
टिहरी गढ़वाल के छह विधानसभा क्षेत्रों में आगामी चुनाव में तीन सीटों पर सीधे मुकाबले के आसार बनते दिख रहे हैं। दो सीटों पर मुकाबला त्रिकोणीय होने की संभावना है।
घनसाली सीट पर घमासान होना निश्चित है। कारण बेशक अलग है। घनसाली सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। वर्तमान परिसीमन के तहत यह विधानसभा का आखिरी चुनाव है। नये परिसीमन में सीटों के मानचित्र में फेरबदल तय है। इसलिए राजनीति की चौसर का हर मोहरा इस बार अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी में है। कम से कम सोशल मीडिया पर घनसाली की धमक दिखा रही कि यह सीट दिलचस्प मुक़ाबले में फंसने वाली है। राजनीति का कोई भी जादूगर बहुत कुछ उलट-पुलट सकता है।
नरेन्द्र नगर भाजपा के लिए ही टेढ़ी खीर है। यहां चुनाव पार्टियों के बीच नहीं दो लोगों के बीच होना है। दोनों भाजपा में हैं। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और पूर्व विधायक ओमगोपाल रावत पिछले चुनाव में आमने-सामने थे। निर्दलीय प्रत्याशी ओमगोपाल रावत ने भाजपा के कद्दावर नेता सुबोध उनियाल को कड़ी टक्कर दी थी। मतों के अंकगणित के मामले में ओमगोपाल भी सुबोध उनियाल की तरह जनपद के अव्वल उम्मीदवारों में से है। यहां पहली परीक्षा भाजपा की ही है।, जारी,,,,,,,।