उत्तराखंडी फीचर फिल्म “पहाड़ी रत्न”के रूप में दोहराया जाएगा श्रीदेव सुमन का इतिहास।

बॉलीवुड की तर्ज पर अब उत्तराखंड की महान विभूतियों की जीवनी को पर्दे पर दर्शाने का प्रयास शुरू हो गया है, इसी कड़ी में निर्माता विक्रम नेगी “पहाड़ी” ने टिहरी जनक्रांति के नायक श्रीदेव सुमन की जीवनी पर *पहाड़ी रत्न*शीर्षक से फ़िल्म बनाने का निर्णय लिया है जिसका निर्माण भी शुरू हो चुका है। फ़िल्म की पटकथा घरजवें जैसी सुपरहिट फिल्म के लेखक देवी प्रसाद सेमवाल ने लिखी है तथा निर्देशक बृज रावत, संगीत निर्देशक श्रवण भारद्वाज व पदम् गुसाईं जो कि सह निर्देशक भी हैं।गीतकार श्रवण भारद्वाज व बृजमोहन शर्मा के गानों को आवाज दे रही हैं पद्मश्री मालिनी अवस्थी, अनुराधा निराला, धनराज शौर्य, सतीश मधुर, आकाश भारद्वाज व सीमा पंगरियाल ने। फ़िल्म पहाड़ी रत्न की मुख्य भूमिका निभा रहे हैं अनुज कंडारी, रीना नेगी, राजेश मालगुडी, शिवानी भंडारी, पदमेंद्र रावत व पदम् गुसाईं। टिहरी में पत्रकार वार्ता के दौरान निर्माता विक्रम नेगी पहाड़ी ने बताया कि फ़िल्म की शूटिंग श्रीदेव सुमन के पैतृक गाँव जौल के अलावा हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून व सिलोगी गाँव मे की जाएगी।

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आज की खास सुर्खियां

उत्तराखंड चुनाव 2022 की तैयारी – आम आदमी पार्टी की तिरंगा संकल्प यात्रा आज, केजरीवाल पहुंचेंगे हल्द्वानी।
उत्तराखंड में कोरोना – शनिवार को मिले 21 नए मरीज, 282 हुई सक्रिय संक्रमितों की संख्या।
उत्तराखंड-35000 आंगनवाड़ी कार्यक्रतियों का मानदेय 1 से 2000 तक बढ़ाने का राज्य सरकार का फैसला।
पंजाब -सुनील जाखण्ड को CM बनने पर अड़ंगा, आज फिर होगी विधायक दल की बैठक।
IPL 2021 द्वितीय फेस की आज से शुरुआत-पहला मुकाबला CSK व MI के बीच ,स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क पर शाम 7:30 से सीधा प्रसारण।
आस्था- आज है अनंत चतुर्दशी।भगवान श्री हरि की पूजा का विशेष महत्व है आज के दिन।
अंतरराष्ट्रीय-जकार्ता,इंडोनेशिया में मार गिराया गया ISIS का सबसे चर्चित आतंकवादी अली कलोरा।
आज का विचार- मिसाल कायम करने के लिए अपना रास्ता स्वयं बनाना पड़ता है।

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चुनाव धामी के चेहरे पर लड़ेगी भाजपा और अगले सीएम भी धामी होंगे-प्रह्लाद जोशी।

देहरादून। जहां कांग्रेस संगठन परिवर्तन के बाद भी अंतर्कलह से जूझ रही है तो वहीं उत्तराखंड में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर चल रही असमंजस की स्थिति को केंद्रीय चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी ने साफ कर दिया है। जोशी ने उत्तराखंड से जाते-जाते साफ शब्दों में कह दिया कि राज्य के विधानसभा चुनाव पुष्कर धामी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बात पर किसी को कोई शंका नहीं होनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि बीजेपी के केंद्रीय चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, चुनाव सह प्रभारी सरदार आरपी सिंह और सह प्रभारी सांसद लॉकेट चटर्जी दो दिवसीय दौरे पर देहरादून थे। दो दिनों तक उन्होंने बैक टु बैक बैठकों के दौर चलाए और सरकार, संगठन व कार्यकर्ताओं की नब्ज को टटोला।
जोशी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि मेरा काम सिर्फ को ऑर्डिनेशन का है। सब नेताओं को एकजुट होकर पार्टी के कामों को आगे बढ़ाना है। जोशी ने पार्टी नेताओं से अपील की कि पार्टी की ओर से दिए गए कामों को पूरी ईमानदारी के साथ करें।
अपने दौरे के दौरान जोशी ने कहा कि युवा सीएम पुष्कर धामी के नेतृत्व में 60 सीटों पर जीत का लख्य रखा है और इसे हर हाल में हासिल करना है। उन्होंने कहा कि इसे हासिल करना तभी संभव है जब सभी एकजुट होकर कार्य करेंगे और सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाएंगे. साथ ही लोगों को उनका लाभ भी दिलवाएंगे। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि विकास के लिए केंद्र और राज्य में एक ही पार्टी की सरकार होना भी बहुत जरूरी है।
सीएम पुष्कर धामी ने इस दौरान नेताओं को आश्वास्त किया कि सरकार जो भी घोषणाएं कर रही है, वो पूरी की जाएंगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष 24 हजार नौकरियां देने को लेकर जनता के बीच भ्रम फैला रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने स्पष्ट कहा था कि हम भर्ती प्रक्रिया शुरू कर देंगे। सीएम ने कहा कि हम करीब छह हजार नौकरियों का प्रपोजल भेज चुके हैं और अगले दो महीने में छह हजार और नौकरियों की विज्ञप्ति जारी कर दी जाएगी।

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कुंजापुरी पर्यटन विकास मेले के आयोजन को लेकर मंत्री सुबोध उनियाल ने ली बैठक, 7 से 13 अक्टूबर तक होगा मेला।

आगामी सात से 14 अक्टूबर तक नरेंद्रनगर में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला कुंजापुरी पर्यटन विकास मेला धूमधाम से आयोजित किया जाएगा। शनिवार को मेले की तैयारियों को लेकर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने आला अधिकारियों के संग तहसील सभागार में एक बैठक की एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि बीते वर्षों में कोविड-19 महामारी के सुरक्षा दृष्टिगत कुंजापुरी पर्यटन विकास मेला आयोजित नहीं किया गया था। वर्तमान स्थिति काफी हद तक सामान्य बनी हुई है। इसके तहत कुंजापुरी पर्यटन विकास मेले को इस वर्ष आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। कहा कि इस मेले के माध्यम से विकास की संभावनाओं को धरातल पर लाने के लिए वह सदैव प्रयासरत रहेंगे। बीते मेलों में राज्यपाल, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने यहां क्षेत्र को कई सौंगातें दी हैं। जिनसे क्षेत्र के विकास को नई दिशा मिली है।
मौके पर नगर पालिकाध्यक्ष मुनिकीेरेती-ढालवाला रोशन रतूड़ी, नगर पालिकाध्यक्ष नरेंद्रनगर राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार, जिलाधिकारी ईवा आशीष श्रीवास्तव, उपजिलाधिकारी देवेंद्र सिंह नेगी, कर निरीक्षक मुनिकीरेती पालिका अनुराधा गोयल, क्रेजी फेडरेशन अध्यक्ष मनीष डिमरी एवं अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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लक्ष्य सूचकांक में उत्तराखंड शिक्षा विभाग की बड़ी उपलब्धि।

देहरादून, कोविड-19 महामारी लॉकडाउन के दौरान छात्रों में ऑनलाइन शिक्षा को प्रोत्साहित करने से शिक्षा सूचकांक में राज्य को अपनी स्थिति सुधारने में काफी मदद मिली है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने नीति आयोग सतत विकास लक्ष्य सूचकांक में सभी भारतीय राज्यों के बीच मौजूदा चौथे स्थान से राज्य को शिक्षा में शीर्ष स्थान पर ले जाने का लक्ष्य रखा है।

शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने कहा कि उत्तराखंड ने 2019 की दूसरी छमाही में शिक्षा के क्षेत्र में राज्य में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म का उपयोग करना शुरू कर दिया था। शिक्षा विभाग ने छात्रों तक शिक्षा की पहुँच में सुधार के लिए एक कार्यक्रम तैयार किया। उन्होंने कहा कि सभी स्तर पर ‘‘समग्र शिक्षा अभियान’’ की शुरुआत करते हुए स्कूलों, शिक्षा विभाग के अधिकारियों, नये युग के लिए तैयार होने वाले छात्रों के साथ बातचीत की। विभाग ने रसायन विज्ञान, भौतिकी, गणित जैसे महत्वपूर्ण विषयों के लिए व्याख्यानों को रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया और बाद में उन्हें घर-घर ले जाने के लिए दूरदर्शन पर प्रसारित किया गया।

शिक्षा मंत्री ने नवोन्मेषी पहल के साथ विभाग को प्रोत्साहित करते हुए जनवरी और फरवरी 2020 में ‘‘परीक्षा पर चर्चा’’ द्वारा महत्वपूर्ण बोर्ड परीक्षाओं का सामना करते हुए छात्रों में नया आत्मविश्वास पैदा करने की कोशिश की। शिक्षकों को हिंदी, अंग्रेजी, भौतिकी सहित विभिन्न विषयों के लिए एससीईआरटी प्रशिक्षण दिया गया, जबकि कुछ जिलों में एसआईईएमटी प्रशिक्षण दिया गया।

शिक्षा मंत्री ने वैश्विक महामारी से उत्पन्न संकट को भाँपते हुए बुनियादी ढाँचे को तेजी से बढ़ाया और शिक्षा से परे उद्देश्यों के लिए इसका उपयोग करना शुरू कर दिया। उत्तराखंड पहला राज्य था, जिसने सीखने के सत्रों को रिकॉर्ड करने और उन्हें दूरदर्शन पर प्रसारित करने के लिए बुनियादी ढाँचे का उपयोग किया, जिसने न केवल राज्य के बच्चों को बल्कि यूपी, हिमाचल जैसे अन्य राज्यों की भी मदद की।

शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय कहते हैं, “इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को दी जाने वाली तकनीक और ज्ञान की पहुँच कई निजी स्कूलों में भी उपलब्ध नहीं है। ऑनलाइन शिक्षा में उठाए गए अभिनव कदमों के आधार पर हम नीति आयोग के एसडीजे इंडेक्स में 19वें स्थान से चौथे स्थान पर पहुँच सकते हैं। हमने अब राज्य को शीर्ष पर पहुँचाने का लक्ष्य रखा है। हम जानते थे कि ऑनलाइन शिक्षा और ई-कक्षा समय की जरूरत है। यह न केवल शहरी क्षेत्रों में बल्कि दूर-दराज के क्षेत्रों में भी छात्रों को पढ़ाने में हमारी मदद करेगा, जहाँ छात्रों और शिक्षकों के बीच भौतिक संपर्क मुश्किल हो जाता है।”

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सीएम धामी के जन्मदिन पर युवओं को तोहफा, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवेदन फ्री।

देहरादून, 16 सितंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज (16 सितंबर) अपने जन्मदिन के मौके पर युवाओं को एक बड़ा तोहफा दिया है। अब उत्तराखंड में बेरोजगार युवाओं को रोजगार के लिए आवेदन करने पर किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवाओं के लिए गुरुवार को ये बड़ी घोषणा की है।
प्रदेश में कोविड-19 के चलते बेरोजगारों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आर्थिक रूप से परेशानी झेल रहे युवाओं के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में मुख्यमंत्री ने इसी के मद्देनजर आज बड़ी घोषणा की है। उत्तराखंड में बेरोजगार युवाओं को रोजगार के लिए आवेदन करने पर किसी तरह का शुल्क अब नहीं देना होगा, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवाओं के लिए गुरुवार को ये बड़ी घोषणा की है। बता दें कि आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का जन्मदिन है. अपने जन्मदिन के मौके पर उन्होंने बेरोजगार युवाओं को यह तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री की तरफ से की गई घोषणा के अनुसार अब बेरोजगारों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोई शुल्क अदा नहीं करना होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह व्यवस्था 31 मार्च 2022 तक लागू रहेगी। इसके तहत उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, लोक सेवा आयोग और स्वास्थ्य चयन सेवा बोर्ड की तरफ से रोजगार के लिए आवेदन करने पर एक निश्चित शुल्क देना पड़ता था। अब यह शुल्क पूरी तरह से माफ कर दिया गया है। इससे पहले राज्य सरकार कोविड-19 के कारण युवाओं को 1 साल की छूट दे चुकी है। अब एक बड़ा फैसला करते हुए युवाओं को किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में आवेदन करने पर किसी तरह के शुल्क के नहीं लगने की भी सहूलियत दी जा रही है।

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रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने आज उत्तराखंड के आठवें राज्यपाल के रूप में शपथ ली।

देहरादून । रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने आज उत्तराखंड के आठवें राज्यपाल के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली है। उन्हें उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश राघवेंद्र सिंह चौहान ने शपथ दिलाई।

नवनियुक्त राज्यपाल श्री सिंह ने पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य की जगह ली है। बेबी रानी ने विगत दिनों इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह को उत्तराखंड का राज्यपाल नियुक्त किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत कई मंत्री, विधायक मौजूद रहे।

नवनियुक्त राज्यपाल रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहा कि पवित्र देवभूमि की सेवा करना मेरे लिए सौभाग्य कज बात है। वीर सिपाहियों के परिवार के साथ रहकर उनकी सेवा करूँगा। बच्चियों को सेना में जाने के लिए प्रेरित करेंगे। पर्यटन को लेकर अपार संभावनाएं, लघु उद्योग को बढ़ावा देंगे। सैन्य सुविधाओं को उत्तराखंड में और विकसित किया जाएगा।

बता दें कि रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्‍टाफ भी रह चुके हैं। उन्होंने दो विश्वविद्यालयों से एमफिल की डिग्री ली है। कई पदकों से सम्मानित अधिकारी, लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह लगभग चार दशकों की सेवा के बाद फरवरी 2016 में सेना से रिटायर हुए थे।

बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने सेना में अपनी सेवा के दौरान सेना के उप प्रमुख, सहायक जनरल और कश्मीर में नियंत्रण रेखा की निगरानी करने वाली 15वीं कोर के कोर कमांडर के पद पर काम किया। वह सैन्य संचालनों के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में चीन से जुड़े परिचालन और सैन्य रणनीतिक मुद्दों को भी संभाल रहे थे। सेना में रहने के दौरान, एक दशक से अधिक समय तक कई विशेषज्ञ समूहों, संयुक्त कार्य समूहों, वार्षिक संवादों और चीन अध्ययन समूह की बैठकों का हिस्सा रहे।

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बारिस के चलते गंगोत्री हाइवे फिर बंद, मालवा हटाने का काम जारी।

उत्तरकाशी, 14 सितंबर। बारिश के चलते एक बार फिर गंगोत्री जाने वाला हाईवे ठप हो गया है। यहां राहत कार्य चल रहा है तो वहीं एक टनल निर्माण के कारण 22 सितंबर तक हाईवे पर रूट डायवर्ट किए जाने का प्लान बनाया गया है।
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश का कहर जारी है। ताज़ा समाचार के मुताबिक लगातार हो रही भारी बारिश के चलते उत्तरकाशी ज़िले में गंगोत्री हाईवे ठप हो गया है। यहां भूस्खलन के कारण चट्टानों के टुकड़े और मलबा सड़क पर गिर गया है, जिसे हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। इससे पहले खबर यह थी कि बड़ेथी के पास 15 से 22 सितंबर तक इस गंगोत्री हाईवे पर वाहनों का आना जाना बंद कर दिया जाना था क्योंकि यहां एक महत्वपूर्ण निर्माण कार्य होना है।
बताया जा रहा है कि गंगोत्री हाईवे पर सुखी टॉप इलाके में भूस्खलन के चलते रास्ता बंद हो गया। उत्तरकाशी आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल के हवाले से कहा गया कि बॉर्डर रोड्स संगठन यानी बीआरओ की मदद से यहां रेस्क्यू करवाया जा रहा है और मलबा हटाने की कवायद शुरू कर दी गई है। खबर लिखे जाने तक यात्री और वाहन फंसे हुए थे, जबकि कुछ को दूसरे रास्ते लेने की हिदायत दी गई।
एक अन्य खबर में बताया गया कि बड़ेथी के पास चूंकि एक ओपन टनल का निर्माण किया जाना है। इसलिए 15 से 22 सितंबर के बीच यहां रास्ता बंद रहेगा। वास्तव में, करीब 9 साल पहले की आपदा के चलते यहां भूस्खलन क्षेत्र बन गया था, जिससे यह सड़क दुर्घटना के लिए आशंकित हो गई थी। इसके ट्रीटमेंट पर 29 करोड़ खर्च करने के बाद भी काम सफल नहीं हो सका था। अब यहां और 28 करोड़ की लागत से एक ओपन टनल बनवाई जा रही है, जिसकी लंबाई 310 मीटर की होगी. इस निर्माण के चलते वाहनों को मनेरा बाईपास से डायवर्ट किया जाएगा।

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मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर अमल शुरू, लाभार्थियों के खातों में जाने लगी धनराशि।

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सीएम घोषणाओं की क्रियान्विति की उच्च स्तर से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। सीएम घोषणाओं के लिए वर्तमान वित्तीय वर्ष में बजट की किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है। इसके लिए अनुपूरक के माध्यम से विभागों को बजट आवंटित किया गया है और घोषणा प्रकोष्ठ के मद में भी समुचित बजट की व्यवस्था की गई है। कोविड राहत पैकेज संबंधी घोषणाओं में लाभार्थियों के खाते में धनराशि भेजने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गई है। जल्द ही सभी लाभार्थियों को राहत राशि उपलब्ध करा दी जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिन कार्यों/घोषणाओं में शिलान्यास किया जाएगा, उनमें अनिवार्य रूप से लोकार्पण भी किया जाएगा। सभी विभागों को मुख्यमंत्री घोषणाओं का क्रियान्वयन, समयबद्धता के साथ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा 455 घोषणाएं की गई हैं। विभागों द्वारा घोषणाओं के आगणन गठन की कार्यवाही की जा रही है। बहुत सी घोषणाओं के आगणन गठित भी कर लिए गए हैं। इस क्रम में शासनादेश निर्गत करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री धामी द्वारा कोविड-19 से संबंधित विभिन्न राहत पैकेजों की घोषणा की गई थी। इससे प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, परिवहन, चिकित्सा, स्वास्थ्य, महिला स्वयं सहायता समूहों और स्वरोजगार से जुड़े लाखों लोग लाभान्वित होंगे। सार्वजनिक सेवायानों के चालकों, परिचालकों, क्लीनर्स को 6 माह तक प्रतिमाह 2 -2 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जानी है। कुल 1 लाख 3 हजार 238 लोग इससे लाभान्वित होंगे। डीबीटी द्वारा लाभार्थियों को सहायता राशि ट्रांसफर करने के लिए एनआईसी के सहयोग से पोर्टल तैयार किया गया है। इस पर लाभार्थी अपना पंजीकरण करवा रहे हैं। पोर्टल पर पंजीकृत लाभार्थियों को राहत राशि हस्तांतरण के लिए अभी तक 3 करोड़ रूपए से अधिक की राशि का शासनादेश निर्गत किया जा चुका है।
इसी प्रकार पर्यटन विभाग व अन्य विभागों में पंजीकृत पर्यटन व्यवसायी की विभिन्न गतिविधियों के संचालन में संलग्न व्यक्तियों को 2-2 हजार रूपए प्रतिमाह की दर से आर्थिक सहायता दी जानी है। इससे कुल मिलाकर लगभग 50 हजार लोग लाभान्वित होंगे। अभी तक इसके लिए 15 करोड़ रूपए राशि निर्गत की जा चुकी है। उत्तराखण्ड पर्यटन एवं यात्रा व्यवसाय नियमावली के अंतर्गत पंजीकृत टूर आपरेटर एवं एडवेंचर टूर ऑपरेटर को 10 हजार रुपए की दर से एकमुश्त राशि दी जानी है। इसके तहत कुल 655 लोग लाभान्वित होने हैं। इसके लिए 65 लाख की धनराशि निर्गत भी की जा चुकी है। 630 पंजीकृत रिवर गाइड्स को 10-10 हजार रुपये की एकमुश्त राशि के लिए 63 लाख की धनराशि निर्गत की जा चुकी है। टिहरी झील के अंतर्गत पंजीकृत 93 बोट संचालकों को 10-10 हजार रुपये की एकमुश्त राशि के लिए 9 लाख 30 हजार रुपए की राशि निर्गत की जा चुकी है। टिहरी झील के अंतर्गत ही 98 बोट संचालकों को वर्ष 2021-22 में नवीनीकरण शुल्क में छूट के लिए 58 लाख रुपए की राशि निर्गत की जा चुकी है।
इसी प्रकार पर्यटन विभाग में पंजीकृत एवं लाइसेंस नवीनीकरण शुल्क में छूट प्रदान करने के लिए 06 लाख रूपए और पंजीकृत राफ्टिंग एवं एयरोस्पोर्ट्स सेवा प्रदाताओं को लाइसेंस नवीनीकरण शुल्क में छूट प्रदान करने के लिए 65 लाख रूपए की राशि निर्गत की जा चुकी है। इस प्रकार पर्यटन के अंतर्गत कुल 17 करोड़ 66 लाख रूपए की राशि अभी तक निर्गत की जा चुकी है जबकि लगभग 6 करोड़ 20 लाख रूपए डीबीटी के माध्यम से लाभार्थियों को उपलब्घ कराई जा चुकी है। जैसे-जैसे पर्यटन विभाग द्वारा तैयार किए गए पोर्टल पर पंजीकरण किया जा रहा है, डीबीटी द्वारा राशि संबंधित लाभार्थी को ट्रांसफर की जा रही है। कोविड के दृष्टिगत संस्कृति विभाग में पंजीकृत सांस्कृतिक दलों के लोक कलाकारों को भी प्रति कलाकार 2-2 हजार रुपए की राशि 6 माह तक दी जानी है। अगस्त माह के लिए डीबीटी के माध्यम से 57 लोक कलाकारों को डीबीटी के माध्यम से राशि उपलब्ध करा दी गई है। नैनीताल जनपद के अंतर्गत नगर पालिका परिषद नैनीताल में पंजीकृत कुल 549 बोट संचालकों को 10-10 हजार रुपए प्रति व्यक्ति की दर से आर्थिक सहायता दी जा रही है। इनमें से 415 लाभार्थियों को 41 लाख 50 हजार रुपए की राशि डीबीटी द्वारा दी जा चुकी है। शेष लाभार्थियों के खाते में धनराशि जल्द ही ट्रांसफर की जाएगी।
कोविड में किए जा किए जा रहे कार्यों के लिए पटवारी/लेखपाल/राजस्व निरीक्षकों और नायब तहसीलदारों को 10-10 हजार रुपये की एकमुश्त प्रोत्साहन राशि का भी शासनादेश निर्गत किया जा चुका है। इसके लिए 1 करोड़ 37 लाख 20 हजार रूपए धनराशि की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति दी जा चुकी है। अवशेष घोषणाओं हेतु धनराशि निर्गत किये जाने की कार्यवाही सम्बन्धित विभागों के स्तर पर गतिमान है।

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भव्य सैन्यधाम बनाने का निर्णय, मुख्यमंत्री धामी ने ली उच्च स्तरीय समिति की बैठक।

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री आवास स्थित कैम्प कार्यालय में सैन्यधाम के संबंध में उच्च स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि सैन्यधाम के निर्माण के लिए कार्यों की चरणबद्ध कार्ययोजना बनाई जाय। सैन्यधाम भव्य एवं दिव्य बनाया जायेगा। अन्य राज्यों में बने शहीद स्मारकों का भ्रमण भी किया जाय। उत्तराखण्ड में बनने वाले सैन्यधाम की भव्यता के लिए क्या किया जा सकता है, इसके लिए पूरी योजना बनाई जाय। मुख्यमंत्री ने शहीद सम्मान यात्रा के दौरान शहीद सैनिकों के आंगन की मिट्टी सैन्यधाम के निर्माण के लिए लाई जायेगी। सैन्यधाम का स्वरूप ऐसा होगा कि यह राष्ट्रभक्ति एवं सैनिकों के शौर्य और पराक्रम का प्रतीक होगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शहीद सम्मान यात्रा के आयोजन के लिए सभी तैयारियां जल्द पूर्ण की जाय। शहीद सम्मान यात्रा की शुरूआत अक्टूबर 2021 के प्रथम सप्ताह से प्रस्तावित है। यात्रा का पूरा रूट चार्ट जल्द तैयार किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सैनिक बहुल प्रदेश है। हमारे जवानों ने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व दिया। शहीदों के सम्मान में यह भव्य आयोजन होगा। इस कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने के लिए जन सहयोग लिया जायेगा। किसी भी आयोजन को सफल बनाने में समाज की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
इस अवसर पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु, अपर मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन, प्रमुख सचिव एल.फैनई, सचिव अमित नेगी, वी.षणमुगम, मेजर जनरल सम्मी सभरवाल (अ.प्रा.), जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आर. राजेश कुमार एवं सबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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