
उत्तराखंड
चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का पंजीकरण सत्यापन के बाद ही दर्शन करने का टोकन दिया जाएगा। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम जाने वाले श्रद्धालुओं का सत्यापन चार स्थानों पर किया जाएगा। अब तक यात्रा के लिए लगभग 10 लाख श्रद्धालु अपना पंजीकरण कर चुके हैं। चारधाम यात्रा को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। 22 अप्रैल से यात्रा शुरू होनी है, ऐसे में हर स्तर से नियमों और गाइडलाइन को तैयार किया जा रहा है। इस बार सबसे ज्यादा फोकस दर्शन के लिए तैयार किए जा रहे नए सिस्टम पर रहेगा। इस बार चारों धामों में कतार प्रबंधन सिस्टम लागू किया गया है। चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसके लिए गाइडलाइन बनाई गई है। चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा पर आने से पहले पंजीकरण कराना होगा। इसके बाद यात्रा मार्ग पर सत्यापन और फिर टोकन का सिस्टम तैयार किया जा रहा है। इसके लिए चारों धामों में सत्यापन के प्वाइंट तय किए गए हैं। केदारनाथ धाम के लिए सोनप्रयाग को प्वाइंट बनाया गया है। बद्रीनाथ धाम का पांडुकेश्वर, गंगोत्री का हिना और यमुनोत्री का बड़कोट प्वाइंट पर पंजीकरण का सत्यापन कराया जाएगा। इसके बाद ही श्रद्धालुओं को टोकन दिया जाएगा। केदारनाथ, बद्रीनाथ व गंगोत्री धामों में ही टोकन दिया जाएगा। यमुनोत्री धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को जानकीचट्टी में टोकन प्राप्त होगा।