यमकेश्वर (गढ़वाल)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय, बिध्याणी, यमकेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय, बिध्याणी, यमकेश्वर में ब्रह्मलीन राष्ट्रसंत महंत अवैद्यनाथ जी महाराज की मूर्ति का अनावरण भी किया।कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि महंत अवैद्यनाथ जी की प्रेरणा से ही यहां महाविद्यालय की स्थापना हुई है। उन्होंने कहा कि ग्राम कांडी में ही महंत अवैद्यनाथ जी का जन्म हुआ था किंतु ज्यादा समय तक नहीं रुक सके थे। कहा कि वे यहां की शिक्षा व्यवस्था के बारे में पूछते रहते थे। मैंने उन्हें अवगत कराया था कि यहां कोई डिग्री कॉलेज नहीं है, यहां के निवासियों ने समिति बनाकर कॉलेज के लिए जमीन दी और यहां कुछ कक्षाओं का प्रारंभ हो सका था। उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रुप से गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि पूज्य गुरु जी को उनकी जन्मभूमि पर सम्मान दे पा रहा हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे लिए गौरव की बात है कि मैं अपने स्कूली गुरुजनों का सम्मान कर पा रहा हूं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तराखंड में सबसे बड़ी समस्या पलायन है। यहां अच्छी शिक्षा अच्छा माहौल सौंदर्य और संभावनाएं हैं। उत्तराखंड का युवा जहां भी जाता है अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाता है। कहा कि देश 2014 के बाद नए उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा हैl कोरोना में बहुत से लोगों ने अपनों को खोया है लेकिन भारत का सबसे बढ़िया प्रबंधन पूरे विश्व में सराहा गया, पहले महामारी में मौतें बीमारी से ज्यादा भुखमरी से होती थी लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश बदल चुका है, सरकार संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है । उन्होंने कहा कि देश को बचाना है तो उत्तराखंड के पलायन को रोकना होगा क्योंकि उत्तराखंड देश की उत्तरी सीमा है। वृक्षारोपण, जल संरक्षण को बढ़ावा देना होगा। उत्तराखंड में आध्यात्मिक पर्यटन को इको पर्यटन से जोड़ना होगा। योगी जी ने कहा कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा लेकिन इसके लिए पलायन को रोकना पड़ेगाउन्होंने कहा कि जहां अन्य राज्यों में अव्यवस्था फैली है वहीं, उत्तर प्रदेश में कहीं कोई उपद्रव नहीं हुआ। उत्तर प्रदेश में व्यक्तिगत आस्था पर कोई प्रतिबंध नहीं है किंतु उससे किसी अन्य को असुविधा नहीं होनी चाहिए। कहा कि लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है, जनभावना के साथ आस्था के नाम पर खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। कहा कि हमने उत्तर प्रदेश से लगभग एक लाख अनावश्यक माइक हटवाए हैं और कहीं कोई विवाद नहीं है। योगी जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड की 21 वर्षों से जकड़ी समस्या का समाधान अंतिम चरण पर है।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ करिश्माई व्यक्तित्व हैं। योगी जी अपनी जन्म भूमि में लंबे वक्त बाद आए हैं। उन्होंने कहा कि महंत अवैद्यनाथ जी का संबंध हिंदू धर्म, भाईचारे को मजबूत करने व जो पीछे छूट गए हैं उन्हें मुख्यधारा में लाने का रहा है। उनका राम जन्मभूमि आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कहा कि पहले अयोध्या में भगवान राम टेंट में थे, वर्तमान में प्रधानमंत्री मोदी की सरकार बनने के बाद वहाँ भव्य मंदिर बनने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। कहा कि मोदी-योगी के नेतृत्व में अयोध्या भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की आध्यात्मिक व सांस्कृतिक राजधानी बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में काशी विश्वनाथ मार्ग भव्य हुआ है जिससे लोगों को जल चढ़ाने में कोई दिक्कत नहीं होती है। मोदी जी ने कहा है कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा। उत्तराखंड में आजादी के बाद जितने पर्यटक चार धाम की यात्रा पर आए हैं, इन 10 सालों में सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों पर होटल, परिवहन व यात्रा से जुड़े लोगों से जानकारी मिली है कि आने वाले 2 माह के लिए सारे होटलों की बुकिंग फुल हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योगी जी का जन्म उत्तराखंड में हुआ है, किंतु वे अब पूरे देश की धरोहर बन चुके हैं। कहा कि 21 सालों से उत्तराखंड-यूपी का परिसंपत्तियों के बंटवारे से संबंधित मामले का मात्र 20 मिनट की बैठक में ही हल निकल गया। मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि महायोगी गोरखनाथ विद्यालय में विज्ञान की कक्षाएं चलाई जाएंगी, साथ ही जो भी अन्य संसाधनों की आवश्यकता होगी उसे पूरा किया जाएगा।इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने गुरुजनों राजेंद्र सिंह रावत, राजेंद्र सिंह भंडारी, महिमानंंद बड़थ्वाल व सत्य प्रसाद बड़थ्वाल को सम्मानित किया।कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत, सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत व विधायक रेणु बिष्ट सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
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योगी आदित्यनाथ पहुंचे यमकेश्वर। अपने गांव में लिया मां का आशीर्वाद। कहा-उत्तराखंड से पलायन रोकना होगा, 21 वर्षों से जकड़ी समस्या का समाधान अंतिम चरण में।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ कल से तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर, अपने पैतृक गांव भी जायेंगे,लोगों में खासा उत्साह।
देहरादून। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल से तीन दिवसीय उत्तराखंड दौरे पर आ रहे हैं। यूपी में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ का यह पहला उत्तराखंड दौरा है। उनके दौरे को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सीएम धामी का कहना है कि इस दौरान दोनों राज्यों की परिसंपत्तियों का विधिवत रूप से बंटवारा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के उत्तराखंड दौरे को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार से तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड आ रहे हैं। मंगलवार को वे एक कार्यक्रम में अपने पैतृक गांव पहुंचेंगे। उसके बाद हरिद्वार में दोनों राज्यों की परिसंपत्तियों को लेकर बंटवारा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में वे खुद भी मौजूद रहेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 3 मई से 5 मई तक उत्तराखंड दौरे पर रहेंगे। बताया जा रहा है कि इस दौरान वे हरिद्वार और विधानसभा यमकेश्वर में अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होंगे। योगी आदित्यनाथ अपने गृह क्षेत्र यमकेश्वर में गुरु गोरखनाथ महाविद्यालय में बनाई गई अपने गुरु स्वामी अवैद्यनाथ की मूर्ति का अनावरण भी करेंगे। वहीं, सीएम योगी के उत्तराखंड दौरे को लेकर लोगों में खास उत्साह देखने को मिल रहा है। यूपी और उत्तराखंड के बीच परिसंपत्तियों के बंटवारे का यह मसला उत्तराखंड राज्य के अस्तित्व में आते ही शुरू हो गया था। दरअसल, राज्य पुनर्गठन अधिनियम 2000 के तहत जब उत्तराखंड की स्थापना हुई थी, 75 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश ने अपने पास रखा था, जबकि 25 फीसदी उत्तराखंड को दिया था। जैसे-जैसे नवगठित राज्य में प्रगति होनी शुरू हुई, जरूरतें बढ़ने लगीं और हिस्से की आवाज भी उठने लगी। अधिनियम के तहत उत्तराखंड की नदियों, तालाबों, जलाशयों पर उत्तर प्रदेश सरकार का अधिकार था, जिसका उत्तराखंड सरकार को काफी खामियाजा उठाना पड़ रहा था। अब दोनों राज्यों के बीच परिसंपत्ति का बंटवारा होना है।
पिस्तौल की नोक पर घर में घुस कर महिला से लूट। आरोपी को आईएसबीटी से किया गिरफ्तार।
देहरादून । टर्नर रोड स्थित एक मकान में इंटरनेट ठीक करने के बहाने घर में घुसे आरोपित ने पिस्तौल की नोक पर महिला से सोने के गहने व अन्य सामान लूट लिया। घटना के बाद पुलिस ने आरोपित को कुछ ही देर बाद आईएसबीटी से गिरफ्तार कर लिया है।क्लेमेनटाउन टर्नर रोड सी 19 में रहने वाली महिला मंगलेश शर्मा ने बताया कि दोपहर करीब एक बजे एक व्यक्ति गेट पर पहुंचा और इंटरनेट ठीक करने की बात करने लगा। जैसे ही वह घर के अंदर घुसा तो उसने इंटरनेट कनेक्शन पर छेड़छाड़ करनी शुरू कर दी।कुछ ही देर बाद आरोपित ने अपनी जेब से पिस्तौल निकाला। एक राउंड जमीन पर फायर करने के बाद उसने पिस्तौल महिला के सिर पर तान दिया। पिस्तौल की नोक पर महिला से गले की चेन, कुंडल और कंगन लूट लिया और फरार हो गया। महिला ने तुरंत इसकी सूचना कंट्रोल रूम में दी।कंट्रोल रूम से क्लेमेनटाउन थाने को सूचित किया गया। तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपित का पीछा करना शुरू कर दिया। उधर, आईएसबीटी पुलिस चौकी को भी इस बारे में जानकारी दी गई तो आईएसबीटी में भी पुलिस अलर्ट हो गई। पुलिस ने आरोपित को घेर लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कल पहुंचेंगे सुरकंडा देवी मंदिर । रोप वे का करेंगे उद्घाटन।
टिहरी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत रविवार को जनपद सुरकण्डा देवी मन्दिर कद्दूखाल पहुंचेंगे। जिला प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार निर्धारित कार्यक्रमानुसार मुख्यमंत्री 11ः35 बजे आर्मी हैलीपैड रायवाल देहरादून से हैलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर 11ः55 बजे अस्थाई हैलीपैड आलूचक फार्म, उद्यान विभाग धनोल्टी टिहरी गढ़वाल पंहुचेंगे , जहां से समय 12ः00 बजे कार/पैदल मार्ग द्वारा प्रस्थान कर 12ः15 बजे सुरकण्डा देवी पहुंचेंगे तथा पर्यटन विभाग के माध्यम से निर्मित सुरकण्डा देवी मन्दिर रोपवे का शुभारम्भ करेंगे। समय 12ः55 बजे मा. मुख्यमंत्री जी सुरकण्डा देवी से कार/पैदल मार्ग द्वारा प्रस्थान कर 13ः10 बजे अस्थाई हैलीपैड आलूचक फार्म, उद्यान विभाग धनोल्टी टिहरी गढ़वाल पहुंचेंगे तथा 13ः15 बजे हैलीकॉप्टर द्वारा जी.टी.सी. हैलीपैड देहरादून के लिए प्रस्थान करेंगे।
जिला मजिस्ट्रेट टिहरी गढ़वाल इवा आशीष द्वारा मुख्यमंत्री के जनपद भ्रमण कार्यक्रम के दौरान शान्ति एवं सुरक्षा व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, विद्युत आपूर्ति, मंच/पण्डाल, खाद्य सामग्री, अग्निशमन सुरक्षा उपकरण आदि व्यवस्थाओं हेतु अधिकारी नामित किये गये हैं। उन्होंने समस्त अधिकारियों को पूर्ण निष्ठा से अपने-अपने दायित्वों का निर्वह्न करने के आदेश दिये।
चारधाम यात्रा को लेकर राज्यपाल ने ली बैठक। कहा- यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए।
देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने गुरूवार को राजभवन में चारधाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में शासन के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में शासन के उच्चाधिकारियों के साथ डी.जी.पी व संबंधित विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।
राज्यपाल ने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड की सामाजिक, सांस्कृतिक व्यवस्था की पहचान है। सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा का पूर्ण ध्यान रखा जाए। स्थानीय नागरिक चारधाम यात्रा के अभिन्न अंग हैं, उनकी भागीदारी के बिना यह यात्रा संभव नहीं है। होटल वाले, गाड़ी वाले एवं छोटी दुकान वाले इस यात्रा के महत्वपूर्ण भागीदार हैं। उन्होंने सभी की सुविधाओं को पूर्ण ध्यान रखने के निर्देश दिए।
राज्यपाल ने कहा कि यात्रा के दौरान तकनीक का प्रयोग करते हुए वैल्यू एडिशन करें। तकनीकी जिनमें मोबाइल एप, ड्रोन व आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स शामिल हैं के माध्यम से यात्रियों को सुविधाएं दी जाएं। यात्रा के माध्यम से स्थानीय उत्पादों विशेषकर महिला समूह के उत्पादों को बाजार मुहैया कराया जाए। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी शब्द टूरिज्म में OUR यानी हमारा शब्द छिपा है इस पर ध्यान देना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि यह 09 से 05 की ड्यूटी नहीं है, इसमें पूर्ण समर्पण की भावना के साथ कार्य किया जाना चाहिए। यात्रा के दौरान आपदा प्रबंधन की मशीनरी को तैयार रखा जाए। आपदा के दौरान पुलिस सहित फर्स्ट रिस्पान्डर की भूमिका महत्वपूर्ण हैं, इन्हें अलर्ट रहने की जरूरत है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव गृह श्रीमती राधा रतूड़ी और डी.जी.पी अशोक कुमार ने बताया कि यात्रा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाये गए हैं। ट्रैफिक मैनेजमेंट के 133 स्थानों पर ट्रैफिक पुलिस तैनात की गई है।
सचिव परिवहन अरविन्द सिंह ह्यांकी ने बताया कि यात्रा हेतु 1808 बसों को चिन्हित किया गया है, इसके साथ ही 500 अतिरिक्ति बसों की व्यवस्था भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि 19 स्थानों पर गाड़ियों की फिटनेस और कागजों की जांच के लिए यात्रा सेल गठित कर दी गई है, जहां से अभी तक 1586 ग्रीन कार्ड जारी हो चुके हैं। ऑनलाइन पोर्टल पर 166 ट्रिप कार्ड जारी किये गए हैं।
सचिव चिकित्सा राधिका झा ने बताया कि यात्रा मार्गों पर डॉक्टरों की तैनाती रोटेशन के आधार पर की जा रही है। उन्होंने बताया कि कॉडियोलॉजिस्ट की समस्या के समाधान के रूप में फिलहाल 35 चिकित्सकों को हृदय रोगियों के प्राथमिक उपचार के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। यात्रा अवधि में टेलिमेडिसीन की सेवाएं भी ली जायेंगी।
सचिव पेयजल नितेश झा ने बताया कि यात्रा मार्गों में इस बार 100 वाटर ए.टी.एम स्थापित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना विभाग की प्राथमिकता है।
सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा ने बताया कि यात्रा मार्गों पर तहसील आपदा प्रबंधन केन्द्र सक्रिय हैं। स्थानीय नागरिकों में से लोगों को आपदा मित्र की ट्रेनिंग दी जा रही है।
सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति बी.एस.मनराल ने बताया कि यात्रा मार्गों पर खाद्य एवं आवश्यक पदार्थों की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। यात्रा मार्गों में 78 पैट्रोल पम्पों और 66 गैस एजैन्सियों में रिजर्व स्टॉक का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
महाप्रबंधक जी.एम.वी.एन. स्वाति एस.भदौरिया ने बताया कि अभी तक यात्रा हेतु आनलाइन बुकिंग के माध्यम से 10.5 करोड़ धनराशि की बुकिंग प्राप्त हो चुकी है। उन्होंने बताया कि सभी यात्री विश्राम गृहों को गूगल मैप पर पिन किया जा चुका है। 26 अप्रैल से जी.एम.वी.एन का कंट्रोल रूम 24X7 कार्यरत हो गया है।
सचिव पयर्टन दिलीप जावलकर ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए रजिस्ट्रेशन एंड टूरिस्ट केयर वेब पोर्टल संचालित किया जा रहा है। श्रद्धालु मोबाइल एप व वेब पोर्टल या भौतिक रूप से स्थापित कियोस्क के माध्यम से अपना पंजीकरण कराकर यात्रा प्रारंभ कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि पयर्टन की वेबसाइट को अन्य विभागों की सेवाओं के साथ जोड़ने का कार्य चल रहा है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी एवं आनंद वर्द्धन, प्रमुख सचिव आर.के.सुधांशु, डी.जी.पी. अशोक कुमार, सचिव श्री राज्यपाल, डा. रंजीत सिन्हा, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, सचिव चिकित्सा राधिका झा, सचिव पेयजल नितेश झा, सचिव परिवहन अरविन्द सिंह ह्यांकी, सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति बी.एस.मनराल, महाप्रबंधक जी.एम.वी.एन. स्वाति आदि मौजूद थे।
टिहरी सांसद ने ली दिशा की बैठक, कार्यों को गुणवत्तायुक्त और समय पर पूरा करने के निर्देश।
टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार टिहरी गढ़वाल में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति(दिशा) की बैठक आयोजित की गयी। मा. सांसद द्वारा विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होंने अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को निर्देशित किया कि बैठक को गंभीरता से लेते हुए अनिवार्य रूप से बैठक में उपस्थित होना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को पूर्ण सूचनाओं के साथ बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिये। कहा कि अधिकारी आपसी समन्वय बनाकर जनपद के सभी क्षेत्रों में कार्यों की गुणवत्ता के साथ समयान्तर्गत कार्यों को पूर्ण करना सुनिश्चित करें। पीएमजीएसवाई के अधूरे सड़क निर्माण कार्यों को लेकर उन्होंने नाराजगी प्रकट करते हुए समयावधि तय कर कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिये। कहा कि जो भी कार्य किये जाते हैं, उसकी सूचना जन प्रतिनिधियों को भी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। डोबरा चांटी पुल से लम्बगांव तक मोटर मार्ग की खराब स्थिति पर विभागीय अधिकारी ने बताया कि मार्ग के डबल लैन/चौड़ीकरण का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। सांसद महोदया ने निर्देशित किया कि जब तक शासन से स्वीकृति प्राप्त नहीं होती है, तब तक व्यवस्था करना सुनिश्चित करें।
बैठक में सर्वप्रथम विगत बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुपालन में किये गये कार्यों की आख्या रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि पिलखी गौंजियाणा मोटर मार्ग का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। बताया कि वर्ष 2021-22 दैवीय आपदा के अन्तर्गत जिला प्रशासन से 4.80 लाख की धनराशि प्राप्त हुई, जिसके सापेक्ष मार्ग की झाड़ी कटान व नाली सफाई का कार्य करा दिया गया है तथा शेष अन्य कार्य किये जा रहे हैं। इस पर मा. सांसद द्वारा निर्देशित किया गया कि प्रस्ताव पर शासन से धनराशि स्वीकृति प्राप्त होते ही तत्काल मोटर मार्ग का कार्य प्रारंभ करना सुनिश्चित करें। बैठक में समिति के सदस्यों द्वारा विकास खंड धनोल्टी के रगड गांव मोटर मार्ग की स्थिति के बारे में सूचना चाही गई, इस पर विभागीय अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि इस मार्ग में प्रथम चरण का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा द्वितीय चरण का कार्य गतिमान है, जिसे सितम्बर 2022 तक पूर्ण कर लिया जायेगा। विधायक घनसाली द्वारा उठाये गये सवाल कि समण गांव मोटर मार्ग हेतु पैंसा मिलने के बावजूद कार्य न होने का कारण किसी भी ठेकेदार द्वारा टेंडर न उठाया जाना बताया गया, इस पर जिलाधिकारी ने रिवाईज्ड प्रस्ताव बनाकर टेंडर करवाने को कहा।
मा. सांसद द्वारा विकास खण्ड चम्बा के नागणी जड़धारगांव स्वाडी नागदेवपथल्ड मोटर मार्ग जिसमें इंटरलोकिंग टाईल द्वारा सतह के सुधारीकरण कार्य होना है तथा जिसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया है, का पुनः नये रेट पर प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश दिये गये। नागणी माण्डाई जौल वाया जखोत सुदाडा देवरी नकोट नागदेवपथल्ड मोटर मार्ग के संबंध में अवगत कराया गया कि संयुक्त निरीक्षण हो चुका है, दुगुनी भूमि हेतु भूमि चिन्ह्किरण की कार्यवाही गतिमान है। बैठक मंे खाण्डतल्ला मोटर मार्ग चम्बा का डामरीकरण मंे गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये। जनप्रतिनिधियों द्वारा जनपद मुख्यालय की अन्तरित सड़कों की खराब स्थिति से भी अवगत कराया गया। इस पर मा. सांसद द्वारा जनपद के मार्गों स्थलीय निरीक्षण कर क्षतिग्रस्त मोटर मार्गों को समयान्तर्गत ठीक करने के निर्देश दिए गए। जिला पंचायत अध्यक्षा ने कहा कि पीएमजीएसवाई की जो 20 सड़के लोक निर्माण विभाग को हस्तान्तरित की जानी हैं, उन्हंे एक माह में लोनिवि को हेण्डओवर करना सुनिश्चित करंे।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान सांसद महोदया ने कहा कि दूरस्थ क्षेत्रों में परिस्थिति एवं स्थिति को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राथमिकता के आधार पर देना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल रेफर संेटर न बने, इसके लिए मॉनिटरिंग करते रहें। उनके द्वारा लम्बगांव में बिजली कनेक्शन, कण्डीसौड़ में स्वास्थ्य उपकरण, एएनएम सेंटर पिपोला हेण्डओवर किये जाने, ग्राम पंचायत जाख, कागड़ा में एएनएम सेंटर जीर्ण-शीर्ण की भी जानकारी ली गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जिला चिकित्सालय बौराड़ी में पार्किंग न होने के कारण जनता को असुविधा हो रही है, शासन से धनराशि प्राप्त होते ही पार्किंग कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा। उन्होंने एम्बुलंेस, पदों के सापेक्ष खाली पद की जानकारी भी दी। जिलाधिकारी ने लम्बित प्रकरणों की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
बैठक में जल जीवन मिशन, डांगी पेयजल योजना प्रतापनगर, बुरांसखण्डा पेयजल योजना, स्योरी में हैण्डपम्प के संबंध में भी चर्चा की गई। वहीं विद्युत विभाग को आंवटित 06 करोड़ 63 लाख घनसाली के अन्तर्गत मेरवाडी, मनस्वाड़ में कार्याें की गुणवत्ता सही न होने की शिकायत, झूलती तारों, घनसाली घूत्तू में ब्रेक डाउन न हो इसके निस्तारण के निर्देश दिये गये। हिमगांव पोलियाधार सब स्टेशन बनाने पर भी चर्चा की गई। जिला विकास अधिकारी द्वारा मनरेगा के तहत किये जा रहे कार्याें एवं प्रगति से अवगत कराया गया, इस पर विधायक प्रतापनगर ने कहा कि सप्लाई चैन को मजबूत करें। नगर पंचायत अध्यक्षा गजा द्वारा अवगत कराया गया कि न.पंचा में 04 वार्ड में कोई भी आंगनवाड़ी केन्द्र नहीं है। समाज कल्याण अधिकारी द्वारा वृद्धा, विकलांग, विधवा पेंशन के बारे में जानकारी दी गई। इस पर विधायकों द्वारा दूरस्थ क्षेत्रों में शिविर लगाकर योजनाओं की जानकारी देकर लोगों को लाभान्वित करने को कहा गया। समग्र शिक्षा पर भी चर्चा की गई।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्षा सोना सजवाण, जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव, विधायक प्रतापनगर विक्रम सिंह नेगी, विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, जिलाध्यक्ष भाजपा विनोद रतूड़ी, टिहरी विधाायक प्रतिनिधि सतवीर पुण्डीर, मुख्य विकास अधिकरी नमामि बंसल, पीडी डीआरडीए प्रकाश रावत, डीडीओ सुनील कुमार, डीएफओ वी.के. सिंह, सीएमओ संजय जैन, मुख्य शिक्षा अधिकारी ललित मोहन चमोला, ब्लॉक प्रमुख जाखणीधार सुनीता देवी, जौनपुर सीता रावत, प्रतापनगर प्रदीप चंद रमोला, भिलंगना वासुमाति घणाता, नरेंद्रनगर राजेन्द्र भंडारी, अध्यक्षा न.पंचा. गजा मीना खाती, अध्यक्ष न.पंचा. चम्बा सुमन रमोला सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
टिहरी में भाजपा के सभी मंडलों में समूह बनाकर पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना गया ।
नई टिहरी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ को संबोधित किया, जिसको भाजपा टिहरी के सभी मंडलों में समूह बनाकर सुना गया। 88वे एपिसोड में मोदी जी ने कहा कि देश को नया संग्रहालय मिला है इससे लोगों में इतिहास को लेकर दिलचस्पी बढ़ी है। पीएम मोदी ने कहा कि टैक्नोलॉजी की ताकत कैसे सामान्य लोगों का जीवन बदल रही है, ये हमें हमारे आस-पास लगातार नजर आ रहा है. पिछले कुछ सालों में BHIM UPI तेजी से हमारी अर्थव्यवस्था और आदतों का हिस्सा बन गया है. अब तो छोटे-छोटे शहरों में और ज्यादातर गांवों में भी लोग UPI से ही लेन-देन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने कहा कि पानी की उपलब्धता और पानी की क़िल्लत, ये किसी भी देश की प्रगति और गति को निर्धारित करते हैं। हमको अपने गाँव की पुरानी पानी की चालो का सफाई करके जीणोद्धार करना होगा। सरकारी योजनाओं में अब प्रत्येक शहर, गांव में काम साई काम 10 पानी की नई चाल बनेंगी। उन्होंने बोला कि स्वामित्व योजना ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाकर एक बड़ा बदलाव ला रही है, योजना के तहत करीब 32 हजार गांवों में 42 लाख से अधिक संपत्ति के पहचान पत्र जारी किए गए हैं। पीएम मोदी ने लोगों से कई सवाल पूछे। जैसा कि ‘क्या आप जानते हैं कि देश के किस शहर में एक प्रसिद्ध रेल म्यूजियम है, जहाँ पिछले 45 वषों से लोगो को भारतीय रेल की विरासत देखने का मौका मिल रहा है?’क्या आप जानते हैं कि मुंबई में वो कौन सा म्यूजियम है, जहां हमें बहुत ही रोचक तरीके से करेंसी का इवॉल्यूशन देखने को मिलता है? यहां ईसा पूर्व छठी शताब्दी के सिक्के मौजूद हैं तो दूसरी तरफ ई-मनी भी मौजूद है।
पीएम का तीसरा सवाल ‘विरासत-ए-खालसा’ इस म्यूजियम से जुड़ा है। क्या आप जानते हैं, ये म्यूजियम, पंजाब के किस शहर में मौजूद है?, पतंगबाजी में तो आप सबको बहुत आनंद आता ही होगा, अगला सवाल इसी से जुड़ा है। देश का एकमात्र काइट म्यूजियम कहां है, बचपन में डाक टिकटों के संग्रह का शौक किसे नहीं होता! लेकिन, क्या आपको पता है कि भारत में डाक टिकट से जुड़ा नेशनल म्यूजियम कहां है?, गुलशन महल नाम की इमारत में कौन सा म्यूजियम है? क्या आप ऐसे किसी म्यूजियम के बारे में जानते हैं जो भारत की टेक्सटाइल से जुड़ी विरासत को सेलिब्रेट करता है?
मोदी जी ने कहा कि ‘देश आजकल लगातार संसाधनों और इन्फ्रास्ट्रक्चर को दिव्यांगों के लिए सुलभ बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। देश में ऐसे कई स्टार्ट-अप्स और संगठन भी हैं जो इस दिशा में प्रेरणादायी काम कर रहे हैं। ऐसी ही एक संस्था है – Voice of specially-abled people. आप भी अगर किसी दिव्यांग साथी को जानते हैं, उनके टैलेंट को जानते हैं, तो डिजिटल टेक्नोलॉजी की मदद से उसे दुनिया के सामने ला सकते हैं। जो दिव्यांग साथी हैं, वो भी इस तरह के प्रयासों से जरुर जुड़ें। उन्होंने जल की सुरक्षा पर जोर दीया। ‘मन की बात’ में कहा कि ‘गणित तो ऐसा विषय है जिसे लेकर हम भारतीयों को सबसे ज्यादा सहज होना चाहिए। वैदिक गणित, शून्य की खोज आदि भारतीय अविष्कार ही हैं जिन्होंने मानव की दिशा व दशा सुधार दी। अगर जीरो की खोज न होती, तो शायद हम, दुनिया की इतनी वैज्ञानिक प्रगति भी न देख पाते। मोदी जी ने कोरोना से सतर्क रहने का आह्वान करते हुए आगामी ईद, भगवान परशुराम जयंती आदि की अग्रिम शुभकामनाएं दी। टिहरी के नई टिहरी मंडल के पोलिंग बूथ संख्या- 102 पर मन की बात कार्यक्रम के जिला संयोजक डॉ० प्रमोद उनियाल, ब्लॉक प्रमुख सुनीता देवी, जिला उपाध्यक्ष सरोज बहुगुणा, मंडल अध्यक्ष श्री विजय कठैत, अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष श्रीमान अबरार अहमद, मंडल अध्यक्ष असग़र अली, तोशिफ अहमद, लक्ष्मी रावत, धर्मा देवी, रणवीर नौटियाल, रमेश रावत आदि उपस्थित है। जबकि थत्त्यूड मंडल के रौतू की बेली बूथ संख्या-73 पर पूर्व ब्लाक प्रमुख कुंवर सिंह पवार मंडल महामंत्री पृथ्वी सिंह रावत, भाग सिंह भंडारी, मुनि की रेती ढालवाला मण्डल बूथ संख्या 63 से अर्चित पाण्डेय, राकेश सेंगर, सुरेश परमार, तेजपाल, सावित्री चौधरी, ऋचा पाण्डेय, संजय, विवेक, सुजीत, चंद्रपाल, प्रिंस गर्ग, चम्बा से संदीप रावत, हरिप्रसाद सकलानी, दरमियान सिंह नेगी आदि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
सामाजिक मूल्य और संस्कृति को बेहतर जानने के लिए बेहतर है नई शिक्षा नीति- प्रो. सकलानी। डायट टिहरी में कार्यशाला का अयोजन।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में स्टेक होल्डर्स की संयुक्त कार्यशाला में उनके विचार जाने गए। अगले 40 सालों के लिए केंद्र सरकार ने नई शिक्षा नीति बनाई है। जिसका 2023 से प्ले ग्रुप, नर्सरी और आंबनबाड़ी स्तर से क्रियान्वयन शुरू होना है। एनईपी को भारत मूल्यों, संस्कार और भारतीय भाषाओं को समृद्ध बनाने के लिए बेहतर बनाया गया है। वक्ताओं ने कहा कि इसके लागू होने से भारत पुनः विश्व गुरू के पद पर आसीन होगा। इस मौके पर डायट की ओर से बनाई गई पुस्तिका का भी विमोचन किया गया।
नई टिहरी स्थित डायट में आयोजित कार्यशाला का एनसीईआरटी के निदेशक प्रो. दिनेश प्रसाद सकलानी ने शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के शासनकाल में भारतीय शिक्षा व्यवस्था का क्षरण हुआ। मैकाले की शिक्षा पद्धति ने भारतीय मूल्यों और संस्कारों पर हमला किया। इससे पूरी शिक्षा व्यवस्था ध्वस्त हुई। लेकिन वर्तमान में केंद्र सरकार ने निर्णय लेते हुए नई शिक्षा नीति बनाई है। जिसमें शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने मिलकर प्रयास किया। कहा कि भारत को समझने के लिए यह नीति बनाई है। खास बात यह है कि इसमें भारतीय भाषाओं को तवज्जो दी गई है। चरित्र, सामाजिक मूल्य और संस्कृति को बेहतर जानने के लिए इसमें पूरा समावेश किया है। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया वह अपनी जिम्मेदारी समझें। उन्होंने सुझाव दिया कि कक्षा 5 से 8 तक के बच्चे साल में एक बार 15 दिन के लिए अपने गांव जांए। जबकि कक्षा 8 से 12 तक 15-15 दिन साल में दो बार छात्र अपने गांव जाकर संस्कृति को परखेंगे। इससे अपनी माटी से जुड़ाव बढ़ेगा। कार्यशाला में शिक्षकों, प्राध्यापकों, सामाजिक संगठनों, महिला एवं बाल विकास, वन स्टाॅप सेंटर, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से अपने सुझाव एनईपी के लिए आवयश्यक रूप से दर्ज करने की अपील की। एनसीईआरटी की प्रो. संध्या संगई ने शिक्षक प्लान, प्रौढ़ शिक्षा, बुनियादी संख्या ज्ञान, साक्षरता, वोकेशनल शिक्षा, जॉब आधारित शिक्षा, समावेशी शिक्षा, स्कील बेस शिक्षा की जानकारी दी।
विक्टोरिया क्रास विजेता शहीद गब्बर सिंह नेगी के नाम पर मिलिट्री स्कूल खोला जाना चाहिए- विक्रम नेगी।
प्रथम विश्वयुद्ध के नायक रहे विक्टोरिया क्रॉस विजेता शहीद गब्बर सिंह नेगी के जन्मोत्सव पर आयोजित तीन दिवसीय मेले के दूसरे दिन प्रताप नगर के विधायक विक्रम सिंह नेगी मुख्य अतिथि रहे।
विधायक श्री नेगी ने मेला समिति को बधाई देते हुए कहा की वीर गब्बर सिंह महान सेनानी थे, जिन्हें विश्व का सबसे बड़ा अवार्ड विक्टोरिया क्रॉस प्राप्त हुआ। उन्होंने आगे कहा शहीद गब्बर सिंह जी के नाम पर जनपद या फिर स्थानीय स्तर पर मिलिट्री स्कूल खोला जाना चाहिए। इसमें मिलिट्री भर्ती कैंप आयोजित किए जाने चाहिए पहाड़ वीर सेनानियों की धरती आदिकाल से रही है। इस हेतु मेले में केंद्रीय रक्षा मंत्री डीएम कमिश्नर राज्य सरकार के अधिकारी आमंत्रित होने चाहिए। जिससे कि मेले को भव्य रूप दिया जा सके। इस दिन मिलिट्री के टैंक और अन्य शस्त्र डेमो के लिए उपलब्ध होने चाहिए साथी एनसीसी के छात्रों को मेला कार्यक्रम में ड्यूटी लगाई जानी चाहिए जिससे उनका उत्साहवर्धन हो सके।
कार्यक्रम में मेरा समिति के अध्यक्ष श्री इंद्र सिंह नेगी, कैप्टन आनंद सिंह नेगी, कैप्टन विजेंद्र सिंह नेगी, रघु भाई जरदारी, वीर सिंह पवार, सोमवारी लाल सकलानी, शक्ति प्रसाद जोशी , संजय बहुगुणा, देव सिंह पुंडीर, प्रधान कुसुम नेगी, नगर पालिका अध्यक्ष सुमना रमोला, ब्लाक प्रमुख शिवानी बिष्ट, रिटायर्ड आर्मी गब्बर सिंह नेगी, मीडिया प्रभारी मनीष कुकरेती, संगीतकार पदम गुसाईं, रवि गुसाईं, बिना बोरा आदि उपस्थित रहे।
आगामी चारधाम यात्रा को देखते हुए एसडीएम ने किया सुवाखोली – अलमस-भवान मार्ग का निरीक्षण।
टिहरी। चारधाम यात्रा को देखते हुए मोटर मार्गो को दुरुस्त करने की कार्यवाही निरंतर गतिमान है। उपजिलाधिकारी धनोल्टी सोमवार को चारधाम यात्रा मार्ग सुआखोली -अलमस-भवान का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान तीर्थ यात्रियों द्वारा सुआखोली -अलमस-भवान मोटर मार्ग का व्यापक स्तर पर उपयोग किया जाता है। जिस हेतु इस मोटर मार्ग को दुरुस्त रखन अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान लोक निर्माण विभाग की थत्यूड़ डिवीज़न के अधिशासी अभियंता को निर्माणाधीन सड़क मार्ग के कार्य को समय अंतर्गत गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए गए है। ताकि तीर्थ यात्रियों की यात्रा को सुगम व आरामदायक बनाया जा सके।