नही रहे मेजर प्रेम राम डंगवाल , ग्यारह गांव-हिन्दाव के लिये अपूर्णीय क्षति , सामाजिक सरोकारों से था गहरा नाता

जो भरा नहीं है भावों से, बहती जिसमें रसधार नहीं ! वह हृदय नहीं है पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं!!

ये पंक्तियां राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त ने लिखी हैं,आज यह पंक्तियां स्वर्गीय मेजर प्रेम राम डंगवाल जी (ठपतजी 1933-क्मंजी 28ध्01ध्2021) पर सटीक बैठती हैं। मेजर डंगवाल को हमेशा ही अपने गांव से प्यार था और वे चाहते थे कि मेरे गांव के लोग आगे बढ़े और गांव के विकास में प्रत्येक व्यक्ति अपने स्तर पर किसी न किसी प्रकार से कुछ न कुछ योगदान दे ,अखोड़ी गांव में मथया डंगवालों में स्वर्गीय शालिकराम डंगवाल जी की दो पुत्रियां- बड़ी लीलावती बहुगुणा तथा छोटी कलावती पैन्यूली परिवार में ब्याही हुई थी ,सालिक राम जी जी के 4 पुत्र थे सबसे बड़े पुत्र स्वर्गीय महेश्वर प्रसाद डंगवाल जो कि 20 -21 साल की उम्र में ही स्वर्गवासी हो गए थे दूसरे पुत्र स्वर्गीय कलीराम डंगवाल जी कानूनगो थे, तीसरे पुत्र स्वर्गीय मोतीराम डंगवाल जी पहले अध्यापक और बाद में उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में रहे, सबसे छोटे पुत्र मेजर प्रेम राम डंगवाल थे , सभी बच्चों को शालिगराम जी ने मसूरी में पढ़ाया था इनका मसूरी में अपना व्यवसाय था और उस जमाने में यह अखोड़ी के अच्छे पैसे वाले व्यक्ति थे , इनके चारों पुत्र बहुत ही कुशाग्र बुद्धि के थे इन चारों के सुपुत्र भी सभी कुशाग्र बुद्धि के हैं और उनके बच्चे भी सभी कुशाग्र बुद्धि के हैं मेजर प्रेम राम डंगवाल ने 1958 में इंडियन आर्मी में कमीशन प्राप्त किया और 1962,1965 और 1971 की लड़ाई में भाग लिया तथा 1978 में सेना से मेजर पद से अवकाश ग्रहण किया, मेजर प्रेम राम डंगवाल जी की धर्मपत्नी चैरा गांव के साहूकार स्वर्गीय जगत राम तिवारी की सबसे बड़ी पुत्री श्रीमती पुष्पा हैं इनके 2 पुत्र श्री राजेंद्र प्रसाद और हरीश डंगवाल तथा तीन पुत्रियां अनु ,जया और सुधा हैं सभी शादीशुदा हैं और अपने- अपने परिवार में सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं श्री राजेंद्र डंगवाल औरंगाबाद में अपना व्यवसाय करते हैं जिसमें मुख्य रुप से टेनिस की कोचिंग और जवनतपेउ टूरिज्म से संबंधित कार्य है, श्री हरीश डंगवाल स्मॉल हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में सीईओ अर्थात डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं ,मेजर प्रेम राम डंगवाल ने अवकाश ग्रहण करने के बाद औरंगाबाद महाराष्ट्र में जो कि मुंबई से लगभग 400 किलोमीटर उत्तर -पूर्व में है अपना घर बनवाया और वहीं पर रहने लगे सन् 1990 में मेजर साहब अखोड़ी आए और वहां पर रहने लगे परंतु कुछ ही महीनों बाद वापस औरंगाबाद चले गए 1991 में मैंने अपने गाँव के जो लोग अलग-अलग शहरों में रहते थे उन्हें अखोड़ी 22 डंल 1991में आमंत्रित किया सभी लोगों को मुंबई ,दिल्ली देहरादून ,ऋषिकेश, हरिद्वार मसूरी ,टिहरी, पौड़ी, श्रीनगर ,उत्तरकाशी चिन्यालीसौड़ ,रामनगर, कालागढ़,फरीदाबाद इत्यादि शहरों में लगभग 110 चिट्ठियां भेजी और अपने गांव के लोगों को गांव आमंत्रित किया मई 1991 में काफी लोग गांव आए भी और उस समय क्रिकेट, रस्साकशी ,बैडमिंटन और टेनिस जैसे खेलों का आयोजन किया गया जिसमें मेजर डंगवाल का भी बहुत ही जोशीला योगदान रहा ळप्ब्- ।ाीवतप में भी उनका योगदान रहा उन्होंने छोटे-छोटे बच्चों के साथ बैडमिंटन और टेनिस जैसे खेल खेले और इसके साथ ही जीआईसी ।ाीवतप में 7-8जी पीरियड में 11वीं और 12वीं के बच्चों को अंग्रेजी की भी शिक्षा दी जिससे बच्चों में भी आत्मविश्वास बढ़ा इसके साथ ही साथ मेजर साहब ने गांव में रॉयल इटालियन घास लगवाई जो कि काटने के बाद फिर 1 हफ्ते में काटने के लायक हो जाती थी, मेजर साहब ने वहां पर बुरांश के फूलों का जूस भी निकलवाया और युवा लड़कियोंऔर बहुओं को रोजगार देने की कोशिश की ताकि वह अपने पैरों पर खड़ी हो सके ,और उन्हें प्रत्येक दिन ₹50 प्रति सवालटा अपनी जेब से दिया ताकि यहां की महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके और वह अपनी जरूरी सामान के लिए किसी पर निर्भर न रहें बुरांश का जूस उस समय कुछ प्रचलित तो हुआ परंतु इसमें लागत भी नहीं आयी मेजर साहब को यह काम भी बंद करना पड़ा गांव के लोगों का भी कोई खास सहयोग नहीं मिला इसके बाद मेजर साहब ने फूलों की खेती करनी शुरू की इसके पीछे भी मेजर साहब का मन था कि यहां के फूल दिल्ली -देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश तक जाएंगे परंतु इस कार्य में भी इन्हें सफलता नहीं मिली लेकिन अखोड़ी में उस दौरान चारों तरफ कई किस्म के फूल खिलते थे जिनमें से कुछ तो लोगों ने पहली बार देखे थे इसके अलावा मेजर साहब ने सोंप की पैदावार भी करने की कोशिश की, परंतु इसमें भी उन्हें कोई खास सफलता नहीं मिली ,मेजर साहब ने गांव में फल (फ्रूट प्रिजर्वेशन) का भी लड़कियों को और महिलाओं को प्रशिक्षण दिया परंतु उसमें भी गांव के लोगों ने बहुत ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई इसके बाद मेजर साहब ने गांव में जर्सी गाय लाकर दूध का व्यवसाय लोगों से कराना चाहा ताकि लोग दूध जैसे व्यवसाय से जुड़े और खुद के साथ-साथ बाजार में भी दूध उपलब्ध कराएं यहां पर भी मेजर साहब ने बैंक से लोन लिया और ढुंग नदी (गाड )के नीचे कमरा बना कर वहां पर गाय रखी और कई लोगों को रोजगार दिलाया परंतु उस पर भी लोगों ने मन लगाकर काम नहीं किया और वह भी घाटे में चला गया मेजर साहब ने अपनी पेंशन से ₹5000 प्रति माह बैंक का लोन वापस किया धन्य है यह व्यक्ति जिसने गांव के विकास के लिए हर प्रयत्न किए परंतु उन्हें कोई बहुत ज्यादा सहयोग नहीं मिला सबसे ज्यादा सहयोग उन्हें प्रिंसिपल श्री महावीर प्रसाद बडोनी जी से मिला तथा उस समय के अवकाश प्राप्त अध्यापक अध्यापकों जैसे श्री पुरुषोत्तम डंगवाल श्री शेर सिंह मेहरा श्री बालकृष्ण बडोनी एवं अन्य कुछ और लोगों से भी इन्हें थोड़ा बहुत सहयोग मिलता रहा परंतु जिस तरह का उस समय सहयोग चाहिए था वह नहीं मिला और सभी कार्य कुछ ही समय बाद उन्हें बंद करने पड़े जबकि लगभग सभी कार्य गांव के विकास के लिए ही थे और गांव के लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी हो इसके लिए थे परंतु बड़ा खेद होता है कि अपनी जेब से पैसा लगाने के बावजूद भी लोगों ने उनके इन प्रयासों को सराहा नहीं है और नहीं उनमें योगदान दिया है मेजर प्रेम राम डंगवाल जी का सबसे बड़ा योगदान कोटी सड़क पुल निर्माण में है क्योंकि यहां पर लोहे का सामान तो आ गया था परंतु पुल नहीं बन पा रहा था इसके लिए मेजर साहब ने च्ॅक् के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर और चीफ इंजीनियर के साथ कई बार मीटिंग की और डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट टेहरी को भी बार बार मिलकर स्थिति से अवगत कराया और कई बार अपने पैसे खर्च नहीं मानी दो – तीन बार तो उस समय लखनऊ तक भी गए इन सब कार्यों के लिए मेजर डंगवाल ने कभी किसी से न तो एक पैसा लिया और न ही किसी से किसी और इन्हीं का प्रयास रहा कि इन्होंने ही 1991 में सहज- सहयोग नाम से एक आंदोलन चलाया जिसमें बजयाल गांव ,ढूंग,करखेड़ी, चोंरा ,कोट ,अखोड़ी, दुबड़ी बडियारकुड़ा ,खसेती, डांग भेटी ,पाख, दोणी, आदि गांव के लोगों ( विशेष कर प्रधानों तथा भूतपूर्व सैनिकों) ने सड़क पर श्रमदान किया और कोटी से ।ाीवतप सड़क बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया ,उस समय मेजर डंगवाल पट्टी 11 गांव भ्पदकंू के एक सर्वमान्य व्यक्ति थे जिनका सब सम्मान करते थे मेजर प्रेम राम डंगवाल ने 1990 से सन 2010 तक उस क्षेत्र के विकास के लिए अपना सब कुछ न्योछावर किया परंतु हम लोगों ने उन्हें उतना सम्मान नहीं दिया जिसके वह हकदार थे ,डंरवत साहब ने अगस्त ,2008 में ।ाीवतप सीट से जिला पंचायत का चुनाव भी लड़ा परन्तु सफलता हाथ नहीं लगी, ।ाीवतप गाँव से उस समय,3 उम्मीदवार हो गये थे श्री वासुदेव नेगी ,श्री प्रेम सिंह कठैत और मेजर साहिब तीनों ही चुनाव हार गये थे, वे चाहते थे कि वहां के बच्चे अच्छी नौकरी करें और ईमानदार और देशभक्त नागरिक बने तथा हर व्यक्ति अपने -अपने गांव के विकास में किसी न किसी प्रकार का योगदान दें ताकि गांव का सर्वांगीण विकास हो ,मेजर डंगवाल ने
अपने जीवन में कभी भी शराब और सिगरेट नहीं पिया वह हमेशा सादा जीवन व्यतीत करते थे इसके अलावा वे चाहते थे कि गांव का हर व्यक्ति शराब के सेवन से दूर रहे व सिगरेट न पिये, जब मेजर साहब इंडियन आर्मी में, 1958 में ऑफिसर बने तो उन्होंने पूरे इलाके में ।ाीवतप गाँव का नाम रोशन किया, मेजर क्ंदहूंस ।ाीवतप गाँव के पहले ऑफिसर थे, आज हम सबको इनके जाने का दुःख है, ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि मेजर साहब हमेशा भगवान ’श्री ’के चरणों में रहें और भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें तथा उनके पांचों बच्चों और उनकी पत्नी को भगवान हमेशा खुश रखे और मेजर साहब के अच्छे कार्यों के फल भगवान उनके बच्चों की खुशियों में लगा दे ,ऐसी मेरी प्रभु से प्रार्थना है ,मैं स्वयं आज बहुत आहत हुआ हूं मैंने कई बार मेजर साहब को फोन करने की कोशिश की परंतु फोन पर बात नहीं कर पाते थे लेकिन मैं प्रिंसिपल श्री बडोनी जी से उनके बारे में रोज हालचाल पूछता रहता था मेरी आखरी फोन पर उनसे तब बात हुई थी जब वे (।प्प्डै) -ऋषिकेश में थे मेजर साहब 1991 ,1996 , व 1997 मैं मेरे घर दिल्ली में आए थे और मेरे बच्चों के साथ उस समय भी उन्होंने बैडमिंटन खेला था मेजर साहब जैसा सच्चा- ईमानदार और जीवट इंसान मैंने अपने जीवन में नहीं देखा है ईश्वर से प्रार्थना है कि मेरे गांव में हर बच्चा मेजर साहब जैसा बने और कम से कम युवा पीढ़ी तो मेजर साहब के पद चिन्हों पर चले ताकि हमारा गांव तरक्की करे और मेजर साहब की आत्मा को शांति मिले। ।ाीवतप के हर बच्चे को मेजर साहिब के किये हुये कार्यों को बताना चाहिये ताकि उनके जीवन से कुछ सीख मिल सके, देह त्यागने से पूर्व भी उन्होंने ।ाीवतप के चार लोगों को रोजगार दे रखा था, जो कि किसी बड़े शहर से कम न था, वे त्े 15000, 13000, 12000 व 2000 त्े हर महीने पर उन्होंने अपने घर परिवार पर रखे थे, उन्होंने उनको दोपहर का भोजन भी दिया तथा चंल हमेशा टाइम से पहले ही देते थे ऐसे सच के साथ जीने वाले महान आत्मा को मेरा हृदय की गहराइयों से प्रणाम। साभार – डॉ केदारसिंह ,दिल्ली

Epostlive.com

टिहरी में भी धूमधाम से मना गणतंत्र दिवस, मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सुवोध उनियाल ने किया धजारोहण

टिहरी। टिहरी में भी 72 वां गणतत्रं दिवस धूमधाम से मनाया गया। जिले के विभिन्न कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया गया। नई टिहरी के पीआईसी मैदान में सार्वजनिक तौर पर गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पंहुचे राज्य के कृषि मंत्री सुवोध अनियाल ने ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली। मुख्य अतिथ सुवोध उनियाल ने जनपद वासियों को देश के संविधान का अनुपालन करने की शपथ दिलाई। उन्होने शहीदों को नमन करते हुये कहा कि देश के लिये मर मिटने वाले शहीदों के सपने साकार करने के लिये सभी को जिम्मेदारी निभानी होगी। मंत्री सुवोध अनियाल ने कहा कि देश कारोना की जंग जीतने की ओर अग्रसर है, हमारे देश के वैज्ञानिकों पर गर्व है और पूरी दुनिया में संदेश पंहुचा है। समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ काम करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया गया। इस दौरान मंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टालों का अवलोकन भी किया।

Epostlive.com

गुलदार की खाल समेत एक को दबोचा, टिहरी पुलिस की एसओजी टीम को मिली सफलता, वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज

टिहरी। टिहरी पुलिस ने वन्य जीव तस्करी के मामले में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। पुलिस की एसओजी टीम ने तस्कर को गुलदार की खाल के साथ धर दबोचा। एसओजी टीम ने गुलदार की खाल को बेचने ले जाते वक्त पकड़ा है। पकड़ी गई खाल की कीमत 10 लाख रूपये बताई जा रही है। टिहरी की एसएसपी तृपित भटट ने बताया कि थाना मुनि की रेती के अन्तर्गत तस्करी के सम्बन्ध में सूचना होने पर एसओजी टीम ने गरूड़चटटी पुल के पास एक 55 वर्षीय व्यक्ति को पकड़ा है, प्रकाश नाम का यह व्यक्ति पौड़ी जिले के भूखंडी गांव का रहने वाला है। एसओजी प्रभारी द्वारा इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। गुलदार की खाल बरामद होने पर भारतीय वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत थाना मुनिकीरेती में मुकदमा दर्ज कराया गया है। एसएसपी तृप्ति ने कहा कि पुलिस लगातार मादक पधार्थो, वन्य जीव तस्करी सहित अवैध शराव के खिलाफ अभियान चला रही है, जिसमें काफी सफलताये मिल रही हैं।

Epostlive.com

न्यूनतम समर्थन मूल्य के कारण हमारे सरकारी गोदामों मे अन्न सड़ रहा है

आज जिस देश के गोदाम गेहूं – चावल से भरे पड़े हैं , वही देश हर साल एक लाख करोड़ रुपये का खाद्य तेल और दालें आयात करता है । इसी तरह सरकार हर साल आठ लाख करोड़ रुपये का पेट्रोलियम पदार्थ आयात करती है । इस भारी भरकम आयात से बचने के लिए सरकार गेहूं , धान और गन्ने से एथनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने की नीति पर काम कर रही है । इससे एक ओर पेट्रोलियम आयात पर निर्भरता कम होगी तो दूसरी ओर गेहूं , चावल के भंडारण में होने वाले भारी भरकम खर्च से बचा जा सकेगा ।
गोदाम गेहूं – चावल से पटे पड़े हैं । 2020 के खरीफ सत्र से पहले देश में 280 लाख टन चावल का भंडार था , जो पूरी दुनिया को खिलाने के लिए पर्याप्त है । एमएसपी पर सरकारी खरीद के चक्रव्यूह के कारण ही किसानों ने गन्ने की खेती को प्राथमिकता दी । इसका नतीजा चीनी के बंपर उत्पादन के रूप में सामने आया । इस साल सरकार ने 600 करोड़ रुपये की सब्सिडी देकर 60 लाख टन चीनी का निर्यात किया , क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी की कीमत 22 रुपये किलो है , जबकि भारत में समर्थन मूल्य पर गन्ने की खरीद से चीनी 34 रुपये किलो पड़ रही है । गेहूं , धान और गन्ने की खेती को मिली गलत प्राथमिकता का नतीजा यह हुआ कि दलहन , तिलहन और मोटे अनाजों की खेती पिछड़ती गई , जिससे उनकी पैदावार तेजी से घटी ।
सबसे बड़ी समस्या यह है कि छोटे किसानों के पास अपनी उपज बेचने का नेटवर्क नहीं है । इन किसानों की मंडी व्यवस्था तक पहुंच बनाने के लिए सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक मंडी यानी ईनाम नामक पोर्टल शुरू किया है । इसके अलावा उत्पादन क्षेत्रों को खपत केंद्रों से जोड़ने के लिए किसान रेल चल रही है , जिससे बिना बिचौलिये के किसानों की उपज सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंच रही है । केंद्र सरकार छोटे किसानों को किसान उत्पादन संगठन ( एफपीओ ) से भी जोड़ रही है , ताकि वे बाजार अर्थव्यवस्था से कदमताल कर सकें । इन एफपीओ को किसी कंपनी जैसी सुविधाएं मिल रही हैं । स्पष्ट है कि कृषी क़ानून मे बदलावकर एक फसली खेती को बढ़ावा देने वाली एमएसपी से आगे बढ़कर बहुफसली खेती की ओर कदम बढ़ा रही है ।

Epostlive.com

पति ने की पत्नी की हत्या, पुलिस ने किया गिरफ्तार, पत्नी पर शक के चलते की हत्या

घनसाली। पट्टी थार्ती के सिरमोली गांव में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को चाकू मार दिया है, जिस पर थानाध्यक्ष घनसाली कुलदीप मय फोर्स घटना स्थल हेतु रवाना हुये। घटना स्थल पर पहुंच कर पाया कि मृतका शशि पुण्डीर पत्नी विक्रम सिह पुण्डीर उम्र 27 वर्ष का शव मृतका के मकान के पास स्थित खेत में पडा हुआ है। क्षेत्राधिकारी नई टिहरी श्री महेश चन्द्र बिंजौला एवं थाना घनसाली पुलिस द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर मृतका उपरोक्त के शव को तत्काल कब्जे में लेकर मृतका के शव का पंचायतनामा आदि अन्य वैधानिक कार्यवाही अपने पर्यवेक्षण में सम्पन्न करायी गयी। पूछताछ पर पाया कि मृतका की शादी को लगभग 04 वर्ष हो चुके थे व मृतका का पति विक्रम सिह पुण्डीर (36 वर्ष) विदेश में नौकरी करता था, जो कुछ दिन पूर्व ही गांव में आया था तथा पति–पत्नि का कल रात से शक के कारण झगडा चलना पाया गया। अभियुक्त विक्रम सिह पुण्डीर निवासी उपरोक्त उम्र 36 वर्ष की तलाश करते हुए अविलम्ब गिरफ्तार किया गया है।

Epostlive.com

जिलाधिकारी इवा ने कहा – काॅमन सर्विस सेन्टर निर्धारित नियमों का पालन करें उल्लंघन होगा तो कार्यवाही होगी

नई टिहरी । जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव की अद्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागर में मासिक स्टाफ बैठक सम्पन्न हुई। ई-डिस्ट्रिक्ट परियोजना के तहत संचालित समस्त कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) का मार्च के अंत तक सत्यापन हेतु संबंधित तहसीलदारों को निदेश दिए है। स्पष्ट किया कि सीएससी उसी जगह पर संचालित हो रहा हो जहां के लिए अनुमति दी गई है साथ ही विभिन्न प्रमापत्रों को जारी करने में निर्धारित शुल्क ही लिया जा रहा हो। कहा यदि कोई भी सीएससी केंद्र निर्धारित नियमो का उलंघन करते हुए पाया जाता है तो संबंधित केंद्र के प्रति कड़ी कार्यवाही की जाएगी। बैठक में लंबित वादों के निस्तारण एवं वसूली प्रकरणों में गति लाने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन मामलों में एफ०आर० लगी है आगामी बैठक में उनकी समीक्षा करते हुए विवरण भी अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करें। अधिकांश ऐसे मामले जिनमे फाइनल रिपोर्ट (एफ०आर०) लगी है का विवरण संबंधित उपजिलाधिकारियों द्वारा संतोषजनक रूप से प्रस्तुत नही किया गया। जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देश दिए कि राष्ट्रीय खाद्यय सुरक्षा के अंतर्गत योजना का लाभ पत्र एवं जरूरतमंद व्यक्ति को मिले इस हेतु संबंधित उपजिलाधिकारी की संस्तुति के उपरांत ही नया राशन कार्ड निर्गत किया जाए। ज्ञातव्य हो कि पूर्व में जांच के दौरान लगभग 15000 राशन कार्ड को निरस्त किया जा चुका है। वहीं कोरोना में विभिन्न कॉरेन्टीन केंद्रोंध्केअर सेंटरों के लंबित बिजको का प्राथमिकता के आधार पर भुगतान के निर्देश दिए है इस हेतु धनराशि की डिमांड जिला कार्यालय को उपलब्ध कराने को का गया है। परिवहन विभाग द्वारा वाहनों की चेकिंग इत्यादि में गत वर्ष के सापेक्ष प्रगत्ति धीमी रहने पर सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी द्वारा संतोषजनक जवाब नही दिया गया। जिसपर जिलाधिकारी ने कहा कि भविष्य में यदि जनपद में कोई वाहन दुर्घटना होती है तो आज की बैठक में प्रस्तुत प्रगत्ति का अवश्य संज्ञान लिया जाएगा। जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि आगामी बैठक में सभी उपजिलाधिकारी स्पष्ट एवं ठोस सूचनाओं के साथ उपस्थित हों।
बैठक में सीडीओ अभिषेक रुहेला, एडीएम शिवचरण द्विवेदी, एडसीएम संदीप तिवारी, रजा अब्बास, युक्ता मिश्र, रविन्द्र जवांठा, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी जिला कार्यालय पुष्कर सिंह नेगी, मुख्य शिक्षाधिकारी एसपी सेमवाल, डीपीआरओ चमन सिंह राठौर, डीजीसी क्रिमिनल बीएस रावत, डीजीसी राजस्व डीएस मियां, डीजीसी सिविल सीपी चंद, जिला अभियोजन अधिकारी श्याम सिंह तोमर, जिला पूर्ति अधिकारी मुकेश पाल, फूड सेफ्टी ऑफिसर एमएन जोशी, ईडीएम हरेंद्र शर्मा के अलावा तहसीलदार एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Epostlive.com

स्मारिका/सूचना निदर्शिका का विमोचन, आपका आभार …बहुत बहुत आभार। ई- डायरी भी होगी आपके सहूलियत के लिये

साथियों नमस्कार।
5 साल बाद आज फिर हिमवंत आजकल की सूचना निदर्शिका का एक बार विमोचन हुआ। इस डायरी पर हमने पिछले साल यानि साल 2020 में काम करना शुरू कर दिया था, लेकिन कोराना काल और लाॅकडाउन की वजह से काफी वक्त बीत गया। हमने यानि हमारी टीम ने लाॅकडाउन हटने के बाद फिर से काम शुरू किया और आज हम इसका विमोचन कर पाये। विमोचन प्रतापनगर क्षेत्र के मदननेगी में हुआ। विमोचन टिहरी की जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, प्रतापनगर के विधायक विजय सिंह पंवार, जाखणीधार की प्रमुख सुनीता देवी, सहित अन्य गणमान्य लोगों के हाथों हुआ। हमें खुशी है यह निदर्शिनी अब जनता के हाथों में होगी। इसमें प्रधानगणों से लेकर, क्षेत्र पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, ब्लाक स्तरीय अधिकारी , जिलास्तरीय अधिकारियों और जनपद के अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों के जिम्मेदार लोगों के मोवाईल नम्बर संकलित हैं। हमें उम्मीद है कि यह डायरी लोगों के लिये फायदेमंद होगी। कुछ कमियां जरूर होंगी, जिन्हे समय समय पर सुधारा जायेगा।
क्योंकि जमाना अब डिजिटल हो गया है, इसलिये हमारा मानना है कि जमाने के साथ चलना होगा। इसलिये इसी निदर्शिका की ई- डायरी बनाई गई है। दो तीन दिनों में यह डायरी आपके लिये जारी की जायेगी। उम्मीद करते हैं कि यह भी आपको पसंद आयेगी और इसे आप अपने मोबाईल में सुरक्षित रखेंगे। यह डायरी, ई-पोस्ट लाईव और हिमवंत आजकल की संयुक्त पहल होगी। हमारे सहयोगी विक्रम विष्ट, मुकेश रतूड़ी, ओम रमोला, गंगादत्त थपलियाल, विजयदास, विजय गुसाईं, मुनेन्द्र नेगी, दिनेश मिश्रवाण का आभार जिन्होने समय समय पर हमारा सहयोग किया है। इसके अलावा उन विज्ञापनदाताओं का बहुत बहुत आभार जिन्होने इसे प्रकाशित करने में हमारा सहयोग किया है।
सधन्यवाद।

Epostlive.com

31लाख की योजनाओं का लोकापर्ण, जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण, विधायक विजय पंवार और जाखणीधार की प्रमुख सुनीता रही मौजूद

मदन नेगी । प्रतापनगर विधानसभा के कफलोग जिला पंचायत क्षेत्र की 31 लाख की योजनाओं का लोकार्पण करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण और क्षेत्रीय विधायक विजय सिंह पंवार ने बांध प्रभावित क्षेत्र के विकास के और बेहतर कार्य करने का आश्वासन दिया। अध्यक्ष सजवाण ने रजाखेत में हाईटेक शौचालय के लिए 10 लाख और जीआईसी मदननेगी में अतिरिक्त कक्षा-कक्ष के लिए पांच लाख रूपए देने की घोषणा की।
रविवार को जिला पंचायत सदस्य बलवंत रावत की ओर से आयोजित कार्यक्रम में जिपं अध्यक्ष सजवाण, विधायक पंवार और ब्लॉक प्रमुख सुनीता देवी ने बहुउद्देशीय जलाशय कठूली लागत पांच लाख, सिलोली में जलाशय निर्माण, जलवालगांव में जल संवर्द्धन कार्य चार-चार लाख, रिंडोल में रेन शैल्टर, सांदणा में रेलिंग व फर्श ढ़ाई-ढ़ाई लाख, सांदणा में सामुदायिक शेड तीन लाख, एलोपैथिक अस्पताल रजाखेत में डेंटल चेयर और शिशु मंदिर रजाखेत में फर्नीचर कार्य कुल 31 लाख की योजनाओं का लोकार्पण किया। अध्यक्ष सोना सजवाण ने कहा जिला पंचायत ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर कार्य कर रही है। विधायक पंवार ने चार साल की उपलब्धियां बताई। उन्होंने कोरोना वारियर्स राजस्व निरीक्षकों, आंगनबाड़ी, आशा वर्कर को सम्मानित किया। उन्होंने हिमवंत आजकल की सूचना निर्देशनी का विमोचन भ किया। ब्लॉक प्रमुख सुनीता देवी ने विकास कार्यों के लिए एक लाख की घोषणा की। इस मौके पर राज्यमंत्री रोशनलाल सेमवाल, वरिष्ठ भाजपा नेता प्रेमदत्त जुयाल, जयेंद्र सेमवाल, त्रिलोक रावत, कनिष्ठ प्रमुख अरविंद पंवार, जिपं सदस्य रघुवीर सजवाण, ईई जल संस्थान सतीश नौटियाल, एएमए संजय खंडूडी, सतीश त्रिपाठी, अजय पंवार, महेश सजवाण, रमेश रतूड़ी, यशपाल नेगी, प्रधान राजेश्वरी देवी, संजय लाल, विक्रम भंडारी, बबलू लाल, उत्तम खरोला, देवेंद्र सेमवाल, रमेश खरोला, दौलत रावत, सरला देवी, मनोज रतूड़ी मौज्ूद रहे।

Epostlive.com

बहुत देर हो गई हुजूर जाते जाते। आखिर गिर गई गाज, सुन्दर शर्मा को किया गया लाइनहाजिर। अपने अजीव कारनामों से चर्चा में बने रहते थे सुन्दरम

चम्बा। हमेशा अपने कारनामों से चर्चा में रहने वाले सुन्दरम शर्मा लम्बे वक्त बाद लेकिन आखिरकार लाइनहाजिर कर ही दिया गया। बड़ी अजीव बात तो तब है, जब दो दिन पहले ही पुलिस महानिदेशक टिहरी आये और कुछ व्यापारियों ने सुन्दरम के कामों के तारीफ के पुल बांधे थे। शायद डीजीपी भी समझ गये थे, कि इन्हे सुन्दरम ने ही भेजा है। आखिरकार डीआईजी गढ़वाल नीरू गर्ग ने इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर दिया।
आन्दोलन कर रही उप्पू गांव की महिलाओं के साथ बर्ताव, बौराड़ी में मोमों मामला, पत्रकारों के साथ अभद्रता, लाकडाउन में सेना के जवान के साथ चम्बा में अभद्रता आदि कई कारनामों की लम्बी फेहरिस्त थी, फिर भी इन साहब का कोई कुछ नही बिगाड़ पाया। डीआई जी के निर्देश के बाद एसएसपी टिहरी तृप्ति भटट ने सुन्दरम के निलंबन की कार्यवाही की। निलंबन की तिथि तक वह पुलिस लाइन चम्बा में रहेंगे और उन्हे सिर्फ जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा। थाना चम्बा का दायित्व पंकज देवरानी को सौंपा गया है, जबकि टिहरी थाने का दायित्व देवेन्द्र रावत को सौंपा गया है।
सुन्दरम शर्मा माामले की जांच क्षेत्राधिकारी नरेन्द्र नगर प्रमोद शाह को सौंपी गई है। वह 15 दिन के अन्दर अपनी जांच रिर्पोट सौंपेंगे। एसएसपी तृपित भटट ने कर्तव्यों में शिथिलता, उच्च अधिकारियों के आदेश की अवहेलना और अनुशासनहीनता पर चम्बा थाना प्रभारी सुन्दरम शर्मा को निलंबित किया है।

Epostlive.com

ओखलाखाल में क्यूआरटी कैम्प, 66 शिकायतें दर्ज, 4 का मौके पर निस्तारण, डीएम ने सुनी जन समस्यायें

ओखलाखाल । सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेने में आम जनमानस को हो रही कठिनाइयों का निराकरण किए जाने के उद्देश्य माननीय मुख्यमंत्री जी की निगरानी में मुख्यमंत्री त्वरित समाधान सेवा कार्यक्रम संचालित किया गया है। जिसके अंतर्गत विकासखंड स्तर पर रोस्टर जारी करते हुए प्रत्येक बुधवार को क्यूआरटी कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। रोस्टर के अनुसार माह के द्वितीय बुधवार को विकासखंड प्रतापनगर के अंतर्गत ओखलाखाल बारात घर मे जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव की अद्यक्षता में क्यू०आर०टी० कैम्प का आयोजन किया गया। कैम्प में विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाकर खाद, बीज, कृषि यंत्र, दवाओं का वितरण एवं विभीन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आमजन को दी गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने विद्यालयी छात्राओं को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत स्कूल बैग भी वितरित किये। क्यू०आर०टी० कैम्प में जनसुनवाई के दौरान 66 शिकायतें दर्ज की गई जिसमें से 04 का मौके पर ही त्वरित निस्तारण किया गया शेष पर प्राथमिकता से कार्यवाही के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए। जिलाधिकारी ने जिला पंचायतराज अधिकारी चमन सिंह राठौर एवं अधिशासी अभियंता राजकीय सिंचाई बिजेंद्र कुमार द्वारा कैम्प में प्रतिभाग नहीं करने पर स्पष्टीकरण तालाब किया है। अधिकांश दर्ज शिकायतें लोक निर्माण विभाग, विकास विभाग, पूर्ति एवं विद्युत विभाग से संबंधित थी। जिला पंचायत सदस्य नीलम बिष्ट ने मोंटणा-भलड़ियाणा रज्जुमार्ग को चालू करवाने की फरियाद पर जिलाधिकारी ने एक सप्ताह के भीतर कार्यारम्भ करवाने के निर्देश ईई लोनिवि चम्बा को दिए है। ग्राम प्रधान ओखला एवं नीला बिष्ट कंगसाली द्वारा गांव में आधार कार्ड बनवाने हेतू कैम्प लगये जाने की फरियाद पर ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर एवं एसडीएम को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए है। सुमति देवी व डबी देवी के विधवा पेंशन प्रकरण पर समाज कल्याण अधिकारी को प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही के निर्देश दिए। ग्राम प्रधान ग्वाड़ प्रिया रावत ने गांव में मनरेगा कार्यो की स्वीकृति एवं पेयजल टैंक निर्माण किये जाने को लेकर बीडीओ व संबंधित अधिकारी को कार्यवाही के निर्देश दिये है। इसी प्रकार अन्य शिकायतों पर संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर शिकायतों के निस्तारण के निर्देश दिए है। क्यू०आर०टी० कैम्प में एसडीएम रजा अब्बास, पी० डी० आनंद भाकुनी, प्रमुख प्रतापनगर प्रदीप चंद रमोला, जिला शिक्षाधिकारी बैसिक एसएस बिष्ट, ईई विद्युत राजेश कुमार, ईई जल संस्थान सतीश नौटियाल, महाप्रबंधक उद्योग महेश प्रकाश, जिला पूर्ति अधिकारी मुकेश पाल, जिला पर्यटन अधिकारी एसएस यादव, जिला युवा कल्याण अधिकारी मुकेश चंद्र डिमरी, जिला उद्यान अधिकारी डॉ डीके तिवारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी अविनाश भदौरिया, सहायक निदेशक दुग्ध प्रेमलाल, बीडीओ डीसी चमोला, ग्राम प्रधान ओखला संगीता देवी आदि मौजूद थे।

Epostlive.com