सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चौण्ड, ब्लाक प्रतापनगर में कर्मचारियों के ड्यूटी पर नहीं पाये जाने की शिकायत पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मनु जैन द्वारा करवायी गयी जांच, ये रही रिपोर्ट…..

टिहरी सूचना
प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से महिपाल कण्डियाल निवासी प्रतापनगर द्वारा प्रेषित शिकायत “कि दिनांक 18 फरवरी 2024 को रात्रि 2 बजकर 30 मिनट पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चौण्ड, ब्लाक प्रतापनगर में बीमार को ले जाने पर वहां चिकित्सक एवं अन्य कर्मचारियों कोई भी ड्यूटी पर नहीं पाया गया” का संज्ञान लेते हुये मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मनु जैन द्वारा प्रभारी चिकित्साधिकारी प्रतापनगर के माध्यम से सम्यक जांच करवायी गयी।
उन्होंने जांच रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया गया है कि-
• 18 फरवरी 2024 को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चौण्ड में रात्रि ड्यूटी पर डा० निकिता रावत एवं स्टाफ नर्स कुमारी ज्योति व श्रीमती रचना थे ।

• उक्त दिवस को अस्पताल में एक गर्भवती महिला प्रसव कक्ष में भर्ती थी, जिसमें अत्यधिक खून की कमी के कारण गहन चिकित्सीय देखरेख में आयरन सुक्रोज आई वी (intravenous) के माध्यम से दिया जा रहा था। जिसमें उक्त चिकित्सकीय स्टाफ संलग्न था ।

• रात्रि 1 बजकर 45 मिनट पर ग्राम पनियाला से एक मरीज कुमारी राधा आकस्मिकता की स्थिति में, जिसका गिरने के कारण हाथ कट गया था, उपचार हेतु अस्पताल लायी गयी। जिसका उपचार तत्समय उक्त ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक एवं स्टाफनर्स द्वारा सम्यक रूप कर उसे रात्रि 2 बजकर 30 मिनट पर घर भेज दिया गया। जिसके पश्चात उक्त कर्मिक अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिला की देखरेख हेत प्रथम तल में अवस्थित प्रसव कक्ष में आ गये ।

• संभवतः उक्त शिकायत कर्ता श्री महिपाल कण्डियाल निवासी ब्लाक प्रतापनगर अपने परिजन के इलाज हेतु रात्रि 2 बजकर 30 मिनट के पश्चात अस्पताल परिसर में आये एवं बिना यह तस्दीक किये कि अस्पताल में चिकित्सक हैं अथवा नहीं वीडियो बनाकर चले गये ।

• श्री कण्डियाल द्वारा तत्समय नाही अस्पताल परिसर में अंकित किसी भी नम्बर से सम्पर्क किया गया नाहीं प्रथम तल अथवा आवासीय परिसर तक आये। इस प्रकार प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम यह कथन बिल्कुल भी निराधार है कि श्री कण्डियाल के परिजन को चिकित्सक अथवा कर्मिकों की अनुपस्थिति के कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चौण्ड में इलाज नही मिल पाया ।

• उक्त के अतिरिक्त यह तथ्य भी महोदय के संज्ञान में लाना समीचीन होगा कि उक्त अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी के पदो पर उपनल के कार्मिक नियुक्त हैं, जो उक्त दिनांक को हडताल पर थे । अस्पताल अन्तर्गत चतुर्थ श्रेणी में मात्र एक नियमित कार्मिक, स्वच्छक के पद पर नियुक्त है, जिसकी माता का देहावासान होने के कारण स्वीकृत अवकाश पर था। इस प्रकार सम्यक रूप से अपने उत्तरदायित्वों के अनुपालन करने के पश्चात भी निराधार शिकायत के फलस्वरूप स्वास्थ्य कार्मिकों के मनोबल पर नकरात्मक प्रभाव पडना स्वाभाविक है । उन्होंने कहा है कि प्रभारी चिकित्साधिकारी प्रतापनगर से प्राप्त जांच रिपोर्ट से जिलाधिकारी टिहरी को भी अवगत करा दिया है।

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