हल्द्वानी हिंसा में शामिल आरोपितों पर कसा कानूनी शिकंजा, महिला पत्थरबाज भी रडार पर

उत्तराखंड
बनभूलपुरा बवाल में शामिल आरोपितों पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। पुलिस अब उपद्रवियों की संपत्ति की जांच भी करेगी। यह पता लगाया जाएगा कि उपद्रवी बनभूलपुरा में कब आकर बसे और इनकी आमदनी के स्रोत क्या-क्या हैं। अवैध रूप से अर्जित संपत्ति को जब्त किया जा सकता है। मंगलवार को कोतवाली सभागार में हुई प्रेसवार्ता में एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि बनभूलपुरा उपद्रव में शामिल आरोपितों की धरपकड़ जारी है। 37 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। 150 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ हो रही है। सीसीटीवी के अवलोकन व अन्य साक्ष्यों के आधार पर घटनास्थलों के आसपास के घरों में दबिश डाली जा रही है।
उपद्रवियों से पूछताछ के लिए गौलापार के कुंवरपुर स्थित एक कॉलेज को अस्थाई जेल बनाया है। उन्होंने बताया कि उपद्रवियों के संपत्ति की जांच की जाएगी। कई लोग बाहरी राज्यों से आए हैं और यहां छोटा-मोटा काम शुरू किया। आज लोग मालिक बनकर बैठे हैं। अकूत संपत्ति अर्जित की। एक-एक उपद्रवी की संपत्ति की जांच होगी। अवैध रूप से अर्जित संपत्ति की रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। इसके बाद संपत्ति को सीज किया जा सकता है।
पुलिस ने मंगलवार को छह और उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। मुकदमा संख्या 21/24 में लाइन नंबर आठ बनभूलपुरा निवासी शोएब, वार्ड नंबर 24 बनभूलपुरा निवासी भोला उर्फ सोहेल व वार्ड नंबर 15 जवाहर नगर बनभूलपुरा निवासी समीर पाशा और लाइन नंबर दस निवासी अबू तस्लीम शामिल हैं। समीर के पास एक तमंचा, तीन कारतूस व दो खो खो मिले। वहीं, मुकदमा संख्या 22/24 में ताज मस्जिद निवासी जुनैद उर्फ इब्राहिम को एक तमंचा व तीन कारतूस के साथ गिरफ्तार किया। मुकदमा संख्या 23/24 में मलिक का बगीचा निवासी साहिल अंसारी व इंदिरानगर ठोकर निवासी शहनवाज उर्फ शानू शामिल हैं।
एसएसपी का कहना है कि पुलिस, नगर निगम, प्रशासन व मीडिया कर्मियों पर पथराव करने वाली महिलाओं का बैकग्राउंड खंगाला जा रहा है। उन्हें किन लोगों का सपोर्ट था, किसके उकसाने पर पथराव कर रहे थे। हर बिंदुओं की बारीकी से जांच की जा रही है।

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