इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने गुरुजनों राजेंद्र सिंह रावत, राजेंद्र सिंह भंडारी, महिमानंंद बड़थ्वाल व सत्य प्रसाद बड़थ्वाल को सम्मानित किया।कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व विधायक रेणु बिष्ट सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
एयरपोर्ट रोड पर 2 गाड़ियों की जोरदार भिडंत, 6 लोग गंभीर घायल, अस्पताल में भर्ती।
देहरादून। जौलीग्रांट एयरपोर्ट रोड पर दो गाड़ियों की आमने-सामने से जोरदार टक्कर हो गई। इस हादसे में 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को एंबुलेंस की मदद पास के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार डोईवाला कोतवाली क्षेत्र में जौलीग्रांट एयरपोर्ट और रायपुर रोड पर मंगलवार सुबह दो गाड़ियां आमने-सामने से भिड़ गईं। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दोनों गाड़ियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और गाड़ियों में फंसे लोगों को बाहर निकाला। इसके बाद पुलिस ने 108 सेवा की मदद के सभी घायलों को हॉस्पिटल भिजवाया। डोईवाला कोतवाली के एसएसआई विक्रम राज ने बताया कि ये सड़क हादसा मंगलवार सुबह 9.30 बजे के आसपास हुआ था। इस हादसे में 6 लोग घायल हो गए हैं। घायलों के नाम सुनीत सिंह निवासी हरियाणा, दीपेंद्र, दीपक, हेमंत, कात्यायनी और अनुराग बताए गए हैं। हादसे के कारणों का अभीतक पता नहीं चल पाया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है, उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कल से तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर, अपने पैतृक गांव भी जायेंगे,लोगों में खासा उत्साह।
देहरादून। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल से तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर आ रहे हैं। यूपी में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ का यह पहला उत्तराखंड दौरा है। उनके दौरे को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सीएम धामी का कहना है कि इस दौरान दोनों राज्यों की परिसंपत्तियों का विधिवत रूप से बंटवारा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के उत्तराखंड दौरे को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार से तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड आ रहे हैं। मंगलवार को वे एक कार्यक्रम में अपने पैतृक गांव पहुंचेंगे। उसके बाद हरिद्वार में दोनों राज्यों की परिसंपत्तियों को लेकर बंटवारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में वे खुद भी मौजूद रहेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 3 मई से 5 मई तक उत्तराखंड दौरे पर रहेंगे। बताया जा रहा है कि इस दौरान वे हरिद्वार और विधानसभा यमकेश्वर में अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होंगे। योगी आदित्यनाथ अपने गृह क्षेत्र यमकेश्वर में गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय में बनाई गई अपने गुरु स्वामी अवैद्यनाथ की मूर्ति का अनावरण भी करेंगे। वहीं, सीएम योगी के उत्तराखंड दौरे को लेकर लोगों में खास उत्साह देखने को मिल रहा है। यूपी और उत्तराखंड के बीच परिसंपत्तियों के बंटवारे का यह मसला उत्तराखंड राज्य के अस्तित्व में आते ही शुरू हो गया था। दरअसल, राज्य पुनर्गठन अधिनियम 2000 के तहत जब उत्तराखंड की स्थापना हुई थी, 75 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश ने अपने पास रखा था, जबकि 25 फीसदी उत्तराखंड को दिया था। जैसे-जैसे नवगठित राज्य में प्रगति होनी शुरू हुई, जरूरतें बढ़ने लगीं और हिस्से की आवाज भी उठने लगी। अधिनियम के तहत उत्तराखंड की नदियों, तालाबों, जलाशयों पर उत्तर प्रदेश सरकार का अधिकार था, जिसका उत्तराखंड सरकार को काफी खामियाजा उठाना पड़ रहा था। अब दोनों राज्यों के बीच परिसंपत्ति का बंटवारा होना है।
खेतों में आड़ा न जलाएं काश्तकार, जंगलों में आग लगी तो होगी कार्यवाही- जिलाधिकारी।
जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल इवा आशीष श्रीवास्तव द्वारा सर्वसाधारण को सूचित करते हुए खेतों में आड़ा न जलाने की अपील की गई है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वनाग्निकाल चल रहा है। वनों में प्रायः वनाग्नि की घटनायें प्रकाश में आ रही हैं। कहा कि वनाग्नि दुर्घटनाओं की ज्यादातर संख्या खेतों में आड़ा जलाने केे कारण प्रकाश में आ रही है। उन्हांेने सभी कृषकों से इस वनाग्निकाल में अपने खेतों में आड़ा फुकान का कार्य न करने का अनुरोध किया है। कहा कि यदि लापरवाही के कारण खेतों में आड़ा फुकान के पश्चात् जंगलों में आग लगती है, तो संबंधित काश्तकार के खिलाफ कड़ी विधिक कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि वनाग्नि की इन घटनाओं में शरारती तत्वों के द्वारा भी वनों में आग की घटनायें की जाती है, जिसके कारण पर्यावरण को नुकसान के साथ-साथ बहुमूल्य वन सम्पदा को भी क्षति होती है तथा कभी-कभी धनजन की भी क्षति हो जाती है। उन्होंने कहा कि शरारती तत्वों के द्वारा वनों में आग की घटनायें कारित करने की गोपनीय सूचना देने वाले व्यक्ति को 10 हजार रूपये की धनराशि पुरस्कार के रूप मंे दी जायेगी तथा उसका नाम/पता गुप्त रखा जायेगा। कहा कि सूचना देने वाले व्यक्ति को वनों में आग लगाने वाले शरारती तत्वों के बारे में सम्पूर्ण साक्ष्य के साथ सभी अभिलेख/डिजिटल साक्ष्य उपलब्ध कराने के पश्चात जांच में सही पाये जाने पर पुरस्कार की धनराशि दी जायेगी। उन्होंने जन साधारण एवं महानुभाव को इस वनाग्निकाल में वनों में अग्नि नियंत्रण में पूर्ण सहयोग प्रदान करने को कहा।
पर्यटन की संभावनाओं को विस्तार देने के लिये पर्यटन विभाग 45 अन्य रोप वे का कराएगा निर्माण, पर्यटन सचिव ने कहा स्थलीय निरीक्षण और तकनीकी परीक्षण कराया जा रहा है।
उत्तराखण्ड में पर्यटन की संभावनाओं को विस्तार देने के लिये पर्यटन विभाग 45 अन्य रोप वे के निर्माण की तैयारी कर रहा है। पर्यटन सचिव दिनीप जावलकर ने कहा कि विभिन्न धार्मिक और पर्यटक स्थलों पर पर्यटकों व श्रद्वालुओं की आवाजही को सुगम बनाने के लिये विभाग की कार्यवाही प्रगति पर है। पर्यटन सचिव ने कहा कि सुनियोजित तरीके से काम किया जा रहा है और 45 जगहों पर स्थलीय परीक्षण किया जा रहा है। स्थलीय का निरीक्षण और तकनीकि परीक्षण करने के बाद रोप वे बनाने की कवायद की जायेगी। उन्होने कहा कि टिहरी में भी तीन रोप बनाने पर विचार चल रहा है अैर परीक्षण कराया जा रहा है। टिहरी के कोटी कालोनी से नई टिहरी को रोप वे से जोड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं, जिससे टिहरी झील में आने वाले पर्यटक नई टिहरी भी आ सकें। उन्होने कहा कि रोप वे से लोगों की आवाजाही में सुगमता होगी और जादा से जादा पर्यटक राज्य में आयेंगे। दरअसल रविवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुरकण्डा मंदिर के लिये रोप वे का लोकार्पण किया था, जिसका संचालन पीपीपी मोड में किया जा रहा है। वंही अब अन्य मंदिरो में भी रोप वे बनाने की मांग उठने लगी है।