नई टिहरी। भारत मौसम विज्ञान विभाग व राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान व चेतावनी के अनुसार 19 और 20 मई को आंधी और तेज बारिश की चेतावनी के दृष्तिगत जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने समस्त उप-जिलाधिकारियो को अलर्ट मोड़ पर बने रहने के निर्देश दिए है। उन्होंने सड़कें बाधित होने की स्थिति में ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए पर्याप्त व्यवस्था और आपूर्ति सुनिश्चित किये जाने के भी निर्देश दिए है। साथ ही, स्थानीय निकायों, राजस्व उपनिरीक्षको, चैकीदारों, मुनादी आदि के माध्यम से जनता को सतर्क रहने के लिए सामान्य सलाह जारी करने के भी निर्देश दिए है।
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वैदिक मंत्रोच्चार के साथ खुले बद्रीनाथ धाम के कपाट, कोरोना के चलते आम लोगों को दर्शन की अनुमति नही।
चमोली। वैदिक मंत्रोचारण के साथ ही श्री बद्रीनाथ धाम
के कपाट आज सुबह 4:15 बजे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं ,
इस बार बेहद सादगी के साथ कपाट खोले गए। कपाटोद्घाटन मे मुख्य पुजारी रावल, धर्माधिकारी भूवन चन्द्र उनियाल, राजगुरु, हकहकूकधारियो सहित केवल 50 लोग ही शामिल हो सके,
इस दौरान मास्क के साथ सोशल डिस्टेसिग का पालन किया गया। इससे पूर्व पूरे मंदिर परिसर को सेनेटाइज्ड भी किया गया।
भगवान् के कपाट खुलते ही सबसे पहले अखंड ज्योति के दर्शन हुए।
आज भगवान् बदरीनाथ के दर्शन बिलकुल अलग होते हैं ऐसे दर्शन भगवान् बदरीनाथ के मंदिर में महज दो दिन ही हो पाते हैं जिसके साक्षी मात्र वही श्रद्धालुजन होते हैं जो कपाट खुलने पर और कपाट बंद होने पर बदरीनाथ पहुचते हैं आज भगवान् की पूजा अर्चना श्रींगार कुछ भी नहीं होता, आज के दर्शनों में मुख्यत अखंड ज्योति और भगवान् बदरीनाथ के निर्वाण दर्शन होते हैं जिसे देखने का आज का मुख्य महत्व होता है आज दिन भर मंदिर खुला रहेगा आज भोग के समय भी मंदिर बंद नहीं होगा जबकि 6 माह तक बदरीनाथ जी का मंदिर दोपहर में भोग लगने के बाद 3 घंटों के लिए बंद होता है ।
वही धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने कहा कि आज बद्रीनाथ के कपाट खुलने के बाद सबसे पहले मंदिर में हमने जो विश्व में कोरोना नामक महामारी फैली हुई है उसको रोकने के लिए भगवान बद्री विशाल से हमने प्रार्थना की व पूजा-अर्चना भी की।
लेकिन इस बार वैश्विक बीमारी कोरोना चलते भगवान बद्रीनाथ में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए अनुमति नहीं थी।
डीएम टिहरी ने किया प्रधानों से वर्चुवल संवाद, गांवों में कोराना संक्रमण को लेकर लिया फीडबैक।
टिहरी।कोरोना महामारी की दूसरी लहर व संभावित तीसरी लहर के दृष्तिगत जनपद की प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर 6 सदस्य युक्त कुल 1035 ग्राम निगरानी समितियां बनाई गई है। समितियां ग्राम स्तर पर बनाए गए आइसोलेशन केंद्रों में रखे गए व्यक्तियों की देखरेख करेंगी वहीं गांव में कोरोना के लक्षण युक्त व्यक्तियों को जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई मेडिकल किट भी उपलब्ध कराएगी।
ग्राम निगरानी समितियों को और अधिक सशक्त बनाने के लिए जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव द्वारा गूगल मीट (वर्चुअल माध्यम) से सीधे प्रधानों से संवाद कर सुझाव व फीडबैक ले रही है। वहीं गांवों में आइसोलेशन केंद्रों में बुनियादी सुविधाओं, इन केंद्रों में रखे गए बाहरी राज्यों से आये व्यक्तियों के स्वास्थ्य के अलावा ग्रामवासियों के स्वास्थ्य के संबंध में भी समिति से जानकारी ले रही है। इस हेतु उन्होंने विकासखंडवार सीधे ग्राम प्रधानों से जुड़ने लिए लिए दिनवार रोस्टर भी जारी किया है।
जिलाधिकारी ने विकासखंड भिलंगना के ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों से संवाद किया। इस दौरान ग्राम प्रधानों को गांव में साफ-सफाई, उपलब्ध कराई जाने वाली दवाओं के सेवन के तरीके एवं निगरानी समिति के दायित्वों के बारे में जानकारी दी गई। वही पंचायत प्रतिनिधियों ने ग्राम स्तर पर बनाये गए आइसोलेशन केंद्रों की स्थिति एवं उनमें की जाने वाली तमाम आवश्यक व्यवस्थाओं के बारे में भी जिलाधिकारी को अवगत कराया। जिसपर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थाएं करने के लिए प्राथमिकता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। वहीं ग्राम पंचायत जनप्रतिनिधियों के कोविड संबंधी वैक्सिनशन को लेकर सुझाव शासन में भेजे जाने की बात कही।
वीसी के माध्यम से इस बैठक में सीडीओ अभिषेक रुहेला, प्रभारी चिकित्सधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बैलेश्वर, बीडीओ भिलंगना के अलावा एक दर्जन से अधिक ग्राम प्रधन उपास्थिति थे।
शादी-विवाह में शामिल होने के लिये आरटीपीसीआर नेगेटिव रिर्पोट पर निर्णय कर सकती है सरकार, प्रदेश में कोविड कर्फ्यू बढ़ाने को लेकर 17 मई को होगा फैसला।
टिहरी। कोरोना संक्रमण के चलते उत्तराखंड सरकार शादी-विवाह में 20 लोगों के शामिल होने के साथ अब आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट को भी जरूरी करने का फैसला ले सकती है। सरकार में कृषि मंत्री और शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोग जांच कराने से बच रहे हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जरूरी समझे जाने पर कर्फ्यू को बढ़ाये जाने का निर्णय 17 मई को लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि टिहरी के गजा और खाड़ी में 50-50 बेड के कोविड केयर सेंटर बनाये जायेंगे, जिसके बाद टिहरी जिले में 700 बेड की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। सुबोध ने कहा कि खाड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपकरणों की खरीद के लिए 1 करोड़ रुपये की विधायक निधि जारी करेंगे।
शिक्षकों के जल्दी टीकाकरण करने की व्यवस्था करे सरकार, डयूटी के दौरान संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं शिक्षक -चन्द्रवीर नेगी।
टिहरी। टिहरी में कोरोनाकाल में डयूटी दे रहे शिक्षकों के टीकाकरण की मांग की गई। शिक्षक संघ से जुड़ें शिक्षकों ने कहा कि इस दौरान कई शिक्षक विभिन्न चैक पोस्टों और अन्य जगहों पर डयूटी कर रहे हैं, इसलिये कोरोना संक्रमण से बचाने के लिये इन अध्यापकों का वैक्सीनेशन किया जाना जरूरी है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष चन्द्रवीर नेगी ने कहा कि इस दौरान कई शिक्षक संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं और हाल में ही भिलंगना ब्लाक के एक शिक्षक धीरजमणी नैथानी की डयूटी के दौरान संक्रमण के कारण मौत भी हो चुकी है। उन्होने कहा कि शिक्षक इस महामारी के दौर में सरकार और जनता का पूरा सहयोग करने को तैयार हैं, इसलिये सरकार को शिक्षकों की सुरक्षा का ख्याल भी रखना होगा। शिक्षकों का टीकाकरण किया जाना चाहिये और डयूटी कर रहे लोगों को बचाव के लिये आवश्यक किट भी उपलब्ध कराई जानी चाहिये। उन्होने कहा कि इस दौरान यदि संक्रमण के कारण किसी शिक्षक की मौत हो जाती है तो सरकार शिक्षक के परिजन को रोजगार उपलब्ध कराये। जिलाध्यक्ष नेगी ने बताया कि शिक्षक संघ से जुड़े लोगों ने स्वर्गीय धीरज मणी नैथानी के परिजनों को एक लाख रूपये की मदद की है और यह मदद शिक्षकों द्वारा लगातार की जा रही है।
टिहरी पुलिस का मददगार चेहरा- मिशन हौसला के तहत 300 से अधिक जरूरतमंद लोगों को दी मदद। दवाई, आक्सीजन, राशन और ऐम्बूलैंस दिलाने में भी मदद कर रही है पुलिस।
टिहरी। कोविड काल में लोगों की दिक्कतों को देखते हुये पुलिस का मददगार चेहरा सामने आ रहा है। टिहरी पुलिस इन दिनों मिशन हौसला अभियान के तहत जरूरतमंद लोगों की मदद में जुटी हुई है। जिले की सभी थानों की पुलिस लोगों तक दवा और राशन पंहुचाने का काम कर रही है। यही नही आक्सीजन सिलेन्डर पंहुचाने और ऐम्बूलैंस की व्यवस्था भी पुलिस द्वारा की जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तृप्ति भटट के निर्देश पर पुलिस सहायता नम्बर भी जारी किये गये हैं। जिन लोगों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें सामने आ रही है, वे पुलिस द्वारा दिये गये नम्बरों पर काॅल कर मदद मांग रहे हैं। पुलिस कार्यालय में इसके लिये एक स्पेशल सेल बनाई गई है, जो सम्बन्धित थाने की पुलिस को मदद में जुट जाने को कहती है। एसएसपी तृप्ति भटट ने कहा कि लोग कोरोना महामारी के इस दौर में कई प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ा रहा है, जिसमें पुलिस मददगार बन रही है। पुलिस द्वारा 1 मई से अब तक 14 लोगों को आक्सीजन सिलेन्डर, 3 लोगों को अस्पताल में बेड उपलब्ध कराया गया , 35 लोगों को दवाईयां, 4 लोगों को एम्बूलैंस, 135 को राशन, 36 लोगों को दूध और अन्य आवश्यक सामान, 22 वरिष्ठ नागरिकों को सहायता और कोरोना पाजीटिव लोगों के दाह संस्कार में मदद दी गई है।
फिर बरसा आसमान, कृषि भूमि को खासा नुकसान। एक सप्ताह से बारिस का तांडव जारी।
टिहरी। टिहरी में आज फिर बारिस ने कहर ढाया है। टिहरी के चम्बा विकासखंड के कुरेथ में अतिवृष्टि से मलवे के कारण गांव पैदल सम्पर्क मार्ग, ग्रामीण पेयजल लाइन और कृषि भूमि क्षतिग्रस्त हुई है। वंही जौनपुर ब्लाक के उनियाल गांव में भी कृषि भूमि के नुकसान की सूचना है। यंहा ग्रामीणों की खेती के अलावा ग्रामीण परिसम्पतियों को नुकसान पंहुचा है। टिहरी जिले के विभिन्न ब्लाकों में इन दिनों बारिस के कारण काफी नुकसान हुआ है। जिले में पिछले एक सप्ताह से बारिस रूकने का नाम नही ले रही है। लोगों को बेमौसम हो रही इस बारिस से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ जंहा कोरोना संक्रमण के कारण लोगों में भय का माहोल है, वंही लगातार हो रही बारिस से नुकसान का डर सता रहा है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने किया आपदा प्रभावित देवप्रयाग का दौरा, अहेतुक सहायता को तत्काल दिए जाने के निर्देश।
टिहरी। मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने स्थित आपदा प्रभावित क्षेत्र देवप्रयाग में पहुंचकर प्रभावितों का हाल जाना। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावित परिवारों को हर सम्भव सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश देते कहा कि प्रभावितों को अनुमन्य सहायता राशि जल्द उपलब्ध कराई जाए।
गत दिवस मंगलवार को आयी आपदा से प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण करते हुए मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को प्रभावित स्थल से जेसीबी से मालवा हटाने की कार्यवाही आज से ही शुरू करने के निर्देश दिए है। वही प्रभावितों को आपदा के दौरान दी जाने वाली अहेतुक सहायता को तत्काल दिए जाने के निर्देश दिए, इसके अलावा उन्होंने जिलाधिकारी को प्रभावित क्षेत्र में क्षति संबंधी आगणन प्राथमिकता के आधार तैयार करने के निर्देश दिए है। इसके उपरांत उन्होंने जीएमवीएन गेस्ट हाउस का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान गेस्ट हाउस को कोविड केअर सेंटर में तब्दील करने तैयारी शुरू करने के लिए जिलाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए ताकि क्षेत्र में संक्रमित व्यक्तियों का उपचार इसी सेंटर में किया जा सके। इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने देवप्रयाग में निर्माणाधीन तहसील भवन का निरीक्षण करते हुए तहसील भवन को दो माह के भीतर पूरा करते हुए राजस्व विभाग को हैंड ओवर करने के निर्देश दिए है।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत के साथ कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल, आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक श्री विनोद कण्डारी, जिलाधिकारी ईवा श्रीवास्तव, एसएसपी तृप्ति भट्ट आदि मौजूद थे।
हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज कोविड सेन्टर में 100 बेड आक्सीजन युक्त, टोटल 450 बेड की व्यवस्था की गई है।
टिहरी। टिहरी के भागीरथी पुरम स्थित हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज को कोविड केअर सेंटर का रूप दिया गया है। टिहरी की जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि कोविड केअर सेंटर में 450 बेड की व्यवस्था की गई है और 100 बेडस पॉइंट को ऑक्सिजन युक्त किया गया है। साथ ही नरेन्द्र नगर स्थित केअर सेन्टर में भी व्यवस्थायें बढ़ा दी गई हैं। उन्होंने बताया कि सेंटर में आने वाले किसी भी संक्रमित व्यक्ति को कोई परेशानी न हो इस बात का विशेष खयाल रखा गया है। सेंटर में इस बात का भी ध्यान रखा गया है कि एक कमरे में केवल 3 व्यक्तियों को रखा जाएगा ताकि एक-दूसरे के बीच सामाजिक दूरी निरंतर बनी रह सके। कोविड केयर सेंटर में भर्ती रोगियों को पोष्टिक व गुणवत्ता युक्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए कैंटीन की व्यवस्था भी उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को सेंटर में स्वास्थ्य सुविधाओं के अलावा अन्य सुविधाओं को भी निरंतर बनाये रखने के लिए कहा है जिसमे मरीजो को समय से भोजन उपलब्ध कराना, भोजन की गुणवत्ता, पेयजल, शौचालय की साफ-सफाई, कूड़ा निस्तारण आदि शामिल है।
अतिवृष्टि और बादल फटने से भारी नुकसान, आंकलन को राजस्व टीम पंहुची इलाकों में, मौके पर पंहुचकर विधायक शक्तिलाल ने दिये त्वरित राहत के निर्देश।
टिहरी। टिहरी के भिलंगना, जाखणीधार, देवप्रयाग ओर कीर्तिनगर ब्लाकों में गुरूवार रात को हुई अतिवृष्टि और बादल फटने की घटना से काफी नुकसान हुआ है। इन इलाकों में जंहा ग्रामीणों के खेतों का नुकसान हुआ है, वंही पेयजल लाइने, विधुत लाइने, सम्पर्क मार्ग, सड़क मार्ग और सार्वजनिक सम्पतियों का भी नुकसान हुआ है। टिहरी की जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि बारिस के कारण हुये नुकसान का आंकलन करने के लिये राजस्व टीम को मौके पर भेजा गया है। क्षतिग्रस्त सम्पतियों का आंकलन कर देवीय आपदा मद से राहत पंहुचाने का काम किया जा रहा है। उन्होने कहा कि लग्रातार हुई वारिस के कारण जिले की कई सड़कें भी अवरूद्व हुई हैं, जिन पर जेसीवी लगाई गई हैं और इन सड़कों को तेजी से खुलाने का काम चल रहा है। जाखणीधार ब्लाक के पिपोला ढुंग गांव में हुई क्षति का जायजा लेने क्षेत्रीय विधायक शक्तिलाल शाह पंहुचें। यंहा उन्होने राजस्व विभाग को नुकसान का आंकलन कर त्वरित राहत पंहचाने के निर्देश दिये हैं। उन्होने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि अतिवृष्टि और बादल फटने की घटना कारण हुये नुकसान की भरपाई की जायेगी। विधायक ने कहा कि लोगों की व्यक्तिगत और सार्वजनिक सम्पतियों को काफी नुकसान पंहुचा है।