त्यौहार आज है शुभ धनतेरस। आज धनतेरस से दीपोत्सव की शुरुआत हो गई है. इस दिन नई चीजों को खरीदने की परंपरा है. वहीं यदि शुभ मुहूर्त में खरीदारी करते…
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सी एम धामी कल टिहरी के चौरास में। कई योजनाओं का करेंगे लोकार्पण और शिलान्यास।
सी एम पुष्कर सिंह धामी एक दिवसीय जनपद भ्रमण पर आ रहे हैं। यह जानकारी देते हुए जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री श्री धामी 31 अक्टूबर को पूर्वाह्न 11.15 बजे देहरादून से हैलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर पूर्वाह्न 11.40 बजे जनपद की तहसील कीर्तिनगर के चौरास स्थित गढ़वाल विश्वविद्यालय परिसर हैलीपैड पहुंचेगें तथा वहां से कार द्वारा गढ़वाल विश्वविद्यालय अतिथि गृह पहुंचेगें। अतिथि गृह में कुछ समय तक रुकने के बाद मुख्यमंत्री श्री धामी कार द्वारा प्रस्थान कर अपराह्न 12.20 बजे कार्यक्रम स्थल चौरास के किलकिलेश्वर स्थित राजकीय इन्टर कॉलेज पहुंचेगें जहां पर श्री धामी मढ़ी चौरास पम्पिंग पेयजल योजना एवं 33 केवी विद्युत सब-स्टेशन चौरास का लोकार्पण तथा अन्य विभागीय योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेगें। मुख्यमंत्री श्री धामी अपराह्न 2 बजे चौरास स्थित गढ़वाल विश्वविद्यालय परिसर हैलीपैड से हैलीकॉप्टर द्वारा जनपद पौड़ी के कोटद्वार के लिए प्रस्थान करेगें।
नई टिहरी में दो दिवसीय दीपावली मेले का आयोजन, विधायक धन सिंह नेगी ने किया शुभारंभ।
टिहरी-नई टिहरी में जिला प्रशासन की तरफ से दो दिवसीय दीपावली मेले का आयोजन किया गया। मेले का उदघाटन क्षेत्रीय विधायक धन सिंह नेगी ने किया। इस मेले में सबसे अहम बात यह है कि इसमें स्थानीय अनाजों, पकवानों, हस्तशिल्प और अन्य उत्पादों के स्टाल लगाये गये हैं। स्थानीय स्तर पर महिला समूहों द्वारा बनाये गये उत्पाद और पकवान आकर्षण बने हुये हैं। इस मौके पर स्थानीय विधायक धन सिंह नेगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोकल फॉर वोकल नारे के महत्व दिया गया है। नेगी ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों के स्वरोजगार से जुड़ने के प्रयास पलायन को रोकने में सहायक होगें। उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों को उनके उत्पादों के विक्रय के लिये मेले के माध्यम से बाजार उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन के प्रयास सराहनीय हैं। इस मौके पर सीडीओ नमामि बसंल ने कहा कि स्थानीय उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होने कहा कि कई ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न हस्तशिल्प के कारीगर हैं, लेकिन उन्हे प्रोत्साहन नही मिल पाता है, इसलिये इस प्रकार के मेलों का आयोजन कर ग्रामीण क्षेत्रों के उप्तपादों को आगे लाने के प्रयास किये जायेंगे, जिससे लोगों को रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।