टिहरी। तड़के 3:00 बजे डायल 112 के माध्यम से चौकी कुमाल्डा को सूचना प्राप्त हुयी कि ग्राम क्यारा पट्टी सकलाना के पास एक मारुती स्वीफ्ट कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में लटकी है जिसमें दो व्यक्ति सवार हैं ।
सूचना पर तत्काल चौकी प्रभारी कुमाल्डा पुलिस बल एवं राहत/बचाव सामग्री के मौके पर पुहंचे और एडीआरएफ देहरादून से समन्वय स्थापित कर उन्हे भी मौके पर बुलाया गया। एक स्वीफ्ट कार जिसमें नोयडा से आये हुये दो पर्यटक सवार थे अनियंत्रित होकर गहरी खाई में लटकी हुयी है मिली और कार के दरवाजे लॉक हैं, केवल ड्राईविंग सीट का दरवाजा ही गहरी खाई की ओर खुल रहा है। एसडीआरएफ एवं जनपद पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा रस्सियों की मदद से कार में सवार युवक एवं युवती को सकुशल रेस्क्यू कर खाई से बाहर निकाला गया और आपदा उपकरणों की सहायता से वाहन को भी सड़क मार्ग तक लाया गया । भयभीत पर्यटकों ने टिहरी पुलिस द्वारा किये गये त्वरित सकुशल रेस्क्यू के लिये टिहरी पुलिस का आभार व्यक्त किया। पर्यटक अमित पुत्र श्री रमेश चंद्र शरण निवासी 29 अरावली अपार्टमेंट सेक्टर 51 B-30 नोएडा और आयुषी झा पुत्र श्री प्रदीप झा निवासी किंग्स पार्क सोसायटी ओमेगा नोएडा उ0प्र0 थे।
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पुलिस की कार्यकुशलता से बची पर्यटकों की जान। खाई में लटकी कार से सकुशल निकाले सवार।
जिला बार एसोसिएशन टिहरी में संजय घिल्डियाल अध्यक्ष और महेंद्र बिष्ट सचिव चुने गए।
टिहरी। जिला बार एसोसिएशन के चुनाव में संजय घिल्डियाल अध्यक्ष और महेंद्र बिष्ट सचिव चुने गए हैं। जबकि रतनमणि थपलियाल उपाध्यक्ष, ओम प्रकाश उनियाल सह सचिव और कविता भट्ट कोषाध्यक्ष निर्विरोध चुने गए। विजेता प्रत्याशियों को चुनाव अधिकारियों की ओर से निर्वाचन प्रमाणपत्र दिया गया।
सोमवार को जिला बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव बार हॉल में चुनाव अधिकारी जयप्रकाश पांडेय, सहायक चुनाव अधिकारी गीताराम गैरोला और पर्यवेक्षक बार काउंसिल के सदस्य चंद्रशेखर तिवारी की देखरेख में संपन्न हुए। चुनाव अधिकारी पांडेय ने बताया कि कुल 125 अधिवक्ताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया जिनमें से 2 मत अवैध पाए गए। बताया कि अध्यक्ष पद पर संजय घिल्डियाल (57) ने मृदुला जैन (42) को 15 मतों से हराया। जबकि तीसरे प्रत्याशी ज्योति प्रसाद भट्ट को 24 मत मिले। वहीं सचिव पद पर महेंद्र बिष्ट (80) ने राजपाल मियां (43) को 37 मतों से हराया। घिल्डियाल और बिष्ट निवर्तमान कार्यकारिणी में भी इन्हीं पदों पर हैं। बताया कि उपाध्यक्ष, सह सचिव और कोषाध्यक्ष पर एक-एक नामांकन के चलते उन्हें विजेता घोषित किया गया।
देहरादून की पुष्पा मुंजियाल ने राहुल गांधी के नाम की सारी संपत्ति। कोर्ट में वसीयतनामा पेश किया।
देहरादून। राजधानी में नेहरू कॉलोनी, डालनवाला की रहने वाली पुष्पा मुंजियाल ने अपनी सारी संपत्ति राहुल गांधी के नाम कर दी है। इसको लेकर महिला ने देहरादून कोर्ट में वसीयतनामा भी पेश किया है। पुष्पा का कहना है कि वह राहुल गांधी के विचारों से अत्यंत प्रभावित हैं। उनके परिवार ने देश की आजादी से लेकर आज तक हमेशा आगे बढ़कर अपनी सर्वाेच्च कुर्बानी दी है।देहरादून की नेहरू कॉलोनी की रहने वाली मेघराज की पुत्री पुष्पा ने अपनी सारी संपत्ति राहुल गांधी के नाम कर दी है। इस बात की जानकारी देते हुए कांग्रेस पार्टी के महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी के नाम अपनी संपत्ति कर वसीयतनामा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को उनके यमुना कॉलोनी स्थित आवास पर सौंपा गया है।वहीं, पुष्पा का कहना है कि वह राहुल गांधी के विचारों से अत्यंत प्रभावित हैं। गांधी परिवार ने देश की आजादी से लेकर आज तक हमेशा आगे बढ़कर अपनी सर्वाेच्च कुर्बानी दी है। उन्होंने कहा कि इस देश की एकता और अखंडता के लिए गांधी परिवार ने अपने प्राणों की आहुति दी है। पुष्पा ने न्यायालय में अपनी संपत्ति काजानकारी दी गई कि पुष्पा मुंजियाल के पास संपत्ति में 50 लाख की एफडी और 10 तोला सोना भी शामिल है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से प्रभावित पुष्पा ने उनको अपनी इस संपत्ति का वारिस बनाया है। पूर्ण विवरण देते हुए राहुल गांधी के नाम वसीयतनामा प्रस्तुत कर न्यायालय से अनुरोध किया है कि मेरे बाद मेरी पूरी संपत्ति का मालिकाना हक राहुल गांधी को सौंपा जाए।
उत्तराखंड में इसी सत्र से लागू होगी नई शिक्षा नीति। मंत्री धन सिंह रावत ने दिए निर्देश। 10 वीं में अब बोर्ड नही।
देहरादून। उत्तराखंड के सहकारिता, शिक्षा, उच्च शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने राज्य में इसी शैक्षिक सत्र से नई शिक्षा नीति लागू करने के निर्देश उच्च शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति का ड्राफ्ट एक सप्ताह के भीतर फाइनल किया जाय ताकि प्रथम चरण में प्री-प्राइमरी, बालवाटिका एवं उच्च शिक्षा के अंतर्गत प्रथम सेमेस्टर में नई शिक्षा नीति को लागू किया जा सके। डॉ रावत ने विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक कैलेंडर तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिये साथ ही उन्होंने समय पर कुलपतियों की नियुक्ति करने की बात भी कही। माध्यमिक शिक्षा में शीघ्र डीपीसी कर एक माह के भीतर प्रधानाचार्यों एवं प्रधानाध्यापकों के प्रोन्नति के रिक्त पदों भरने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये।
यह बात उन्होंने कैम्प कार्यालय में आयोजित माध्यमिक शिक्षा एवं उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कही। डॉ रावत ने राज्य में इसी शैक्षिक सत्र से नई शिक्षा नीति लागू करने के निर्देश उच्चाधिकारियों को दिये। उन्होंने एक सप्ताह के भीतर नई शिक्षा नीति का ड्राफ्ट फाइनल करने के निर्देश अधिकारियों को देते हुए कहा कि राज्य में नई शिक्षा नीति को प्रथम चरण में प्री-प्राइमरी, बालवाटिका एवं उच्च शिक्षा के अंतर्गत प्रथम सेमेस्टर में लागू किया जाएगा। डॉ रावत ने राज्य विश्वविद्यालयों को शैक्षणिक कैलेंडर जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा विश्वविद्यालयों में शैक्षिक गतिविधियों को समय पर पूरा करने के लिये यह जरूरी है। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति समय पर की जाएगी इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन विश्वविद्यालयों में कुलपतियों का कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है ऐसे विश्वविद्यालयों में छह महीने पहले नए कुलपति के लिये विज्ञापन जारी किया जाय। डॉ रावत ने विश्वविद्यालयों में डीजी लॉकर व्यवस्था शीघ्र लागू करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि डीजी लॉकर व्यवस्था लागू होने से छात्र-छातत्राओं को ऑनलाइन शैक्षिक प्रमाण पत्र प्राप्त करने में आसानी होगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि डीजी लॉकर व्यवस्था लागू न करने वाले विश्वविद्यालयों के खिलाफ ठोस कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। शिक्षा मंत्री डॉ रावत ने माध्यमिक शिक्षा विभाग में प्रोन्नति के खाली पड़े पदों की एक माह के अंदर डीपीसी कर प्रधानाचार्यों एवं प्रधानाध्यापकों के रिक्त पदों को शीघ्र भरने के भी निर्देश अधिकारियों को दिये।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव विद्यालयी शिक्षा आर मीनाक्षी सुंदरम, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, अपर सचिव उच्च शिक्षा एम एम सेमवाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
पीजी कालेज नई टिहरी के एनएसएस शिविर का रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन। मुख्य अतिथि डा.प्रमोद उनियाल ने छात्रों को किया प्रेरित।
टिहरी। स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी के राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन समारोह रंगारंग कार्यक्रमों के साथ संपन्न हुआ। समापन समारोह में मुख्य अथिति डॉ प्रमोद उनियाल द्वारा दीप प्रज्ज्वलित करके शुरुआत की गई। इस अवसर पर श्रीमती सुलोचना चौहान ग्राम प्रधान बुदोगी, सामाजिक कार्यकर्ता श्री मोहन सिंह रावत एवं महाविधालय की सरंक्षिका डॉ रेनू नेगी, उ प्रा वि की प्रधानाध्यापिका कुसुम चौहान के साथ साथ डॉ ए एम पैन्यूली विभागाध्यक्ष रसायन विज्ञान एवं श्रीमती रेखा कुकरेती, कनिष्ट सहायक आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के सफल सम्पादन की आख्या स्वयं सेवी हिमांशु द्वारा प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम का संचालन डॉ पी सी पैंन्यूली द्वारा किया गया। कई स्वयं सेवियों द्वारा नृत्य, गायन एवं अभिनय किया गया। स्वयंसेवी कु मणिका राणा द्वारा सीता का सजीव एवं मनमोहक अभिनय किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की विस्तृत तैयारी कार्यक्रम अधिकारी डॉ रजनी गुसाईं द्वारा संपादित किया गया।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ वी पी सेमवाल द्वारा सभी मंचासिन अथितियों का धन्यवाद एवं आभार ज्ञापित किया गया।
सर्वश्रेष्ठ शिविरार्थी बालक वर्ग में हिमांशु बी एस सी द्वितीय एवं सर्वश्रेष्ठ शिविरार्थी बालिका वर्ग में अनामिका रावत बी एस सी प्रथम की छात्रा रही।
प्राचार्या डॉ रेनू नेगी द्वारा सभी शिविरार्थीयों एवं कार्यक्रम अधिकारीयों को शिविर के सफल सम्पादन की हार्दिक शुभकामनाएं दी गई।
प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष को लेकर कांग्रेस नेताओं की नजरें हाईकमान पर टिकीं।
देहरादून। 15 मार्च को निवर्तमान अध्यक्ष गणेश गोदियाल के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में राजनीतिक गतिविधियां करीब करीब शून्य हो चुकी हैं। प्रदेश महामंत्री-संगठन मथुरादत्त जोशी कहते हैं पार्टी नेता लगातार हाईकमान के संपर्क में हैं। शीर्ष नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति को एक साथ करने के संकेत दिए हैं। जल्द ही आदेश हो सकते हैं। विधानसभा चुनाव 2022 के लिए लाया गया कार्यकारी अध्यक्षों का फार्मूला कांग्रेस अब शायह ही अपनाए। विधानसभा चुनाव में पंजाब और उत्तराखंड में यह फार्मूला बेअसर साबित हुआ है। राज्य के नेताओं ने भी हाईकमान को सुझाव दिया है कि जिसे भी प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाएगा, उससे फ्रीहैंड होकर काम करने का अधिकार भी दिया जाए।उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष पर तस्वीर साफ हो जाएगी। सूत्रों के अनुसार शनिवार को दिल्ली में राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कुछ राज्यों के प्रभारियों के साथ बैठक की। इसमें उत्तराखंड के विषय पर भी चर्चा की गई है। विधानसभा चुनाव में हर क्षेत्र में प्रभावी भूमिका में दिखने के लिए कांग्रेस ने उत्तराखंड़ बड़ृा संगठनात्मक बदलाव किया था। 22 जुलाई को पूर्व विधायक गणेश गोदियाल को नया अध्यक्ष बनाते हुए उनके साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त कर दिए थे। टिकट न मिलने की वजह से निर्दलीय होकर चुनाव लड़ने को तैयार पूर्व मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण को भी पांचवा कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया था। इनमें केवल कार्यकारी अध्यक्ष भुवन कापड़ी ही कुछ चमत्कार कर पाए। कापड़ी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी को हराया है।कापड़ी के साथ यूएसनगर से ही दूसरे कार्यकारी अध्यक्ष तिलकराज बेहड़ चुनाव जीत गए। लेकिन प्रदेश अध्यक्ष गोदियाल व दूसरे कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत और प्रो. जीतराम चुनाव हार गए। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि छोटे राज्य में कार्यकारी अध्यक्षों का प्रयोग कारगर नहीं है।
योगी आदित्यनाथ के मूल गांव में खुशी का माहौल। पौड़ी के पंचूर गांव के हैं यूपी के सीएम।
ऋषिकेश। योगी आदित्यनाथ की जीत की खुशी में उत्तराखंड में उनके पैतृक गांव में भी खुशी की लहर है। योगी आदित्यनाथ के मूल गांव पंचुर में उनकी मां सावित्री देवी, बड़े भाई मानवेंद्र और छोटे भाई महेंद्र का परिवार रहता है।
योगी की मां ने कहा कि वे उनके दोबारा मुख्यमंत्री बनने पर काफी खुश हैं। वहीं शपथ ग्रहण के दिन गांव में भजन-कीर्तन भी किया जा रहा है।सुबह से ही उनके घर में बधाई देने वाले पहुंच रहे हैं।बता दें कि योगी आदित्यनाथ मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर ब्लाक के अंतर्गत पंचुर गांव के रहने वाले हैं। वहीं यूपी विधानसभा चुनावों में भाजपा के पूर्ण बहुमत मिला है। जिसके बाद आज शुक्रवार को योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।वहीं कोठार गांव में रहने वाले योगी आदित्यनाथ की बड़ी बहन शशि पयाल ने अपने भाई की जीत के लिए नीलकंठ मंदिर में मुराद मांगी थी। भाई के दोबारा मुख्यमंत्री बनने से शशि बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि भगवान ने उनकी प्रार्थना सुन ली। शशि कहती हैं कि भाई के मस्तक पर विजय का तिलक देखना ही मेरा सपना है। शशि पयाल अपने पति पूरण सिंह पयाल के साथ नीलकंठ मंदिर के समीप प्रसाद और खाने-पीने के सामान की दुकान चलाती है। उनकी दुकान के पास में ही पौराणिक नीलकंठ महादेव मंदिर और माता भुवनेश्वरी का मंदिर है। वह बताती है कि माता भुवनेश्वरी उनकी कुलदेवी हैं। चुनाव के दौरान शशि अपने भाई योगी आदित्यनाथ की सफलता के लिए भगवान भोलेनाथ और माता भुवनेश्वरी से प्रार्थना करती थीं। गौरलतब है कि ऋषिकेश से 36 किलोमीटर दूर नीलकंठ महादेव मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं।
6 मई को 6 बजकर 25 मिनट पर खुलेंगे केदारनाथ धाम के कपाट।
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम के कपाट छह मई को सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर खोले जाएंगे। मंगलवार को महाशिवरात्रि पर शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में 12वें ज्योर्तिलिंग में शामिल भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि तय की गई।शीतकाल के छह महीने कपाट बंद होने के बाद केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि निश्चित कर दी गई है। केदारनाथ के कपाट 6 मई को प्रातः 6.25 पर अमृत बेला में खुलेंगे। ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से बाबा केदार की डोली 2 मई को केदार धाम के लिए प्रस्थान करेगी। ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में पौराणिक परंपराओं के अनुसार शिवरात्रि के पर्व पर केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि वैदिक पूजा अर्चना के साथ ही पारंपरिक रीति रिवाज के तहत घोषित की गई। हक हकूकधारी, वेदपाठी, मंदिर समिति के पदाधिकारी, तीर्थ पुरोहित की मौजूदगी में पंचांग गणना के अनुसार तिथि की घोषणा की गई।दो मई को बाबा केदारनाथ की डोली केदार धाम के लिए रवाना होगी। 2 मई को डोली गुप्तकाशी, 3 मई को फाटा, 4 मई को गौरीकुंड वह रात्रि विश्राम के बाद 5 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी। 6 मई को सुबह 6 बजकर 25 पर कपाट आम भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग, केदारनाथ के धर्माधिकारी ओमकारेश्वर शुक्ला, पुजारी व वेदपाठीगणों द्वारा पंचांग गणना के बाद कपाट खुलने की तिथि व मुहूर्त निश्चित किया गया।इस अवसर पर श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्य आशुतोष डिमरी, श्रीनिवास पोस्ती, भास्कर डिमरी, मंदिर समिति के अधिकारी गण गिरीश चंद्र देवली राजकुमार नौटियाल, आरसी तिवारी, राकेश सेमवाल, डा हरीश गौड़, केदारनाथ के विधायक मनोज रावत आदि मौजूद थे।
जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा समिति की बैठक। डीएम ने दिए फायर सीजन में आग की घटनाओं को रोकने के निर्देश।
टिहरी की जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिला स्तरीय वनाग्नि सुरक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में वनाग्नि रोकने के लिए जिला स्तर पर जिला फायर प्लान में रुपये 1204.06 लाख की कार्यायोजना का अनुमोदन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति द्वारा किया गया। जिलाधिकारी द्वारा वर्ष 2022-23 हेतु प्रस्तावित कुल व्यय धनराशि रूपये 695.20 लाख का अनुमोदन किया गया।
जिलाधिकारी श्रीमती श्रीवास्तव ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वनाग्नि सुरक्षा हेतु उपकरण एवं वाहन की मांग का विवरण उपलब्ध करा दें, जैसे ही धनराशि प्राप्त होगी उपलब्ध करा दी जायेगी। साथ ही टेण्डर की प्रक्रिया करना भी सुनिश्चित कर लें। उन्होंने कहा कि जिन सिविल एरिया एवं वन पंचायत में वनाग्नि की घटना घटित नहीं होगी, वहां के जनप्रतिनिधियों, प्रधान, वन पंचायत एवं वन विभाग के फिल्ड कर्मचारियों को 15 अगस्त, 2022 को सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इण्डिया की वेबसाइट पर एफएसआई फायर अलर्ट में अधिक से अधिक रजिस्ट्रेशन करवाने के निर्देश दिये ताकि वनाग्नि की घटनाओं पर तुरन्त कार्यवाही की जा सके। कहा कि सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय से ग्राम स्तर पर भी जन जागरूकता कार्यशाला आयोजित कर एफएसआई फायर अलर्ट में लोगों को जोड़ना सुनिश्चित करें। उन्होंने राजस्व, आपदा, पुलिस, चिकित्सा, यातायात, अग्निशमन, लोक निर्माण विभाग, दूर संचार, विद्युत आदि विभागों को वनाग्नि की रोकथाम हेतु वृहद् स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये।
प्रभागीय वनाधिकारी वी.के. सिंह ने पीपीटी के माध्यम से प्रभागवार वन क्षेत्र, रेंजवार वन क्षेत्र, वनाग्नि दुर्घटनाओं के कारण, विगत वर्षो की अग्नि दुर्घटनाएं, वनाग्नि प्रबन्धन, नियमति एवं नियंत्रित दाहन कार्य आदि की जानकारी दी गई। उन्हांेने बताया कि सामान्यतः प्रतिवर्ष वनाग्नि माह 15 फरवरी से 15 जून अथवा नियमित वर्षा प्रारम्भ होने तक रहता है तथा बहुमूल्य वन सम्पदा, वन्य जीव एवं अमूल्य पर्यावरणी क्षति करता है। साथ ही ग्राम, वन पंचायत तथा विद्यालय स्तर पर गोष्ठि, रैलजी तथा नुक्कड़ नाटक आदि से प्रचार-प्रसार किया जायेगा। वन एवं अग्नि सुरक्षा के महत्व से संबंधित पोस्टर स्लोगन तथा अखबारों में वनाग्नि अपील के माध्यम से प्रचार-प्रसार भी किया जायेगा। बताया कि इसके आलाव रेंजों में वनाग्नि से पूर्व तथा मध्य एक निश्चित अवधि के अन्तराल में कू्र स्टेशनवार अधिक से अधिक मॉक ड्रिल भी किया जायेगा।
जनपद केे अन्तर्गत एक मास्टर कन्ट्रोल रूम टिहरी वन प्रभाग नई टिहरी में स्थापित किया जायेगा जिसका सम्पर्क नम्बर 7078209400 एवं 01376232077 है और इस प्रकार प्रत्येक वन प्रभाग के प्रत्येक रेंज में रेंज कन्ट्रोल रूम होगा, जिसमें सूचना तंत्र सक्रिया रहेगा। जनपद में 176 क्रू स्टेशन स्थापित किये गये हैं, जिसमें टिहरी वन प्रभाग में 48, नरेन्द्रनगर वन प्रभाग में 69, मसूरी वन प्रभाग में 22, टिहरी डैम वन प्रभाग प्रथम नई टिहरी 23, टिहरी डैम वन प्रभग द्वितीय 08 तथा भूमि संरक्षण वन प्रभाग में 06 कू्र स्टेशन है। इन कू्र स्टेशनों में वनाग्निकाल में कर्मचारी व फायर वॉचर द्वारा नियमित फायर ड्रिल की जायेगी तथा वनाग्नि दुर्घटना होने पर सक्रियाता से नियंत्रण कार्य करेंगें।
बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी नरेन्द्रनगर राजीव धीमान, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय जैन, एएसपी राजन सिंह, डीडीओ सुनील कुमार, एसडीओ मसूरी वन प्रभाग सुभाष चन्द्र वर्मा, जिला युवा कल्याण अधिकारी पंकज तिवारी, डीडीएमओ बृजेश भट्ट, एएई जल संस्थान प्रवीन ममगांई, एई जल संस्थान गिरीश सेमवाल, फायर सर्विस अनिल कुमार, नजाकल अली सहित संबंधित अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।
कोरोना संक्रमण के मामले में आज का दिन भी राहत भरा रहा, 144 नये मामले सामने आए।
देहरादून। उत्तराखंड के लिए कोरोना संक्रमण के मामले में रविवार का दिन भी राहत भरा रहा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हैल्थ बुलेटिन के मुताबिक, राज्य में आज़ संक्रमण के 144 नये मामले सामने आए हैं जबकि एक व्यक्ति को संक्रमण के चलते अपनी जान गंवानी पड़ी है। रविवार को 50 संको लोगों को विभिन्न अस्पतालों से डिस्चार्ज किया गया। अब राज्य में एक्टिव केसों की संख्या 1617 रह गई है। राज्य में संक्रमित लोगों का इस वर्ष का आंकड़ा 85712 हो गया है जबकि संक्रमितों की मौतों की संख्या 253 पहुंच गई है।
स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटों में कोरोना जांच रिपोर्ट में पाॅजिटिव पाए गए लोगों की जिलेवार संख्या इस प्रकार है-
अल्मोड़ा में 02, बागेश्वर में 02, चमोली में 16, चंपावत में 05, देहरादून में 60, हरिद्वार में 22, नैनीताल में 05, पौड़ी गढ़वाल में 10, पिथौरागढ़ में 03, रुद्रप्रयाग में 03, टिहरी गढ़वाल में 06, उधमसिंहनगर में 04 तथा उत्तरकाशी में 06।