
हरेन्द्र नेगी
रुद्रप्रयाग। एक ओर जहां हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है, वहीं निचले क्षेत्रों में जंगल धूं धूं कर जल रहे हैं। दिन हो या रात, जंगलों में आग जारी ही। आग लगने के बाद जंगल सूखे नजर आ रहे हैं। जंगलों में लगी आग के कारण चारों ओर धुंआ फैल गया है। ऐसे में आम जनता की भी दिक्कतें बढ़ गई हैं।
रुद्रप्रयाग के जंगल एक बार फिर से आग की चपेट में आ गए हैं। जखोली रेंज के जंगल दो दिनों से जल रहे हैं। वैसे तो यह समय जंगलों में आग का नहीं, लेकिन बावजूद रुद्रप्रयाग के जंगल आग की चपेट में हैं। जंगलों में लगी आग के कारण चारो ओर धुआं फैला हुआ है। आग के कारण पेड भी जलकर सड़क पर गिर रहे हैं। ऐसे में यातायात भी प्रभावित हो रहा है। जंगलों में लगी आग से सड़क किनारे विद्युत लाइने भी क्षतिग्रस्त हो रही हैं। जंगलों से पत्थर सड़क पर गिर रहे हैं। ऐसे में सड़क पर चलने वाहनों और पैदल चलने वाले लोगों को भी खतरा बना हुआ है।
जखोली रेंज कार्यालय से मात्र दो सौ मीटर दूर के जंगल दो दिनों से धूं-धूं कर चल रहे हैं। जंगलों में लगी आग इतनी भयावह है कि बड़े-बड़े पेड़ धराशाई हो रहे हैं और विद्युत लाइने भी क्षतिग्रस्त हो रही हैं। इसके अलावा प्राकृतिक वन संपदा को भारी नुकसान पहुंच रहा है। जंगलों में लगी आग के बाद जंगली जानवरों ने आबादी वाले क्षेत्रों का रूख कर दिया है। जखोली रेंज कार्यालय के निकट लगी आग पर दो दिन बाद भी काबू नहीं पाया गया है।