नई टिहरी के पास बुडोगी का जंगल रात भर धधकता रहा, वन सम्पदा को खासा नुकसान। डीएफओ, रैंजर सहित पूरी रात डटे रहे वनकर्मी।

टिहरी। टिहरी जिला मुख्यालय के पास बुडोगी के जंगल में लगी आग से वन सम्पदा को खासा नुकसान हुआ है। शनिवार शाम से लगी इस आग पर 7 घंटे बाद भी काबू नही पाया गया। आग को बुझाने पर वन कर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी लेकिन आग बेकाबू होती रही। वन कर्मी आग के बुझने तक डटे रहे और आग को बुझाने के लिये कन्ट्रोल फायर करते रहे। स्वयं देर रात तक टिहरी वन प्रभाग के डीएफओ कोको रोसे व रैंजर आशीष डिमरी वन कर्मियों के साथ मौजूद रहे। डीएफओ रोसे ने बताया कि आग लगने के कारणों का पता नही चल पाया है। उन्होने कहा कि आग के कारण हुये नुकसान का आंकलन किया जायेगा। डीएफओ ने कहा यदि कोई व्यक्ति जंगलों में आग लगाते हुये पकड़ा गया तो कानूनी कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा कि इसके लिये पुलिस का सहयोग भी लिया जा रहा है। दरअसल जैसे जैसे गर्मियां बढ रही हैं, जंगलों में आग लगने की घटनाये भी तेजी से बढ़ रही हैं। टिहरी जिले के विभिन्न रैजों में जंगल आग से धधक रहे हैं। वनाग्नि की रोकथाम के लिये वन विभाग के प्रयास नाकाफी सावित हो रहे हैं।

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सीएमओ कार्यालय में सामान का ढेर देखकर प्रभारी मंत्री बिफरे, जांच के दिये आदेश। कहा- फोन रिसीव न करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।

टिहरी। टिहरी दौरे पर आये टिहरी के प्रभारी मंत्री व गन्ना विकास राज्य मंत्री यतीश्परानन्द ने सीएमओ कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सामान और दवाईयों के ढेर को देखकर मंत्री ने नाराजगी जताई और सीडीओ को जांच के निर्देश दिये। दरअसल मंत्री से टिहरी के विधायकों ने सीएमओं की शिकायत की थी कि सीएमओ आफिस में स्वास्थ्य सम्बन्धी सामान को ढेर लगा पड़ा हुआ है, लेकिन यह सामान अस्पतालों में नही भेजा जा रहा है। मंत्री ने सीडीओं टिहरी को जांच के देश दिये। इस मौके पर शिकायत की गई कि सीएमओ फोन नही उठाती है। मंत्री ने कहा कि जो भी अधिकारी आम जनता या जनप्रतिनिधियों को फोन रिसीव नही करेगा, उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। मंत्री ने कहा कि दवाइयों सहित अन्य सामान अस्पतालों को त्वरित रूप से दिया जाना चाहिये, जिससे अस्पतालों में दिक्कतें न हो। उन्होने कहा कि जांच में यदि किसी प्रकार की लापरवाही पाई गई तो कार्यवाही की जायेगी।

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देब स्थानम बोर्ड में होगा बदलाव, सीएम तीरथ सिह रावत का एक और फैसला, 51 मंदिरों को भी बोर्ड से मुक्त कराने पर भी हो सकता है पुनर्विचार।

हरिद्वार। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत लगातार पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के फैसलों पलट रहे हैं। एक बार फिर सीएम तीरथ ऐसा ही कुछ करने जा रहे हैं। दरअसल, सीएम ने अब देवस्थानम बोर्ड में शामिल 51 मंदिरों को बोर्ड से मुक्त किये जाने व बोर्ड पर पुनर्विचार करने की बात कही है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत शुक्रवार को संत बाहुल्य क्षेत्र भूपतवाला में अखंड परम धाम आश्रम में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में शामिल होने हरिद्वार पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड में शामिल किए गए 51 मंदिरों को बोर्ड से मुक्त कर दिया जाएगा और देवस्थानम बोर्ड के बारे में भी पुनर्विचार किया जाएगा। इस बारे में उनकी सरकार गंभीरता से विचार करेगी और जल्दी ही चार धामों के तीर्थ पुरोहितों की बैठक बुलाई जाएगी। किसी के भी अधिकार को छीनने नहीं दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धामों को लेकर शंकराचार्यों द्वारा प्राचीन काल से जो व्यवस्था की गई है। उसका पूरी तरह पालन किया जाएगा, उसमें कोई छेड़छाड़ नहीं होगी और न ही किसी के अधिकारों में कटौती होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में जो भी उनके हाथ में होगा वो करेंगे। संतों को निराश नहीं होने दिया जाएगा। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो सबसे पहले उनके एजेंडे में हरिद्वार का महाकुंभ और देवस्थानम बोर्ड का मुद्दा था। उन्होंने शपथ लेते ही अगले दिन हरिद्वार में आकर कुंभ के पहले शाही स्नान में संतों का आशीर्वाद लिया, उन पर पुष्प वर्षा की और कुंभ में स्नान के लिए सभी लोगों को आमंत्रण दिया, जिसके कारण 35 लाख से ज्यादा लोग पहले शाही स्नान पर्व पर क्षेत्र में आए। सीएम ने कहा कि उन्होंने आते ही सभी अखाड़ों और संतों के लिए कुंभ में भूमि देने के आदेश दिए और कोरोना से ठीक होने के बाद वो गंगा सभा द्वारा हरकी पैड़ी पर आयोजित गंगा पूजन में भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कुंभ को सकुशल दिव्य में बनाने के लिए अधिकारियों को जरूरी आदेश दिए हैं. कुंभ के कामों में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि हरिद्वार में अगले महाकुंभ के लिए अभी से अखाड़ों को जमीन चिन्हित कर आवंटित कर दी जाएगी, ताकि भविष्य में कोई साधु संतों को दिक्कत न हो. उन्होंने कहा कि संतों को कोई भी असुविधा मेले में नहीं होने दी जाएगी।

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टिहरी की एसएसपी तृप्ति भटट कोरोना पाजीटिव, सम्पर्क में आने पर डीएम ने भी खुद को किया आइसोलेट। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में थीं मौजूद, कान्टेक्ट ट्रेसिंग जारी।

टिहरी। टिहरी की एसएसपी तृप्ति भटट ट्रू नाॅट मशीन में की गई जांच में कोरोना पाजीटिव निकली हैं। पाजीटिव आने के बाद से एसएसपी आइसोलेट हो गई हैं। जिला अधिकारी टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव ने भी ने एसएसपी के सम्पर्क में आने के बाद खुद का आइसोलेट कर दिया है। एसएसपी के सम्पर्क में आने वाले अन्य लोगों की भी ट्रेसिंग की जा रही है। दरअसल गुरूवार को एसएसपी और डीएम घनसाली के हुलानाखाल में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के कार्यक्रम में शामिल हुई थी। इस दौरान उनसे कई लोगों के सम्पर्क में आने की संभावना है। टिहरी की सीएमओ डा. सुमन आर्य का कहना है कि एसएसपी तृप्ति भटट को सिम्टम्पस आने पर ट्रू नाॅट मशीन से जांच कराई गई, जिसके बाद वह पाजीटिव पाई गई हैं। उन्होने कहा कि एसएसपी की आरटीपीसीआर टैस्ट भी कराया गया है, जिसकी जांच आनी बाकी है। डीएम और एसएसपी के आइसोलेट होने के बाद से उनके कार्यालयों में सेनिटाजेशन किया जा रहा है। सीएमओं ने कहा कि कोरोना संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो रहा है, इसलिये सभी को सतर्कता बरतनी चाहिये।

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राजकीय महाविद्यालय नई टिहरी में पुरातन छात्र परिषद का गठन, देवेन्द्र नौडियाल बने पहले अध्यक्ष। सम्मेलन में 30 पूर्व छात्र-छात्रओं ने की शिरकत।

राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी में महाविद्यालय के स्थापना के तकरीबन 40सालो के उपरांत नई शिक्षा नीति तथा NAAC एक्रिडिएशन के मद्देनजर प्रथम पुरातन छात्र सम्मेलन एवं पुरातन छात्र परिषद का गठन किया गया। सम्मेलन के उद्देश्य, परिषद का प्रकार, कार्य एवं भविष्यगामी गतिविधियों की रूपरेखा को डॉ शालिनी रावत ने सभी को अवगत करवाया। इस सम्मेलन में तकरीबन 30 पूर्व छात्र छात्राओं ने शिरकत की। सभी भूतपूर्व विद्यार्थियों ने अपने जीवन के भूले बिसरे पलों को याद किया साथ ही अपने जीवन के आयामों को साझा किया। पुराने छात्र प्रतिनिधियों ने महाविद्यालय की स्थापना में किए गए अपने संघर्षों तथा योगदान को याद किया एवं महाविद्यालय में गिरती छात्र संख्या पर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने उस वक्त की परिस्थितियों से नए छात्रों को अवगत करवाया तथा साथ ही महाविद्यालय में क्या कुछ नया किया जा सकता है तथा किस तरीके के क्रियाकलाप को संचालित किया जा सकता है इस सब पर भी प्रकाश डाला तथा अपने विचार व्यक्त किए। सम्मेलन में पुरातन छात्र परिषद का गठन किया गया जिसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष तथा कार्यकारिणी के सदस्यों का चुनाव किया गया। परिषद के अध्यक्ष पद पर देवेंद्र नौडियाल, उपाध्यक्ष पद पर पंकज बरवाण तथा कोषाध्यक्ष पद पर श्री संदीप भट्ट को चुना गया तथा नामित सदस्यों में कुमारी रश्मि बिष्ट और श्रीमती तेज डोभाल का चयन हुआ। परिषद की पदेन सचिव डॉ शालिनी रावत, तकनीकी सलाहकार श्री हरीश मोहन नेगी को नामित किया गया तथा इस परिषद की संरक्षक पदेन प्राचार्य राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नई टिहरी को बनाया गया। सम्मेलन में सभी पुरातन छात्रों ने अपने छात्र जीवन को याद किया साथ ही इस सम्मेलन में उपस्थित होने पर हर्ष का अनुभव किया क्योंकि उन्हें पुराने साथियों साथियों से मुलाकात का भी एक अवसर प्रदान हुआ। इस सम्मेलन में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ रेनू नेगी, डॉ अरुणा पी सूत्राधर, डॉक्टर डी पी एस भंडारी व डॉ कुलदीप रावत, डॉ कविता काला, डॉ प्रीति शर्मा, डॉ भारती जयसवाल, डॉ अरविंद मोहन पैन्यूली, डॉ निशांत भट्ट, डॉ सुशील कागड़ियाल सहित सभी शिक्षक एवं समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।

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उत्तराखण्ड की प्राकृतिक सम्पदा के प्रति सरकारें लापरवाह, धधकते जंगलों को बचाने के लिये कोई योजना नही- धनै।

टिहरी। साल 2022 के विधानसभा चुनावों को देखते हुये राजनैतिक पार्टियों ने अपने अपने दलों में लोगों को जोड़ने का काम शूरू कर दिया है। नई टिहरी में उत्तराखण्ड जन एकता पार्टी में विभिन्न विभागों से सेवा निवृत हुये लोगों को शामिल किया गया। यंहा पार्टी के केन्द्रीय अध्यक्ष व पूर्व केविनेट मंत्री दिनेश धनै की मौजूदगी में सेवानिवृत लोगों को पार्टी की सदस्यता दिलाई गई। इस मौके पर केन्द्रीय अध्यक्ष दिनेश धनै ने कहा कि जिन लोगों ने पार्टी की सदस्यता ली है वे काफी अनुभवी लोग हैं। इन लोगों का अपने अपने क्षेत्र में बेहतर अनुभव है, जिसका पार्टी को लाभ मिलेगा। उन्होने कहा कि पार्टी जल जंगल, जमीन सहित अन्य स्थानीय मुददों पर चुनाव लड़ेगी। धनै ने कहा कि सरकारें उत्तराखण्ड के प्राकृतिक संशासनों के प्रति लापरवाह बनी हुई हैं, जिसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। उन्होने कहा कि जंगलों में लगातार आग लग रही है और लाखों की वन सम्पदा खाक हो रही है, लेकिन राज्य बनने के बाद से अब तक जंगलों को बचाने के लिये कोई योजना नही बनी है, जिस कारण हर साल नुकसान झेलना पड़ रहा है।

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आग लगाने वालों को भेजा जायेगा जेल, बुझाने वालों को मिलेगा 10 हजार का ईनाम। वनाग्नि पर काबू पाने के लिये डीएम ने ली बैठक।

टिहरी। वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं पर काबू पाने के लिए जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जिला वनाग्नि सुरक्षा समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। वनाग्नि की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए जिलाधिकारी ने पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारियों कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। स्पष्ट किया कि जंगलों को आग की भेंट करने वाले व्यक्ति के खिलाप आपदाध्वन अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने आग लगाने वाले व्यक्ति की साक्ष्यों के साथ पहचान बताने वाले व्यक्ति को 10 हजार रुपए पुरुस्कार स्वरूप दिए जाने की भी बात कही। वहीं वनाग्नि पर काबू पाने में उत्कृष्ट कार्य करने वाले फायर वाचर्स, ग्राम प्रहरियों, व्यक्तियों, समूहों, कर्मचारियों को फायर सीजन की समाप्ति पर डीएफओ की संस्तुति के आधार पर प्रशस्ति पत्र भेंट किये जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार के निर्देशों के तहत वन विभाग को आवश्यक उपकरण खरीदने के लिए 25 लाख एवं जागरूकता कार्यक्रमोव कैपेसिटी बिल्डिंग के लिए 10 लाख रुपए की धनराशि आवंटित की जा रही है जबकि पुलिस विभाग को आवश्यक उपकरणों हेतु 25 लाख रुपए की धनराशि आवंटित की जा रही है। जिलाधिकारी ने पुलिस विभाग व राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे थानाध्तहसील क्षेत्रांर्गत वनाग्नि स्थल का अनिवार्य निरीक्षण कर आग लगाने वाले व्यक्ति की जांच पड़ताल के साथ-साथ ही पुलिस विभाग के अधिकारियों को संवेदनशील स्थानों पर निरंतर पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने वनाग्नि के प्रति व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाए जाने के लिए मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि ग्राम विकास अधिकारियों की उपस्थिति में ग्राम पंचायत स्तर पर गोष्ठियों का आयोजन किया जाए। वहीं उपजिलाधिकारियों को ग्राम स्तर पर जनप्रतिनिधियों के माध्यम से वनाग्नि जागरूकता संदेशध्अपील के वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक स्तर पर प्रसारित किए जाने के निर्देश दिए है। पुलिस फायर सर्विस के अधिकारी खजान सिंह तोमर ने बताया कि जिला मुख्यालय एवं आसपास फायर वाटर टैंकर में पानी भरने की समुचित व्यवस्था नहीं है जिस कारण वनाग्नि भुझाने के दौरान टैंकर में पानी भरने के लिए आवश्यक दौड़भाग में समय जाया होता है। जिलाधिकारी ने इसे गंभीरता से लेते हुए जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसे स्थानोंध्पॉइंट जहां पर 5 लाख के अंतर्गत मरम्मत का कार्य किया जाना संभव है के प्रस्ताव तत्काल उपलब्ध कराने को कहा है साथ ही टैंकर में पानी भरे जाने वाले स्थानों पर 24 घंटे कार्मिकों की तैनाती के भी निर्देश दिए है। बैठक में डीएफओ कोको रोसे ने कहा कि पैट्रोल पम्पो, गैस गोदामो व आवासीय भवनों गौशालाओ आदि के आसपास कम से कम 10 मीटर की फायर लाइन होना आवश्यक है। उन्होंने सभी संबंधितो एवं आमजन से घर के आसपास झाड़ियों , घास-भूसा आदि की सैप-सफाई करने की अपील की। उन्होंने वनों के आसपास या वनों से सटे हुए धार्मिक स्थलों के पास मोटर मार्गों पर वाहनों को एक साथ खड़ा करने से बचने की भी हिदायत दी है।
बैठक में सीडीओ अभिषेक रुहेला, डीएफओ टिहरी डेम वन प्रभाग, एसडीएम संदीप तिवारी, डीईओ बैसिक एसएस बिष्ट, ईई विद्युत राजेश कुमार, डीपीओ बबीता शाह, डीडीएमओ बृजेश भट्ट, लोनिवि, पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता व अन्य क्षेत्रीय अधिकारी भी वीसी के माध्यम से उपस्थित थे।

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सीएम की चौपाल में 30 शिकायतें दर्ज, 19 का मौके पर निस्तारणं। वर्चुअल माध्यम से काश्तकारों से की बातचीत।

टिहरी। मुख्यमंत्री त्वरित समाधान सेवा कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत चैपड़ियालगांव में चौपाल का आयोजन किया गया। चैपाल में प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने क्षेत्र के करीब 12 ग्रामसभाओं से आये लोगो की फरियादें सुनी। मौके पर कुल 30 शिकायते दर्ज की गई जिसमें से 19 का मौके पर ही त्वरित निस्तारण किया गया। शिकायतों में मुख्यतः चम्बा-मसूरी फलपट्टी में पट्टे की भूमि का स्वामित्व दिलाने, सिंचाई, पेयजल, उत्पादों के विपणन की समुचित व्यवस्था, कोल्ड स्टोरेज, जंगली जानवरों से उद्यानों एवं फसलों की सुरक्षा, आजीविका के तहत आगे समूहों को निरंतर सहायता सुचारू रखने व क्षेत्र में मोटर मार्गो के डामरीकरण से संबंधित थी। मुख्यमंत्री ने चौपाल उपस्थित जनता को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित मे विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित है जिनका लाभ अवश्य लेना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे योजनाओं की जानकारी ग्राम स्तर पर प्रत्येक काश्तकार तक पहुंचाए ताकि वे इसका लाभ ले सके। उन्होंने । मुख्यमंत्री में चम्बा-मसूरी फलपट्टी पर आजीविका समूहों के द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं फलौद्यान व सब्जी उत्पादन में किये जा रहे प्रयासों पर स्थानीय काश्तकारों एवं समूहों की सराहना की। मुख्यमंत्री को वर्चुअल माध्यम से अपने बीच पाकर क्षेत्रवासियों ने खुशी जाहिर की।

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धधकते जगलों की आग बुझाने को सेना ने खोला मोर्चा, टिहरी झील से पानी भरकर जंगलों में छोड़ी जा रही हैं बौछारें।

टिहरी। धधकते जंगलों की आग बुझाने के लिये राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार से मदद ली है। वनाग्नि पर काबू पाने के लिये वायु सेना के हेलीकाॅप्टर ने टिहरी झील से पानी भरकर जंगलों में पानी की बौछारें की। जिस तरह से जगलों की आग बेकाबू होती जा रही है और तमाम प्रयासों के बाबजूद भी आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा है, उस पर वायु सेना ये हेलीकाॅटर मददगार सावित हो सकते हैं। टिहरी की डीएम ईवा आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि जंहा पर आग पर काबू पाना मुश्किल होगा उन जंगहों पर पानी का छिड़काव हेली माध्यम से कराया जायेगा। उन्होने कहा कि वन विभाग द्वारा 10 गाड़ियां मांगी गई थी, इसकी अनुमति विभाग को दे दी गई है। डीएम ने कहा कि प्रशासन और वन महकमा आग बूझाने में लगा हुआ है। उन्होने जनता से अपील की है कि जनता भी आग बुझाने और सूचना देने में मदद करे। डीएम ने कहा कि कि आग की सूचना के लिये टोल फ्री नम्बर प्रशासन द्वारा जारी किये गये हैं। उन्होने कहा कि जो लोग जानबूझ कर जंगलों में आग लगाने का काम कर रहे हैं, उन पर शख्त कार्यवाही की जायेगी।

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जंगल शिकार करने गए चार युवकों संदिग्ध की मौत,कुंडी गांव की घटना, एक युवक फरार

टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक के ग्राम थाती-कठुड़ पट्टी के कुंडी गांव में 4 युवकों की सनसनीखेज मौत का मामला सामने आया है। ग्रामीणों के अनुसार शनिवार सायं को कुंडी गांव के पांच दोस्त शिकार करने चोलाह तोक के जंगल गए थे। शिकार करते समय अचानक निशाना चूकने से एक युवक को गोली लग गई जिसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान संतोष पुत्र दलेब सिंह पंवार (19) के रूप में हुई है। जिसके बाद तीन अन्य युवक डर गए। घटना के बाद अन्य तीनों युवकों ने दहशत में आकर जहर खा कर आत्महत्या कर दी। जिसके बाद ग्रामीणों ने तीनों युवकों को आधी रात को सामुदायिक स्वस्थ्य बेलेश्वर ले जाया गया, जहाँ डॉक्टर ने तीनों को मृत घोषित कर दिया है। इस घटना से गांव में मातम पसरा है। प्रधान कुलदीप सिंह ने बताया कि शनिवार सायं को यह पांचों युवक जंगल में शिकार को गए थे। देर रात तक वापस न आने के कारण घर वालों ने जंगल में उनकी तलाश के लिए गए तो इनके शव मिले। मृतक संतोष का शव जंगल में ही पड़ा हुआ था। राजस्व विभाग को सूचना मिलने पर एसडीएम घनसाली फिंचा राम चौहान टीम के साथ मौके के लिए रवाना हो गए। तीन मृतक युवकों को सीएचसी बेलेश्वर से पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय बोराड़ी को भेज दिया गया है। एसडीएम चौहान ने बताया कि मृतकों में 1- संतोष सिह पुत्र दलेब सिंह पंवार (19), अर्जुन सिंह पुत्र नैन सिंह पंवार ( 23), पंकज सिंह पुत्र अब्बल सिंह (24), सोबन सिंह पुत्र केसर सिंह पंवार (23) सभी ग्राम कुंडी पट्टी थाती कठूड तहसील बालगंगा टिहरी गढ़वाल। जबकि एक अन्य युवक का कुछ पता नहीं है। जिसको फरार बताया जा रहा है।

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