
उत्तराखंड
भारत-चीन सीमा पर शहीद हुुए उत्तराखंड के आईटीबीपी में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात रहे टीकम सिंह नेगी का पार्थिव शरीर आज देहरादून पहुंचेगा। वे देहरादून जिले के सेलाकुई क्षेत्र के रहने वाले थे।

सोमवार को शहादत का समाचार मिलने के बाद उनके गांव राजावाला में मातम का माहौल है। प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण उनके आवास पर पहुंचे और शोक संवेदना व्यक्त की। राजावाला निवासी सेवानिवृत्त सूबेदार राजेंद्र सिंह नेगी के बेटे टीकम सिंह नेगी (34) आईटीबीपी में असिस्टेंट कमांडेंट थे।
बताया जा रहा है कि टीकम की यूनिट दस दिनों के लिए किसी स्पेशल मिशन पर लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर तैनात थी। इसी दौरान सोमवार को उनकी शहादत की खबर आई। उप जिलाधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि अभी शहादत के कारणों की जानकारी नहीं मिली है।
राजावाला पौड़वाला निवासी टीकम सिंह नेगी पुत्र आरएस नेगी रिटायर्ड सूबेदार आईटीबीपी में असिस्टेंट कमांडेट थे। टीकम के परिवार में पिता राजेंद्र सिंह नेगी व दादा सुंदर सिंह नेगी भी आर्मी में रहकर देश की सेवा कर चुके हैं। टीकम सिंह नेगी आईटीबीपी में बतौर असिस्टेंट कमांडेंट एलआरपी के दौरान पूर्व लददाख के नार्दन सब सेक्टर के जनरल एरिया चेनचेंगमो में शहीद हुए हैं। जैसे ही टीकम के बलिदान की खबर स्वजन तक पहुंची।पिता आरएस नेगी, माता मनोरमा देवी, पत्नी दीप्ति नेगी, बहन मधु पर दु:खों का पहाड़ टूट पड़ा। असिस्टेंट कमांडेट के चार साल के बेटे से पिता का साया उठने पर सांत्वना देने आए हर किसी की आंखें नम थी। एसडीएम विनोद कुमार, भाजपा नेता यशपाल नेगी, सुखदेव फर्सवाण समेत क्षेत्र के ग्रामीणों ने दु:ख की इस घड़ी में टीकम सिंह के स्वजन का ढांढस बंधाया। बलिदानी के घर पर सांत्वना देने के लिए क्षेत्रीय ग्रामीणों का तांता लगा रहा।